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केरल में फंसे थे ओड़िसा के 511 मजदूर, स्पेशल ट्रेन से आए घर, जानें कहाँ कहाँ पहुंचेंगे यह मजदूर

कोरोना वायरस और लोकडाउन के कारण हर किसी को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं. हालाँकि कोरोना के संक्रमण की चैन को तोड़ने के लिए ये लॉकडाउन जरूरी भी हैं. बस सबसे अधिक दिक्कत उन लोगो को हो रही हैं जो अपने घर से दूर किसी दुसरे शहर में फंसे हुए हैं. खासकर मजदूर वर्ग के लोग काम ना मिलने की वजह से भूख और कंगाली से बेहाल हैं. ऐसे में सरकार ने दुसरे राज्यों मेंफंसे इन मजदूरों को वापस घर लाने के लिए स्पेशल ट्रेन चलाना शुरू कर दी हैं. अलग अलग राज्य दूर दराज फंसे अपने स्टेट के मजदूरों को वापस ला रहे हैं. इस बीच केरल में फंसे प्रवासी मजदूर भी 3 मई को स्पेशल ट्रेन के माध्यम से अपने राज्य ओड़िसा पहुंचे हैं.

511 मजदूर स्पेशल ट्रेन से आए घर

दरअसल लॉकडाउन की वजह से केरल में ओड़िसा के रहने वाले 511 प्रवासी श्रमिक फंसे हुए थे. ऐसे में ओड़िसा राज्य की सरकार ने उन्हें लेने के लिए एक विशेष एक्सप्रेस ट्रेन भेजी थी. यह ख़ास ट्रेन ओड़िसा में फंसे मजदूरों को लेने के लिए केरल के अलुभा स्टेशन पर पहुंची थी. यहाँ इस ट्रेन में 511 ओड़िसा मजदूर सवार हुए थे. इसके बाद रविवार सुबह 5 बजे बरहमपुर के नजदीक जगन्नाथपुर स्टेशन पर यह ट्रेन इन श्रमिकों को लेकर आ गई. इन श्रमिकों में अधिकतर (353) कंधमाल जिले के रहने वाले हैं. इसके अतिरिक्त गंजाम जिले के 131, रायगड़ा से 17, बौद्ध जिले से हैं, , नवरंगपुर से 3 और कोरापुट जिले से 1 मजदूर हैं.

मेडिकल चेकअप के बाद किया क्‍वारंटाइन

एहतियात के तौर पर ट्रेन से जितने भी मजदूर आए उन सभी का जगन्नाथपुर रेलवे स्टेशन पर मेडिकल चेकअप किया गया. इसके बाद एक एक कर इन्हें अपने अपने जिले भेजने का बंदोबस्त हुआ. इन सभी मजदूरों को अपने अपने जिले में क्‍वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा. इस तरह यह सुनिश्चित हो जाएगा कि यह मजदूर कोरोना वायरस से संक्रमित है या नहीं. यदि कोई कोरोना पॉजिटिव निकलता हैं तो उसका उचित इलाज होगा और जिनमे कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिखते उन्हें वापस क्‍वारंटाइन सेंटर से घर भेज दिया जाएगा.

इन राज्यों में भी चल रही स्‍पेशल ट्रेन

लॉकडाउन में गैर-राज्यों में फंसे मजदूरों को कितनी तकलीफ हो रही हैं इसका अंदाजा सरकार को भी होने लगा हैं. यही वजह हैं कि देश के भिन्न भिन्न राज्यों में इस तरह की स्पेशल ट्रेनों से मजदूरों को घर लाया जा रहा हैं. फिलहाल यह स्पेशल ट्रेन लिंगमपल्ली से हटिया, अलुवा से भुवनेश्वर, नासिक से भोपाल, जयपुर से पटना, नासिक से लखनऊ और कोटा से हटिया के लिए चलेगी. इन ट्रेनों में मजदूरों को बैठाने के पहले उनकी मेडिकल जांच के आदेश भी हैं. यदि किसी मजदूर में कोरोना के लक्षण देखने को मिलते हैं तो उन्हें ट्रेन में नहीं बैठाया जाएगा.

ट्रेन में हैं यह व्यवस्थाएं

जिन राज्यों से मजदूरों को भेजा जा रहा हैं वे ट्रेन के अंदर ही उनके खाने पिने का इंतजाम भी करेंगे. इसके साथ ही यात्रा के दौरान सभी को मास्क पहनकर रखना भी अनिवार्य हैं. जब ट्रेन अपने राज्य पहुंचेगी तो वहां उस राज्य की सरकार इन्हें रिसीव करने का प्रबंध करेगी. इस दौरान ट्रेन से उतरने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग होगी. यदि जरूरी हुआ तो इन यात्रियों को क्‍वारंटाइन में भी रखा जाएगा.

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