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पाकिस्तान की सीमा के पास वायुसेना ने दिखाया अपना वायु प्रदर्शन, दो घंटे उड़े लड़ाकू विमान

पुलवामा में हुए हमले के बाद वायु सेना ने अपना एक बहुत बड़ा युद्धाभ्यास किया है और ये युद्धाभ्यास पाकिस्तान और भारत की सीमा के पास किया गया है. इस युद्धाभ्यास के दौरान कई सारे लड़ाकू विमान आसमान में नजर आए हैं और इन लड़ाकू विमानों के जरिए भारतीय सेना ने अपनी ताकत पाकिस्तान के सामने दिखाई है. इस युद्धाभ्यास में वायु सेना ने अपने कई विमानों का प्रदर्शन किया है और आसमान में सेना के मिग-21 बाइसन, सुखोई-30,  मिग-27, सहित अन्य वायु जहाज देखने को मिली. इतना ही नहीं इन जहाजों ने अस्त्र मिसाइलों, राकेट लांचर, जीपीएस और लेजर गाइडेड बम का प्रदर्शन भी किया. ये युद्धाभ्यास हर तीन साल में एक बार किया जाता है और इस युद्धाभ्यास का इस बार का थीम ‘सिक्योरिंग द नेशन इन पीस एंड वॉर’ रखा गया था.

पाकिस्तान को दिखाई अपनी ताकत

इस युद्धाभ्यास को जैसलमेर की चांधण फील्ड फायरिंग रेंज में किया गया था और इस युद्धाभ्यास के जरिए भारतीय वायुसेना ने अपने पड़ोसी देश को अपनी बल दिखाया है. ये युद्धाभ्यास करीब दो घंटे तक चला और इस युद्धाभ्यास के तहत कई लड़ाकू विमानों सहित कई हेलीकॉप्टर्स अपने टारगेट को नष्ट करते हुए दिखाए गए. साथ में ही ये पहली बार है जब हमारी वायुसेना ने इस प्रकार के युद्धाभ्यास के दौरान लड़ाकू विमान से अस्त्रा मिसाइल छोड़कर दिखाई है. इस अभ्यास के दौरान एयरफोर्स ने करीब 140 जहाजों और अटैक हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया है और शनिवार को हुआ ये अभ्यास काफी देर तक चला है.

क्या होती है अस्त्रा मिसाइल

अस्त्रा मिसाइल काफी ताकतवर मिसाइल है और इससे किसी भी ऊंचाई और काफी दूरी से दुश्मन के ठिकानों को तबाह किया जा सकता है. ये मिसाइल 20 किमो मीटर से लेकर 80 किलोमीटर तक निशाना लगाने की शक्ति रखती है.

वायु सेना के प्रमुख भी थे मौजूद

वायुसेना के इस प्रदर्शन के दौरान हमारी वायु सेना के प्रमुख बीएस धनोआ भी  मौजूद थे. जबकि पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और जनरल रावत को भी वायु सेना ने इस मौके पर आमंत्रित किया था और वो भी वायुसेना के इस युद्धाभ्यास को देखने के लिए इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे.

क्या कहा वायु सेना के प्रमुख ने

इस युद्धाभ्यास को लेकर वायु सेना के प्रमुख ने बयान देते हुए कहा कि हमारा देश किसी भी हमले के लिए तैयार हैं. सरकार जैसा तय करे, वायुसेना किसी भी मौसम के विपरीत परिस्थितियों में भी जाकर दुश्मन के क्षेत्र पर हमला कर सकती है. हमारे दुश्मन हमसे युद्ध को कभी भी नहीं जीत सकते हैं. हमारे देश के पास स्ट्राइक पायलट हैं जो कि बेहद ही सही और सटीक निशाने की योग्यता रखते हैं.

काफी बड़े स्तर पर किया गया ये युद्धाभ्यास

इस युद्धाभ्यास को भारतीय वायुसेना ने काफी बड़े स्तर पर किया है और खुलकर वायुसेना ने अपने दुश्मनों को अपनी ताकत के बारे में और क्षमता के बारे में दिखाया है. ये युद्धाभ्यास करने से पाकिस्तान को सीधे तौर पर संदेश गया है कि हमारी ना केवल थल बल्कि वायुसेना भी उनसे किसी भी प्रकार मुकाबला करने के लिए तैयार है.

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