समाचार

भारतीय सेना ने पकड़ लिये दो लश्कर के जेहादी, पूछा- कैसी लगी हमारी चाय?

भारत में आतंकियों के लिए नो-एंट्री है और अगर वे सही रूप से मिल जाते हैं तो फिर इंडियन आर्मी उनका कचूमड़ निकाल देती है। पिछले कई दिनों से लश्कर-ए-तैयबा के आदमी भारत में घुसपैठ करने के बारे में सोच रहे थे लेकिन बार-बार असफल हो रहे थे। जबसे जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाया गया है तब से पाकिस्तान इस कर बौखलाया हुआ है कि हर दिन घाटी पर कोई ना कोई घुसपैठ करने की कोशिश कर ही रहा है। हर दिन घाटी की कोशिश करने में सेना भी जवाब देने में पीछे नहीं हट रही है। ऐसे में भारतीय सेना ने पकड़ लिये दो लश्कर आतंकी, आगे क्या हुआ आप खुद पढ़ लीजिए।

भारतीय सेना ने पकड़ लिये दो लश्कर आतंकी

सेना ने बुधवार को पाकिस्तान की इस नापाक हरकत का जिंदा सबूत दुनिया को दिखा दिया है। सेना ने घुसपैठ करने वाले दो आतंकियों को दबोचा और उनके कबूलनामे का वीडियो भी पब्लिकली शेयर कर दिया है। ये दोनों खूंखार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। सेना की चिनार कॉर्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लो का कना है कि पाकिस्तान कश्मीर में घाटी में शांति खत्म करने के लिए ज्यादा से ज्यादा आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश में है और 21 अगस्त को हमने दो पाकिस्तानी नागरिकों को पकडा था। पूछताछ के बाद ये बात सामने आई कि ये लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हैं। सेना ने दोनों आतंकियों का एक विडियो भी जारी किया जिसमें वे कबूल कर रहे हैं कि वे पाकिस्तानी हैं और लश्कर से जुड़े हुए हैं। एक आतंकी का नाम मोहम्मद अजीम है और उसने बताया कि वो पाकिस्तान के रावलपिंडी से आया है और लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करता था। सेना ने इस पाकिस्तानी आतंकी को पीने के लिए चाय भी दी थी और कबूलनामे के बाद जब उससे सवाल किया गया- और चाय कैसी लगी? इस पर उसका जवाब था- चाय बहुत अच्छी लगी।

आपको बता दें कि पाकिस्तानी F-16 विमान को मार गिराने वाले विंग कमांडर अभिनंदन को कैद करने के बाद पाक सेना के अधिकारी उनसे भी यही सवाल किया था। सेना का यह पाकिस्तान को उसकी स्टाइल में जवाब देना माना जा रहा है।

इस विडियो में दूसरा आतंकी बताता है कि वो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गाजी आबाद शहर से है। सेना ने मीडिया से बातचीत करने के साथ ही घाटी में हिंसा की खबरों को लेकर उन्होंने कहा कि मीडिया को यह ध्यान देना चाहिए कि किसी भी व्यक्ति की मौत सुरक्षा बलों के चलते नहीं होती है। घाटी में किसी भी मौत के लिए सिर्फ आतंकी ही जिम्मेदार हैं या फिर पत्थरबाज ही सामने आते हैं। लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने बताया, “कश्मीर में घुसपैठिए घुसने की कोशिश हर रात ही करते हैं। कश्मीर फ्रंटियर पर ही नहीं, जम्मू में राजौरी से पुंछ तक यह होती है। इसके साथ ही पठानकोट, गुजरात और गुजरात में भी कोशिश चलती है। कश्मीर में एक भी घुसपैठ की कोशिश कामयाब नहीं हुई है।”

इसके अलावा ढिल्लन ने श्रीनगर में भर्ती रैली को संबोधित करते हुए बताया, ‘मैं आप लोगों के बेहतर भविष्य की कामना करता हूं। मैं चाहता हूं कि आप खूब पढ़ें और आगे बढें। ड्रग्स और गन्स से दूर रहें और अपनी पढ़ाई से अपने भविष्य को उज्जवल बनाएं। अपने पैरंटस और अध्यापकों को खुद पर गर्व करने का मौका दें।’

Back to top button