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ये है देश का अनोखा मंदिर, यहां देवता की जगह सुभाष चंद्र बोस की होती है पूजा- देखें तस्वीरें

आज पूरे देश में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई जा रही है और कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन देश भर में किया गया है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में भी इस अवसर पर एक खास कार्यक्रम रखा गया है और यहां के लोग मंदिर में जाकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के दर्शन कर रहे हैं। दरअसल इस शहर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम से एक मंदिर बनाया गया है और इस मंदिर में सुबह से लोग आकर हमारे देश के इस महान नेता के दर्शन कर उनका आशीर्वाद ले रहे हैं।

इस मंदिर में भगवान की जगह राष्ट्र देवता के रूप में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा स्थापित की गई है। इस मंदिर में रोजाना लोग आते हैं और इनके दर्शन करते हैं। ये मंदिर विशेष तौर से देशभक्तों के लिए बनाया गया है। ये देश का ऐसा पहला मंदिर है, जो किसी नेता के लिए बनाया गया है। इतना ही नहीं इस मंदिर की पुजारी एक दलित लड़की है। जिसकी आयु महज 14 वर्षीय है।

इस मंदिर में हर धर्म के लोग आते हैं। कहा जाता है कि इस मंदिर की देख रेख मुस्लिम व हिंदू मिलकर करके हैं। जिसके कारण इस मंदिर में सभी जाति और धर्म के लोगों को आने की अनुमति है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन के अवसर पर हर वर्ष यहां पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन होता है और खास तरह से मंदिर को सजाया जाता है।

वाराणसी के लमही गांव में बने मंदिर में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पूजा राष्ट्रदेवता के रूप में की जाती है। रोज सुबह-शाम यहां आरती होती है और इनको भोग भी लगाया जाता है। इस मंदिर में आरती करते हुए देश भक्ती के गाने गए जाते हैं। घंटियों की जगह ड्रम और पाइप बजाए जाते।

इस मंदिर में आने वाले लोगों का कहना है कि यहां पर आकर मांगी गई हर कामना पुरी हो जाती है। इस मंदिर को जाने-माने इतिहासकार व सुभाष वादी राजीव श्रीवास्तव ने बनवाया। इस मंदिर को सुभाष भवन के नाम से जाना जाता है। यहां आने वाले लोगों का कहना है कि सुभाष जी का दर्शन कर उन्हें राष्ट्रभक्ति के लिए प्रेरणा मिलता है। दूर-दूर से लोग इस मंदिर में आकर इनके दर्शन करते हैं।

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