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घरेलू टीकाकरण पर फोकस करेगी सरकार, दूसरे देशों को सप्लाई नहीं की जाएगी कोरोना वैक्सीन

भारत सरकार ने देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन दूसरे देशों को नहीं देने का फैसला किया है। सूत्रों के अनुसार सरकार ने फैसला किया है कि अब सबसे पहले घरेलू टीकाकरण पर फोकस किया जाएगा और फिलहाल ये वैक्सनी दूसरे देशों को नहीं दी जाएगी। देश में एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) कोवीशील्ड के नाम से कर रही है और भारत सरकार द्वारा अभी तक कई सारे देशों को ये वैक्सीन दी जा चुक है। लेकिन अब भारत सरकार कुछ समय के लिए घरेलू टीकाकरण पर जोर देगी और बन रही सभी वैक्सीन का इस्तेमाल देश में किया जाएगा।

एक अधिकारी ने बिना अपना नाम उजागर किए बताया, वैक्सीन के निर्यात पर कोई रोक नहीं लगाई गई है। लेकिन दूसरे देशों को वैक्सीन की सप्लाई घरेलू सप्लाई के आकलन के बाद ही की जाएगी। विदेशों में वैक्सीन एक्सपोर्ट डोमेस्टिक प्रोडक्शन पर भी निर्भर करेगा। सरकार की प्राथमिकता सबसे पहले देश के लोगों का टीकाकरण करना है। दरअसल देश में कोरोना के मामले बढ़ने से हर राज्य ने कोरोना की अधिक डोज की मांग की है और इस मांग को पूरा करने के लिए  अन्य देशों में कोरोना की सप्लाई को रोकना जरूरी है।

राजस्थान-पंजाब समेत कई राज्यों ने केंद्र सरकार से भारी मात्रा में वैक्सीन की मांग की है, जिसकी सप्लाई की जानी है। भारत ने अब तक 76 देशों को कोरोना वैक्सीन भेजी हैं। इनमें से कई देशों को वैक्सीन फ्री में दी गई है। भारत ने पड़ोसी देशों श्रीलंका, भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और सेशेल्स को करीब 56 लाख वैक्सीन फ्री में दी गई हैं।

16 जनवरी से शुरू हुआ है टीकाकरण

16 जनवरी से देश में कोरोना का टीकाकरण शुरू हुआ है। जिसके तहत सबसे पहले हेल्थकेयर वर्कर्स को टीका लगाया गया था। जबकि दूसरे फेज की शुरूआत 1 मार्च से शुरू हुई है। इस फेज के तहत 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। इसके साथ ही 45 से 60 की उम्र के ऐसे लोगों को भी वैक्सीन लग रही है, जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। वहीं एक अप्रैल से 45 साल और इससे ज्यादा उम्र के सभी लोग भी कोरोना वैक्सीन लगवा सकते हैं।

इस समय देश में दो वैक्सीन (कोवीशील्ड और कोवैक्सिन) का इस्तेमाल किया जा रहा है। भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) कोवीशील्ड और भारत बायोटेक कोवैक्सिन का प्रोडक्शन कर रही हैं।

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