राजनीति

बढ़ने वाली हैं अरविन्द केजरीवाल की मुश्किलें, आप की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में हुई जमकर गुटबाजी

नई दिल्ली: दिल्ली की वर्तमान सरकार आम आदमी पार्टी में फूट पदनी शुरू हो गयी है और यह साफ़-साफ़ देखा जा सकता है। पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की गुरुवार को हुई बैठक में वैसे तो पार्टी के कई एजेंडे थे, लेकिन सबकी निगाहें कुमार विश्वास पर टिकी रहीं कि वो बोलेंगे या नहीं। बैठक के दौरान यह भी परेशानी थी कि कुमार विश्वास और उनके विरोधी कहे जाने वाले अमानत्तुल्लाह खान के गुट कहीं आमने-सामने ना आ जाएँ। कुमार विश्वास मंच पर नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं के बीच बोले।

बैठक में साधा गया उपराज्यपाल पर निशाना:

दोनों गुटों ने बैठक के दौरान शांति बनाये रखीलेकिन जैसे ही दोनों बाहर निकले अपनी-अपनी आस्तीनें चढ़ा ली। जब कुमार विश्वास बैठक से बाहर निकलने लगे तो उनके समर्थकों ने जमकर जिंदाबाद के नारे लगाये। इतना था कि अमानतुल्लाह के समर्थकों ने कुमार विश्वास के खिलाफ नारे लगने शुरू कर दिए। ऐसे माहौल के बीच हुई राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पार्टी ने खुद की पीठ थपथपाई और उपराज्यपाल पर जमकर निशाना साधा गया।

बैठक में सबसे देर से पहुँचे मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल:

आप की यह बैठक दिल्ली के बाहरी इलाके अलीपुर स्थित एक फार्म हाउस में सुबह 10 बजे के बजाय 11:30 बजे शुरू हुई। इस बैठक में आप पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान का निलंबन वापस लिए जाने का मसला भी उठेगा, इसी डर से अधिकांश सदस्यों के मोबाइल फोन सभागार के बाहर रखवा लिए गए थे। कुमार विश्वास के साथ ही कई नेता सुबह ही पहुंच गए थे, लेकिन मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल शाम सवा चार बजे पहुंचे और पंद्रह मिनट बोलने के बाद चले गए।

कुमार विश्वास ने करा दिया मामले को शांत:

बैठक शुरू होने पर विश्वास के कुछ समर्थकों ने उनका नाम वक्ताओं की सूची में शामिल न होने पर आपत्ति जताई, जिसका केजरीवाल समर्थकों ने यह कहते हुए विरोध किया कि वक्ताओं का पैनल सर्वसम्मति से तय किया गया है। कुछ मिनट के लिए दोनों पक्षों के कुछ सदस्यों में तू-तू, मैं-मैं भी हुई, लेकिन कुमार विश्वास ने मामले को शांत करा दिया। बैठक के बाद कुमार विश्वास और अमानतुल्लाह गुट के बीच नारेबाजी तब शुरू हो गई, जब विश्वास अपनी गाड़ी से जाने लगे। कुमार विश्वास बिना रुके ही चले गए। इसके बाद जब अमानतुल्लाह खान निकले, तो विश्वास के समर्थकों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की।

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