दिलचस्प

इन दोनों जानवरों की अद्भुत दोस्ती देखकर आप के आँखों में आंसू आ जाएंगे

आज के समय में इंसान धीरे-धीरे दोस्ती का मतलब भूलता जा रहा है। खुद के स्वार्थ के लिए दूसरों को धोखा देने आज लोगों की फितरत बन गयी है। एक समय था जब लोग दोस्ती के लिए जान दे देते थे, लेकिन आज ऐसी दोस्ती बहुत कम ही देखने को मिलती है। इंसानों को जानवरों से ज्यादा समझदार और सामाजिक माना गया है। लेकिन कई बार यही जानवर हमें इंसानियत का पाठ पढ़ा जाते हैं। आज भी ऐसा ही हुआ है। आज एक जानवर ने दोस्ती का सही मतलब समझा दिया है।

आपको भगवान राम और हनुमान की जोड़ी के बारे में तो पता ही होगा। दोनों बहुत अच्छे मित्र थे। हालांकि हनुमान जी श्रीराम को अपना प्रभु मानते थे। इस वजह से उनकी सेवा में दिन-रात लगे रहते थे। हनुमान जी एक समय श्रीराम और लक्ष्मण को अपने कंधे पर बैठाकर कहीं गए थे। हाल ही में ठीक वैसा ही नजारा देखने को मिला है। लेकिन यहाँ कोई इंसान के द्वारा नहीं बल्कि दो अलग-अलग प्रजाति के जानवरों द्वारा यह अद्भुत नजारा दिखाया गया है।

इन दोनों जानवरों की अद्भुत दोस्ती देखकर आ जाएगी आपको भगवान राम और हनुमान जी की याद

कुछ दिनों पहले भारत की यात्रा पर आये एक विदेशी जोड़े को यहाँ एक ऐसा अद्भुत नजर दिखा, जिसे वह अपने कैमरे में कैद करने से खुद को रोक ही नहीं पाए। यह घटना जयपुर की गलियों का हैं, जहाँ एक ब्रिटिश दम्पति अपना हनीमून मानने के लिए आये थे। जयपुर में घूमते हुए उन्होंने देखा कि एक बन्दर एक सूअर के ऊपर बैठकर बहुत ही आराम से घूम रहा है। वो बन्दर और सूअर की दोस्ती का नमूना देखकर हैरान हो गए। केवल यही नहीं बन्दर और सूअर ने खाना भी मिल-बांटकर खाया।

जोड़े के अनुसार जब वह एक स्थान से दुसरे स्थान पर जाने की तैयारी कर रहे थे तभी उन्हें यह अद्भुत नजारा देखने को मिला। पास से एक सूअर गुजर रहा था, तभी एक बन्दर कूदकर उसकी पीठ पर बैठ गया। बन्दर सूअर की पीठ पर बैठकर लगभग 10 मिनट तक यहाँ वहाँ टहलता रहा। कुछ देर बाद सूअर एक कूड़ेदान के पास पहुँचा, जो उसके लिए काफी ऊँचा था। तब बन्दर पीठ से उछलकर कूड़ेदान पर चढ़ गया और उसमें से खाना ढूंढकर निकाला। बाद में दोनों गहरे दोस्त की तरह मिल-बांटकर खाना खाने लगे।

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