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KKR की हार पर बोलें नेटिजन्स, जिसका बेटा चरसी हो, उन्हें नहीं मिल सकती कोई गुड न्यूज। जानिए…

शाहरुख के लिए लिबरल गैंग ने पढ़ी दुआ, फ़िर भी हार गई केकेआर। जानिए केकेआर की हार पर नेटिजन्स का रिएक्शन...

बॉलीवुड के किंग खान और कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) के मालिक शाहरुख खान (Shahrukh Khan) इस समय बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। जी हाँ उनका बेटा आर्यन खान (Aryan Khan) 8 अक्टूबर से मुंबई की जेल में बंद है और दूसरी तरफ उनकी टीम आईपीएल के फाइनल मुकाबले में सीएसके से हार चुकी है।

Shahrukh Khan

बता दें कि आईपीएल (IPL-2021) में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की जीत ने जाहिर तौर पर केकेआर (KKR) के फैन्स को निराश किया होगा। लेकिन उससे भी ज्यादा रोना तो उस लिबरल व कट्टरपंथी गिरोह के सक्रिय सदस्यों को आ रहा होगा, जो इस खेल को आर्यन ड्रग केस में मिलने वाली राहत से जोड़कर देख रहा था।

Shahrukh Khan

गौरतलब हो कि दो टीमों के खेल को शाहरुख खान की जीत-हार से जोड़ देने वाला ये गिरोह मैच से पहले दुआ कर रहा था कि किसी तरह फाइनल मैच में केकेआर जीते तो उन्हें ऐसा लगे कि शाहरुख को भी जीत मिल गई है।


इसी के तहत इस्लामी पत्रकारिता की सबसे बड़ी वाहक राणा अयूब ने तो केकेआर के फाइनल में पहुँचने को ‘पोएटिक जस्टिस’ तक कह डाला। वहीं रेडियो मिर्ची की साएमा ने लिखा था कि, “सच में केकेआर को जीतते देखना चाहती हूँ। हालाँकि मैं धोनी की फैन हूँ लेकिन आज मैं शाहरुख खान को जीतते देखना चाहती हूँ।” इतना ही नहीं सबा नकवी ने कहा था कि, “केकेआर के साथ हूँ क्योंकि मुझे शहर पसंद हैं और चाहती हूँ कि शाहरुख खान के जीवन में कुछ खुशखबरी आए।”


अब आप यह सोच सकते हैं कि किस तरीक़े से क्रिकेट जैसे सामान्य खेल को भी किसी व्यक्ति के अस्तित्व से जोड़कर देखा गया। ऐसे में उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया पर केकेआर की जीत को आर्यन खान ड्रग केस में शाहरुख खान को मिलने वाली राहत से जोड़कर देखने वाली इन लिबरल पत्रकारों को सीएसके की जीत ने आहत किया होगा। इसी का अंदाजा लगाते हुए सोशल मीडिया यूजर इनके ट्विट्स शेयर कर रहे हैं।

Shahrukh Khan

कहीं धोनी को पोएटिक जस्टिस का बाप बताया जा रहा है और कहीं पूछा जा रहा है कि इस खेल की जीत हार से शाहरुख की परेशानियों या उन्हें मिलने वाली खुशी का क्या लेना-देना। वैसे भी देखा जाए तो खेल अपनी जगह है और आर्यन खान का मामला अपनी जगह, लेकिन हमारे देश के लिबरल गैंग किसी भी स्तर तक जा सकते और कहीं न कहीं आईपीएल-2021 के फ़ाइनल को लेकर भी यही देखने को मिला।


बता दें कि ऐसे में द स्किन डॉक्टर ने तंज कसते हुए ट्वीट किया कि, “सीएसके अच्छे से जानती थी कि केकेआर एक मुस्लिम सुपरस्टार की टीम है जो अपने बुरे दौर से गुजर रहे हैं वो भी उसके 23 साल के बच्चे की वजह से जो शिप पर गया था। इसके बावजूद उन्होंने केकेआर को जीतने नहीं दिया। ये पोएटिक जस्टिस नहीं हैं। यह IPL का इस्लामोफोबिया को दर्शाता है। न कि उस भारत को जिसका सपना नेहरु ने देखा था।”


इतना ही नहीं यदि लिबरल गिरोह का रोना एक साइड कर दिया जाए तो  साल 2021 का इंडियन प्रीमियर लीग काफ़ी शानदार रहा। चेन्नई सुपर किंग्स ने उनके फैन्स को जश्न मनाने का पूरा-पूरा मौका दिया। वहीं केकेआर का प्रदर्शन भी ऐसा था कि धोनी ने खुद कहा कि जीत की असली हकदार केकेआर है।

वहीं स्कोर बोर्ड की बात करें तो टॉस हारने के बाद चेन्नई को बैटिंग मिली और उन्होंने तीन विकेट खोकर 192 रन का लक्ष्य केकेआर को दिया। केकेआर ने भी जीतने के लिए दम लगाया लेकिन फिर भी 27 रनों से हार का मुँह देखना पड़ा।


बता दें कि ये चौथा मौका है जब चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने नाम खिताब किया। इससे पहले उन्होंने  साल 2010 में मुंबई इंडियंस, 2011 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) को और 2018 में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) को हराकर आईपीएल में जीत हासिल की थी।


आख़िर में इस मैच की कुछ ख़ास बातें करें तो जैसे बतौर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का यह 300वाँ मैच रहा। रवींद्र जडेजा ने जहाँ इस मैच के साथ ही अपने 200 आईपीएल मैच पूरे किए। वहीं फाफ डुप्लेसिस ने भी 100वाँ आईपीएल मैच खेला। अंतिम मैच के दिन डुप्लेसिस ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ बने जबकि हर्षल पटेल ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ रहे। सीएसके के ऋतुराज गायकवाड़ ने पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा (635) रन बनाए। वहीं RCB के हर्षल पटेल (32) टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे।

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