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संभल जाइये वरना खतरे में पड़ सकती हैं लाइफ, जानियें ग्लोबल वार्मिंग के कारण

ग्लोबल वार्मिंग के कारण: ग्लोबल वार्मिंग जितना छोटा शब्द है, उससे कहीं ज्यादा खतरनाक है। ग्लोबल वार्निंग सिर्फ भारत की ही नहीं जबकि पूरे विश्व की समस्या है। आजकल ये सबसे बड़ा मुद्दा बन कर उभर तो रहा है, लेकिन इसकी तरफ विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है। कुछ चिंतको ने इसके निराकरण के लिए समाधान तो बताएं हैं, लेकिन सिर्फ चंद लोगों के पहल से इस समस्या से छुटकारा नहीं मिल सकता है। इसके लिए समस्त विश्व को एक साथ मिलकर लड़ना पड़ेगा तभी इससे छुटकारा मिलना संभव हो सकता है। तो चलिए आज हम आपके लिए ग्लोबल वार्मिंग से जुड़ी हर जानकारी लेकर आएं है।

क्या है ग्लोबल वार्मिंग ?

किसी भी समस्या से निपटने के लिए पहले वो समस्या क्या और क्यों है, इसके बार में जानना बहुत जरूरी होता है। तो आपको बता दें कि ग्लोबल वार्मिंग को आम भाषा में भूमंडलीय तापमान का बढ़ना है। जी हां, साइंस के अनुसार, पृथ्वी पर ऑक्सीजन की मात्रा ज्यादा होनी चाहिए, लेकिन वर्तमान समय में ऑक्सीजन मात्रा घटती जा रही है, जोकि पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी साबित हो रही है। दरअसल, प्रदूषण का बढ़ता स्तर इसी तरफ इशारा कर रहा है कि धरती से ऑक्सीजन की मात्रा लगातार घटती जा रही है।

ग्लोबल वार्मिंग के कारण

ग्लोबल वार्मिंग का सबसे बड़ा कारण मनुष्य ही है। जी हां, बढ़ते संसाधनों का धुंआधुंध इस्तेमाल करना ही सबसे बड़ा कारण है. बता दें कि एक रिसर्च में यह सामने आय़ा है कि आने वाले सालो में ग्लोबल वार्मिंग इतना बढ़ जाएगा कि धरती पर सांस लेना भी मुश्किल हो जाएगा। दरअसल, प्रदूषण की वजह से वातावरण में बड़ा प्रभाव पड़ता है, जिसकी वजह से ऑक्सीजन की मात्रा कम होने लगी है। इसके अलावा पेड़ पोधों का धीरे धीरे जिस तरह खात्मा हो रहा है, उससे भी ग्लोबल वार्मिंग का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। वैसे तो न जाने कितने कारण है, लेकिन सबसे बड़ा कारण यही है कि बढ़ता संसाधनों का प्रयोग।

खत्म होती जिंदगियां ग्लोबल वार्मिंग के कारण

इसका प्रभाव अभी से देखने को मिल रहा है, जिसका जीता जागता सबूत ये है कि कई जीवों का विलुप्त हो जाना। जी हां, कई पशु पक्षिया तो ऐसे है, जो दुनिया से विलुप्त हो चुके हैं। और तो और कुछ तो विलुप्त होने के कगार पर है। धरती पर सभी जीवों का समान अधिकार है, ऐसे में अगर किसी भी एक जीव का खात्मा होने लगे तो समझ जाना चाहिए कि जल्दी ही दुनिया भी विलुप्त हो सकती है ।ग्लोबल वार्मिंग के कारण सबसे ज्यादा पर्यावरण पर पड़ा रहा है, जिसकी वजह से हर मनुष्य किसी न किसी बिमारी से ग्रस्त है। फिर चाहे बिमारी छोटी हो या बड़ी। बता दें कि ऑक्सीजन शुद्ध न होने की वजह से मनुष्य आज घुटन भरी जीवन जी रहा है, जोकि मनुष्य के खात्मा के तरफ इशारा कर रहा है।

कैसे मिलेगा ग्लोबल वार्मिंग से छुटकारा?

ग्लोबल वार्मिंग जैसी गंभीर समस्या से छुटकारा के लिए सबसे पहले पर्यावरण को बचाना होगा, और इसके लिए ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने चाहिए। बता दें कि अगर आज भी देश का हर इंसान एक पेड़ भी लगाए तो पूरे देश में पेड़ो की संख्या सवा सौ करोड़ हो जाएगी, जिसकी मदद से ऑक्सीजन की कमी धरती से धीरे धीरे कम होने लगेगी। इसके अलावा संसाधनों का प्रयोग कम करना चाहिए।

बता दें कि गाड़ी के प्रयोग से प्रदूषण बहुत होता है, ऐसे में हमें पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करना चाहिए। इतना ही नहीं, अगर लंबी लाइफ चाहते हैं तो आज से ही पानी को स्वच्छ बनाने के काम में जुट जाना चाहिए। बताते चलें कि समुद्रो नदियों का पानी साफ रहेगा तो वातावरण भी साफ रहेगा। ऐसे में हमें उन सभी बातों का भी ध्यान रखना चाहिए, जिससे पर्यावरण को शुद्ध रखा जा सके।

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