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प्रधानमंत्री मोदी की हर बात मानते हैं मुसलमान, वही सुलझा सकते हैं राम मंदिर का मामला: शिवसेना!

एक बार फिर से देश में राम मंदिर को लेकर विवाद शुरू हो गया है। जैसे ही उत्तर प्रदेश की सत्ता बीजेपी ने संभाली राम मंदिर मामला फिर से सुर्खियों में छा गया। हर किसी की निगाह इसी पर टिकी हुई है कि क्या होगा राम मंदिर मामले में। मंदिर बनेगा या नहीं। राम मंदिर का मामला आज का नहीं है बल्कि 100 साल से भी अधिक समय से विवादों में चल रहा है। समय-समय पर इसको लेकर दोनों समुदायों में खूनी संघर्ष भी हुए हैं। लेकिन इसके बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ।

एक बार फिर से गरमा गया है राम मंदिर मामला:

कोर्ट ने इसको सुलझाने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश की और कुछ हद तक मामला सुलझ भी गया था। लेकिन योगी के मुख्यमंत्री बनते ही मामला फिर से गरमा गया है। इस मामले पर केंद्र और राज्य में बीजेपी की साथी पार्टी शिवसेना का कहना है कि राम मंदिर विवाद को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ही कुछ कर सकते हैं। इस समय देश में ऐसा माहौल बना हुआ है कि मुस्लिम भी पीएम मोदी के दीवाने बने हुए हैं और उनकी हर बात सुन रहे हैं। इसलिए राम मंदिर मामले पर अब वही कुछ कर सकते हैं।

 

अब बनना चाहिए राम मंदिर:

शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा है कि पिछले 25 सालों में देश की राजनीति में काफी परिवर्तन हुए हैं। जहां आडवाणी मार्गदर्शन मंडल में हैं, वहीं मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं। शिवसेना ने कहा कि अब समय आ गया है कि राम मंदिर बनना चाहिए। इसपर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की नहीं बल्कि मोदी के फैसले की जरूरत है। शिवसेना का कहना है कि जिस तरह से बीजेपी उत्तर प्रदेश में भारी बहुमत से चुनाव जीती है, उससे साफ पता चलता है कि जनता भी अब चाहती है कि राम मंदिर बने।

हर नागरिक सुन रहा है पीएम मोदी की बात:

आज के समय में देश का हर नागरिक पीएम मोदी की बात सुन रहा है। शिवसेना ने यह भी लिखा है कि इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुना सकता है, लेकिन राम मंदिर विवाद को बाहर सुलझाना है तो इस काम को अन्ना हजारे, बाबा रामदेव और लालकृष्ण आडवाणी जैसे लोग सुलझा सकते हैं।

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