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माँ से प्यार करते हैं तो उन्हें तोहफें में जरूर दे ये 5 ख़ास गिफ्ट

माँ के लिए हम हमेशा ही बच्चे रहते हैं. वो अपनी अंतिम सांस तक हमारा ख्याल रखती हैं. ऐसे में हमारा भी ये फर्ज बनता हैं कि हम माँ को स्पेशल महसूस कराए. इस बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको कुछ ऐसे तोहफों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें हर बच्चे को अपनी माँ को जरूर देने चाहिए.

गर्व करने का मौक़ा

किसी भी माँ के लिए सबसे बड़ा तोहफा यही होगा कि वो अपने बेटे के कर्मों पर गर्व महसूस कर सके. आप जीवन में कुछ ऐसा काम करे कि माँ गर्व से बोल सके कि हाँ ये मेरा बेटा या बेटी हैं. ये काम किसी भी तरह का हो सकता हैं. जैसे परीक्षा में बढ़िया अंक लाना, कोई अच्छी नौकरी करना, अच्छे संस्कारों का परिचय समाज में देना, सामजिक सेवा करना इत्यादि. बस इस तरह के गलत काम करने से बचे जिससे आपकी माँ को सबके सामने शर्मिंदा होना पड़े.

यादगार वेकेशन ट्रिप

‘अच्छी यादें’ भी माँ के लिए बड़ा तोहफा बन सकती हैं. आज कल के बच्चे पढ़ाई लिखाई या काम काज में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि माँ के साथ कुछ अच्छे और यादगार लम्हें तक नहीं बिता पाते हैं. ऐसे में आप कोई अच्छी सी वेकेशन ट्रिप प्लान करे. इस ट्रिप पर माँ के साथ पूरा समय बिताए. साथ में दुसरे फैमिली मेम्बर्स को भी ले जाए. इस तरह ये एक कम्प्लीट फैमिली पैकेज ट्रिप बन जाएगी. बाद में जब आप बूढ़े हो जाओगे या आपकी माँ अकेली रहेगी तो इन्ही यादों का सहारा रहेगा.

साड़ी-गहने या कोई अन्य गिफ्ट

माँ से प्यार करते हैं तो उन्हें तोहफें में जरूर दे ये 5 ख़ास गिफ्ट

माँ को कोई साड़ी, गहना या कोई अन्य सामन भी गिफ्ट कर सकते हैं. आमतौर पर बच्चों को अपनी पहली सैलरी से माँ के लिए कुछ ना कुछ जरूर खरीदना चाहिए. साथ ही यदि आप कहीं सिटी से बाहर जाते हैं तो आते समय माँ के लिए कुछ न कुछ तोहफा जरूर ले आए. इससे उसे अपने महत्वपूर्ण होने का एहसास होगा जो सबसे बड़ा गिफ्ट हैं. यहाँ गिफ्ट महंगा हो ये जरूरी नहीं हैं लेकिन सही समय और सही नियत से दिया गया गिफ्ट हमेशा ख़ास ही रहता हैं.

घर, फिक्स डिपोजिट और मेडिकल इंसोरेंस

जिंदगी का कोई भरोसा नहीं होता हैं कब किसे क्या हो जाए. भगवान न करे यदि आपको आगे चलकर कुछ हो जाए तो आपकी माँ के पास कुछ पैसे और एक घर जरूर होना चाहिए. साथ ही यदि आप उनका मेडिकल इंसोरेंस करवा देते हैं तो बीमार होने पर वो उनके बहुत काम आएगा. कुल मिलकर ये स्थिति ध्यान में रखे कि आपके अचानक चले जाने वाली सिचुएशन में माँ की लाइफ दुखद ना हो.

बुढ़ापे में आराम

काम करने की एक उम्र होती हैं. जब आप छोटे होते हो तब आपकी माँ बहुत काम करती हैं. तब वे जवान भी होती हैं तो काम आसानी से हो जाता हैं. हालाँकि बुढ़ापा आ जाने के बाद शरीर ज्यादा काम नहीं कर पाता हैं. ऐसे में ये आपका फर्ज बनता हैं कि वृद्ध माँ को आप ज्यादा से ज्यादा आराम दे. काम काज के लिए घर में नौकर रखे या अपनी बीवी को समझा दे कि माँ कोई काम नहीं करेगी. आप सिंगल हैं तो खुद भी माँ की हेल्प कर सकते हैं.

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