अध्यात्म

सावन में महिलाएं जरूर करें ये 6 काम, अखंड सौभाग्य से लेकर सुख तक सबकुछ मिलेगा

इस समय सावन का महिना चल रहा है। ऐसे में हर शिव भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने में लगा हुआ है। सावन के महीने में शिवजी के साथ साथ माता पार्वती की भी पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस माह में शिव पार्वती को पूजने से हर मनोकामना पूर्ण होती है। इसके साथ ही दुख और परेशानियाँ आपको छू भी नहीं पाती है। सावन के महीने में महिलाएं ज्यादा एक्टिव रहती हैं। इनमें भी विवाहित महिलाएं शिवजी को मनाने का अधिक प्रयास करती हैं। वे भोलेनाथ से अपने पति और परिवार की सलामती की प्रार्थना करती है।

ऐसे में इस माह में यदि महिलाएं कुछ विशेष कार्यों को करें तो उन्हें अत्यधिक लाभ होता है। इन कामों से शिवजी के साथ साथ माता पार्वती भी प्रसन्न होती हैं। वे महिलाओं को अखंड सौभाग्य प्रदान करती हैं। तो चलिए फिर बिना किसी देरी के जानते हैं कि महिलाओं को सावन में कौन कौन से काम करने चाहिए।

1. सावन मास में महिलाएं रोज सुबह सूर्योदय के पहले उठकर स्नान कर लें। इसके बाद साफ सुथरे वस्त्र धारण कर शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। ऐसा करने से शिवजी और मां पार्वती दोनों ही प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा आपके ऊपर बरसाते हैं। वैसे इस काम को महिलाओं के अतिरिक्त पुरुष भी कर सकते हैं।

2. सावन के महीने में हरियाली अपने चरम स्तर पर होती है। ऐसे में इस माह में महिलाओं को हाथ में हरे रंग की चूड़ियां भी पहननी चाहिए। ऐसा करने से मां पार्वती बड़ी खुश हो जाती हैं। वे आपके जीवन में भी खुशियों की हरियाली ले आती हैं। इसलिए सावन में रोज या प्रत्येक सोमवार हरी चूड़ी अवश्य पहने।

3. सावन के महीने में महिलाएं सुहाग की चीजें मां पार्वती को अवश्य चढ़ाएं। इसके साथ ही इस महीने में दान करने का भी महत्व रहता है। ऐसा करने से मां पार्वती प्रसन्न होती है और भक्तों को अखंड सौभाग्य प्रदान करती है। इतना ही नहीं इस उपाय से आपके सुहाग यानि पति की उम्र भी लंबी होती है।

4. सावन के महीने में मेहंदी जरूर लगाना चाहिए। यह शुभ होता है। मेहंदी सुहाग की निशानी भी होती है। इसलिए इसे सावन महीने में कम से कम एक बार तो अवश्य लगाना चाहिए। इसके अलावा हरियाली तीज पर मेहंदी लगाने का अपना अलग महत्व होता है।

5. सावन के माह में महिलाओं को भोलेनाथ के भजन भी गाने चाहिए। भजन गाने से मन शांत रहता है और मन में पॉजिटिव विचार आते हैं। इससे घर में भी सकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है। इस माहौल में भगवान की पूजा पाठ की जाए तो उन्हें बड़ा अच्छा लगता है। इसलिए सावन में आप भजन गाकर शिव और गौरी दोनों को प्रसन्न कर उनकी कृपा के पात्र बन सकते हैं।

6. सावन माह में लड़ाई झगड़े और गुस्से से कोसों दूर रहना चाहिए। यह महिना आनंद का होता है। इसे हँसते हुए और प्यार के साथ बिताना चाहिए। यदि किसी वजह से क्रोध आ भी जाए तो ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से आपका गुस्सा शांत हो जाएगा और मन भी पॉजिटिव ख्यालों से भर जाएगा।

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