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मातृ दिवस विशेष- जानिये क्या है प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना और कौन ले सकता इसका फ़ायदा

सबका साथ सबका विकास ही मोदी सरकार का धेध्य।

मोदी सरकार केंद्र की सत्ता में काबिज ही “सबका साथ- सबका विकास” के नारे के साथ हुई थी। कोरोना काल में भी कहीं न कहीं मोदी सरकार सभी को साथ लेकर चलने को प्रयासरत है। फ़िर वह चाहें विपक्षी दल हो या देश के आम नागरिक। आज यानी 09 मई को “मातृ दिवस” है। ऐसे में आज हम जानेंगे केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही। “मातृ वंदन योजना” के बारे में। आख़िर इस योजना का कौन-कौन उठा सकता लाभ, और उसको प्राप्त करने के लिए क्या है प्रावधान?

आपको बता दें कि मातृ वंदन योजना एक मातृत्व लाभ की योजना है। जिसे 01 जनवरी 2017 से देश के सभी जिलों में लागू किया गया है। केंद्र प्रायोजित यह योजना महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा संचालित किया जाता है। इस योजना के माध्यम से केंद्र सरकार गर्भवती महिलाओं के खाते में 5000 हजार रुपये दे रही है। मातृ वंदन योजना के तहत 5000 रुपये तीन अलग-अलग किश्तों में दिए जाते हैं। गौरतलब हो कि वित्त वर्ष 2020 तक इस योजना में लगभग 1.75 करोड़ पात्र महिलाएं शामिल हो चुकी है। इसके अलावा बात करें तो वित्तीय वर्ष 2018 से 2020 तक इस योजना के माध्यम से पात्र लाभार्थियों को कुल 5,931.95 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है।

आईए जानते हैं कौन है इस योजना का पात्र

वे महिलाएं जो केंद्र सरकार या राज्य सरकारों या सार्वजनिक उपक्रमों में नियमित रोज़गार में संलग्न हैं तथा किसी भी कानून के तहत समान लाभ प्राप्त करती हैं, को छोड़कर सभी गर्भवती महिलाएंँ और स्तनपान कराने वाली माताएंँ इस योजना के लिए पात्र हैं। वहीं ऐसी सभी पात्र गर्भवती महिलाएँ और स्तनपान कराने वाली माताएँ जिन्होंने परिवार में पहली संतान के लिए 1 जनवरी, 2017 को या उसके बाद गर्भधारण किया हो। वह भी इस योजना का लाभ उठा सकती है। हां इस योजना की विशेष बात यह है कि 19 वर्ष से पहले गर्भवती हुई महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिलेगा। ऐसे में यह प्रावधान कहीं न कहीं यह दर्शाता है कि सरकार बाल-विवाह को हतोत्साहित करना चाहती है। जो स्वस्थ समाज के लिए बेहतर भी है।

कब-कब मिलेगा मातृ वंदन योजना का पैसा

योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने पर पोषण के लिए पांच हजार रूपये गर्भवती महिलाओं के खाते में दिए जाते हैं। इसकी पहली किश्त 1000 रूपये की गर्भधारण के 150 दिनों के भीतर तो वहीं दूसरी किश्त 2000 रूपये 180 दिनों के अंदर और कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच हो जाने पर दिए जाते हैं। जबकि, तीसरी किश्त 2000 रूपये की प्रसव के बाद और शिशु के प्रथम टीकाकरण का चक्र पूर्ण होने पर मिलता है।

आवेदन की प्रक्रिया और शर्तें

आवेदन करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि आवेदन करने वाली गर्भवती महिलाओं की उम्र 19 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा उनके पास राशन कार्ड, बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र और माता पिता दोनों के आधार कार्ड के साथ साथ बैंक खाते की पासबुक होना जरूरी है। इन शर्तों को पूरा करने वाली महिलाएं घर बैठे आवेदन कर सकती, क्योंकि मातृत्व वंदना योजना 2021 के अंतर्गत केंद्र सरकार ने आवेदन की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है। पात्र महिलाएं www.Pmmvy-cas.nic.in पर जाकर आवेदन करके योजना का लाभ उठा सकती हैं।

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