अध्यात्म

मंदिर से आ रही थी हंसने की आवाजे, उसके बाद मंदिर के अंदर जो हुआ वो जानकर आप हो जाएंगे हैरान

यह दुनिया कई तरह के रहस्य और चमत्कारों से भरी हुई है। भले ही आज विज्ञान ने काफी प्रगति कर ली हो लेकिन आज भी कुछ ऐसी बातें हैं जो विज्ञान की समझ से भी परे हैं। आज तक विज्ञान उन घटनाओं की असल वजह का पता नहीं लगा पाया है। बात करें भारत की तो भारत में कई ऐसे रहस्मयी मंदिर और स्थान हैं जहां पर घटित होने वाली घटनाओं को देखकर विज्ञान भी आश्चर्यचकित रह जाता है। हमने आपको कई ऐसी रहस्यमयी जगहों के बारे में बताया है और आज अपने इस लेख में हम आपको एक और ऐसी ही जगह के बारे में बताने वाले हैं।

आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे जिसके बारे में कहा जाता है कि वहां पर रात में सभी देवियां आपस में मिलती हैं और बातें करती हैं। हालांकि जब मंदिर परिसर के अंदर लोगों ने जाकर देखा तो वहां उनको कुछ भी नजर नहीं आता है। बस बातें करने की आवाजें सुनाई देती हैं। बता दें कि ये मंदिर बिहार में स्थित माता राजेश्वरी की है। इस मंदिर में माता राजेश्वरी के अलावा और भी कुछ देवियां हैं जिनमें बगलामुखी माता, तारा माता, काली, कमला, उग्र तारा, छिन्नमाता, धुमावती, शोडषी सहित दस महाविद्यायाएं निवास करती हैं।

बिहार में स्थित इस 400 साल पुराने मंदिर की मूर्तियां आपस में करती हैं बात

इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यहां देवियां रात को बातें करती हैं। उनके आपस में होने वाले वार्तालाप, हंसी-ठहाके सभी को सुनाई देती हैं। हालांकि ये बात सुनकर थोड़ी अजीब लग रही है लेकिन यह एक ऐसा सत्य है जिसे आप नकार भी नहीं सकते हैं। बता दें कि यह मंदिर दिन में तो सामान्य मंदिरों की तरह ही होता है। लोग यहां पर आते हैं और पूजा अर्चना करते हैं लेकिन रात को जो भी उस मंदिक के नजदीक से निकलता है वह उनकी आवाज को आसानी से सुन सकता है।

बता दें कि यहां पर में इन देवियों के अलावा भगवान गणेश, भैरव, शिव का मंदिर भी बना हुआ है। यह मंदिर अपने आप में एक आश्चर्य बना हुआ है।  यहां की खूबियों को जानने के बाद भी कभी भी कोई यहां रात में रुकने की हिम्मत नही जुटा पाता। जबकि लोग जो मंदिर के बाहर ने उन आवाजों को सुनते हैं मंदिर के अंदर जाने पर उनको कुछ भी दिखाई और सुनाई नहीं देता है। और परिसर से बाहर निकलते ही वो आवाजें फिर से सुनाई देने लगती हैं। हालांकि आज तक इससे किसी को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।

मंदिर परिसर के अंदर से आने वाली आवाजों की बातें करें तो यह ऐसी ही होती हैं जैसे कुछ लोग आपस में बैठकर बातें कर रहे हैं। वहां के स्थानीय लोगों के लिए यह अब एक आम बात हो चुकी है। वहां के स्ठानीय लोगों का मानना है कि यह एक चमत्कार है और उनके नगर पर मां की असीम कृपा है। ऐसा मान्यता है कि यहां पर जो भी व्यक्ति सच्चे और साफ मन से जो कुछ भी मांगता है और पूजा करता है उसकी मनोकामना पूरी अवश्य होती है।

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