राजनीति

TMC नेता मुजफ्फर की धमकी- पहले बीवी को भेजो फिर गांव में घुसने देंगे.. देखें Video

2 मई को पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव नतीजे आने के बाद से ही तृणमूल कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं की राजनीतिक हिंसा और हिंदुओं को टारगेट किए जाने को लेकर खबरें देखने और सुनने को मिल रही है। इस बीच दलित बीजेपी महिला कार्यकर्ता के पति को धमकी देने और उसकी बीवी को लेकर अश्लील कमेंट करने का एक मामला सोशल मीडिया पर छाया हुआ है।

bjp worker husband

दरअसल बीजेपी उम्मीदरवार और सामाजिक संगठन सिंह वाहिनी के अध्यक्ष देवदत्त माजी ने एक वीडियो ट्विटट किया है। इसमें उन्होंने बताया है कि कैसे उत्तर 24 परगना जिले के मीनाखान (Minakhan) विधानसभा क्षेत्र के टीएमसी नेता मुजफ्फर द्वारा हिंदू दलित बीजेपी कार्यकर्ता पिंकी बाज से गुंडई जैसा व्यवहार किया गया।

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वीडियो में हिंदू दलित बीजेपी कार्यकर्ता पिंकी बाज के पति यह कहते हुए नजर आते हैं कि वे गांव में वापस आना चाहते थे लेकिन इसके बदले टीएमसी नेता मुजफ्फर ने उनसे एक शर्त रखी और बोल कि ‘अपनी बीवी पिंकी को कुछ दिनों के लिए मेरे पास भेजो, फिर ही तुम्हें गांव में वापस आने देंगे।’

बताते चलें कि 2 मई को विधानसभा चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद क्षेत्र में बीजेपी महिला शाखा की कोषाध्यक्ष पिंकी बाज, पति साधन बाज और कई अन्य हिंदुओं को अपने मुस्लिम बहुल गांव से पलायन करना पड़ा था। इसकी वजह तृणमूल कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा की गई राजनीतिक हिंसा बताई जा रही है। गांव से भागने के बाद पिंकी सहित अन्य हिंदुओं ने अपने दूसरे गांव में शरण ली थी। बीजेपी नेता देवदत्त माजी ने यह वीडियो वहीं जाकर बनाया है।

पिंकी के पति साधन बताते हैं कि 2 मई को जैसे ही चुनाव नतीजे आए गांव के मुसलमानों ने हिंदुओं पर हमला बोल दिया। हम सिर्फ शरीर पर कपड़े लिए अपना सबकुछ छोड़ वहां से भाग गए। इसके बाद मैंने स्थानीय (तृणमूल कॉन्ग्रेस) समिति के नेता मुजफ्फर बेग को कॉल कर गांव वापस आने की इच्छा प्रकट की, इस पर उन्होंने कहा कि ‘पहले अपनी बीवी को भेज, फिर तुम आ सकते हो।;

बताया जा रहा है कि पिंकी के पोलिंग बूथ में लगभग 769 मतदाता हैं, इसमें 67 हिंदू और बाकी मुस्लिम हैं। टीएमसी के अत्याचरों से तंग आकार पिंकी ने पीएम मोदी से विनती की है कि मुसलमानों द्वारा हम पर जो अत्याचार किए जा रहे हैं उससे हिंदुओं की रक्षा करें।

उत्तर 24 परगना जिला अक्सर चुनाव पूर्व और बाद की हिंसा को लेकर बदनाम रहा है। यहां की 26% आबादी मुसलमान है। चुनाव पूर्व यहां सैकत भवन, मनीष शुक्ला जैसे बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं के मर्डर हो चुके हैं। बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं की हत्या के अलावा यहाँ टीएमसी नेताओं द्वारा महिलाओं से यौन उत्पीड़न होने के मामले भी सुनने में आए हैं। ऐसे में कई हजार परेशान हिंदुओं ने इस अत्याचार से बचने के लिए अपना घरबार छोड़ असम में शरण ली है।

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