समाचार

16 साल की नाबालिग दलित लड़की से दुष्कर्म के आरोप में AIMIM नेता शकील खान गिरफ्तार

मासूम दलित लड़की को बहला फुसला कर शकील खान ने उसके साथ किया दुष्कर्म

बलात्कार जैसी घटनाएं आज भी भारत के लिए एक बहुत बड़ी समस्यां हैं. आलम ये हैं कि हमारी बच्चियां और माता बहने कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं. हर एरिया में हवस का भूखा एक दरिंदा छिपा बैठा रहता हैं. यही वजह हैं कि रोजाना हमें दुष्कर्म से जुड़े कई मामले सुनने को मिलते हैं. अब हैदराबाद (Hyderabad) के चदरघाट (Chaderghat) का ही मामला ले लीजिए. यहाँ 16 साल की एक नाबालिग लड़की के रेप का मामला सामने आया था. अब इस केस में चदरघाट पुलिस ने एक All Inida Majlis-e-Ittehadul Muslimeen यानी AIMIM वर्कर shakeel Khan को गिरफ्तार किया हैं.

लड़की को बहला फुसला कर किया था गंदा काम

आरोप हैं कि कमल नगर निवासी AIMIM एक्टिविस्ट शकील खान (Shakeel Khan) ने 16 साल की एक नाबालिग दलित कन्या के साथ बलात्कार किया हैं. इस मामले में चदरघाट पुलिस ने बिना किसी देरी के शकील को तुरंत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया हैं. जब ये अपराध हुआ तब नाबालिग पीड़िता अपने चाचा के घर थी. आरोपी शकील का घर भी उसी एरिया में हैं. बताया जा रहा हैं कि शकील ने नाबालिग लड़की को बहला फुसला कर उसके साथ दुष्कर्म किया था.

फोन पर दी थी धमकी

यह भी आरोप हैं कि शकील खान ने लड़की को दुष्कर्म के बाद फोन पर धमकी देते हुए कहा था कि वो इस बारे में किसी को ना बताए. हालाँकि लड़की ने पूरा मामला अपने परिवार वालो को बता दिया. इसके बाद लड़की के रिश्तेदारों की शिकायत पर पुलिस ने शकील के खिलाफ केस दर्ज किया.

IPC की इन धाराओं पर हुआ केस दर्ज

शिकायत मिलते ही चदरघाट पुलिस ने आरोपी शकील खान के खिलाफ आईपीसी की धरा 376 (बलात्कार), POSCO एक्ट और SC/ST अत्याचार अधिनियम के तहत केस दर्ज कर दिया. चदरघाट पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर पी. सतीश ने बाताया कि अपराध की जानकारी मिलते ही हमने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके ऊपर कानून की कड़ी धाराओं के आधार पर केस दर्ज कर दिया हैं. फिलहाल आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया हैं.

AIMIM का एक्टिव वर्कर हैं शकील खान

जानकारी के मुताबिक़ आरोपी शकील खान मालकपेट निर्वाचन क्षेत्र का एक्टिव AIMIM कार्यकर्ता हैं. शकील मंडल स्तर पर पार्टी की गतिविधियों में भाग लेता रहता था.

यह पूरी घटना काफी दुःख दायक हैं. हम समझ सकते हैं कि इस बड़े हादसे से गुजरने के बाद उस पीड़ित नाबालिग लड़की पर क्या गुजर रह होगी. भारत में इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए और भी सख्त कानून के बनाने की आवश्यकता हैं. इसके साथ ही आरोप साबित होने पर आरोपी को सजा देने में कोई देरी भी नहीं होना चाहिए. अक्सर यही देखने में आता हैं कि इस तरह के मामले कोर्ट में बहुत लम्बे खीचते चले जाते हैं. ऐसे में पीड़िता को न्याय मिलने में बहुत समय भी लग जाता हैं. एक और पैटर्न ये भी देखने को मिलता हैं कि जब किसी नाबालिग के साथ दुष्कर्म होता हैं तो आरोपी आस-पड़ोसी, जान पहचान वाला या रिश्तेदार में से ही कोई होता हैं. ऐसे में आपको ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत हैं.

Back to top button