विशेष

अमेरिका की हाई-फाई जॉब छोड़ भारत आया शख्स, खरीदी 20 गाय और कमाने लगा 44 करोड़ रुपए सालाना

लाइफ में पैसा ही सबकुछ नहीं होता है। संतुष्टि नाम की भी कोई चीज होती है। इस संतुष्टि को पाने के लिए लोग किसी भी हद तक चले जाते हैं। अब आईआईटी खड़गपुर से ग्रेजुएट पूर्व इंजीनियर किशोर इंदुकुरी को ही ले लीजिए। किशोर अपनी मास्टर डिग्री और पीएचडी कंप्लीट करने के बाद अमेरिका चले गए थे। यहां उन्होंने कुछ समय और पढ़ाई की और फिर उन्हें अमेरिका की एक हाईटेक कंपनी में तगड़ी सैलरी वाली जॉब मिल गई।

kishore indukuri

लेकिन इस जॉब से किशोर संतुष्ट नहीं थे। अमेरिका में रहते हुए वे अपने वतन की मिट्टी को मिस कर रहे थे। ऐसे में उन्होंने इंटेल कंपनी की अच्छी खासी जॉब छोड़ दी और भारत स्थित अपने होमटाउन कर्नाटक लौट आए। किशोर एक साधारण जीवन जीने को तरस रहे थे। उन्हें अमेरिका की भोग विलास वाली लाइफ रास नहीं आ रही थी। वे अपने देश, अपने घर रहकर कुछ करना चाहते थे। या फिर कहे वे अपनी जड़ों से जुड़े रहना चाहते थे।

kishore indukuri cow milk business

भारत आने के बाद उनकी लाइफ का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट आया। यहां आकर उनकी लाइफ ही बदल गया। हालांकि शुरुआत में उन्होंने बहुत मेहनत भी की। अमेरिका से भारत आते ही उन्होंने सबसे पहले 20 गाय खरीदी और अपना डेयरी का बिजनेस शुरू किया। ये 2012 की बात है। फिर देखते ही देखते उन्होंने अपना बिजनेस इतना बड़ा लिया कि आज वे सालाना 44 करोड़ रुपए कमाते हैं।

kishore indukuri cow farm

दरअसल भारत आकर किशोर ने नोटिस किया कि यहां शहर में सुरक्षित और हेल्थी दूध के बहुत कम विकल्प उपलब्ध है। इसलिए उन्होंने गायें खरीदकर ऑर्नगैनिक दूध लोगों को पहुंचाना शुरू किया। सटरिंग में उन्होंने खुद अपने परिवार वालों के साथ मिलकर गाय का दूध निकाला। इसके बाद उन्होंने इंस्टाल-फ्रीज-स्टोर सिस्टम में पैसे लगाए। इससे उनका दूध गाय से निकालने से लेकर ग्राहकों को पहुंचाने तक सुरक्षित रहता था।

kishore indukuri milk farm

किशोर इंदुकुरी के डेयरी फार्म का नाम ‘सिड्स फार्म’ है। ये उन्होंने अपने बेटे सिद्धार्थ के नाम पर रखा है। साल 2018 में उनके पास 6,000 से ज्यादा कस्टमर थे। वे तब हैदराबाद और उसके आसपास के इलाकों में डिलीवरी कर रहे थे.। लेकिन वर्तमान में वे रोजाना 10,000 ग्राहकों को दूध डिलीवर करते हैं। इससे उनकी सालाना ये लगभग 44 करोड़ रुपये के आसपास हो जाती है।

kishore indukuri with cow

किशोर इंदुकुरी की स्टोरी कई लोगों को प्रेरित कर रही है। जमीन से जुड़ा रहना किसे कहते हैं ये हम इनसे सिख सकते हैं। आजकल के युवा विदेश जाने के सपने देखते हैं लेकिन किशोर इंदुकुरी ने अपना सपना साकार करने के लिए विदेश छोड़ दिया और भारत में रहकर संतुष्टि भरा काम किया।

Back to top button