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बॉलीवुड के मशहुर विलेन के दामाद हैं शरमन जोशी, खूबसूरत पत्नी इस वजह से रहती हैं लाइमलाइट से दूर

बॉलीवुड में काम करने वाले कुछ सितारों के रिश्तेदार इंडस्ट्री से ही हैं और इसके बारे में सुनकर आपको भी हैरानी हो सकती है। इसी इंडस्ट्री से जुड़े एक्टर शरमन जोशी काफी पॉपुलर हैं और इन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये 80’s के पॉपुलर विलेन प्रेम चोपड़ा के दामाद हैं? नहीं ना….शरमन जोशी प्रेम चोपड़ा के दामाद हैं और वे अपने ससुर को पिता से कम नहीं समझते हैं। शरमन ने प्रेम चोपड़ा की छोटी बेटी के साथ शादी की और इनकी बीवी काफी खूबसूरत हैं लेकिन लाइमलाइट में रहना इन्हें पसंद नहीं।

बेहद खूबसूरत हैं शरमन जोशी की पत्नी

बॉलीवुड के कई पब्लिक इवेंट्स पर प्रेम चोपड़ा के परिवार के साथ शरमन जोशी को देखा गया है और इस दौरान शरमन एक बेटे की तरह अपने सास-ससुर का ख्याल रखते नजर आए हैं। 15 जून, 2000 में शरमन जोशी ने प्रेम चोपड़ा की छोटी बेटी प्रेरणा के साथ शादी की थी और दोनों के दो बच्चे भी हैं। इनकी पहली मुलाकात कॉलेज में हुई थी और कुछ मुलाकातों के बाद ये गहरे दोस्त बन गए थे। बाद में ये दोस्ती प्यार में बदली और दोनों ने शादी करने का फैसला किया। इनकी लव स्टोरी साल 1998 में शुरु हुई थी और इसके दो साल बाद ही दोनों ने शादी की थी। शादी के समय शरमन ने बॉलीवुड में शुरुआत ही की थी लेकिन तब वे ज्यादा सफल नहीं थे।

प्रेम चोपड़ा फिल्म जगत के पॉपुलर विलेन थे और उस समय वे कामयाबी की बुलंदियों को छू चुके थे, जबकि शरमन जोशी ने आज भी वो कामयाबी को नहीं छुआ है। फिर भी इनकी अच्छाईयों के कारण प्रेम चोपड़ा को शादी से कोई एतराज नहीं था। शरमन जोशी ने मराठी और गुजराती थिएटर से अपने अभिनय की शुरुआत की थी और साल 1999 में आई आर्ट फिल्म गॉडमदर से उन्होंने बॉलीवुड में डेब्यू किया। इसके बाद शरमन ने साल 2001 में स्टाइल फिल्म की जिससे उन्हें पहचान मिली और इसके बाद उन्होने थ्री इडियट्स, हेट स्टोरी-3, 1920 लंदन, रंग दे बसंती, फरारी की सवारी, गोलमाल, मिशन मंगल, शादी नंबर-1, लाइफ इन अ मैट्रो, गोलमाल रिटर्न्स और शिकारा जैसी फिल्मों में काम किया।

वहीं इनके ससुर यानी एक्टर प्रेम चोपड़ा ने साल 1961 में पंजाबी फिल्म से की थी। इसके लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। मगर इससे पहले वे साल 1960 में हिंदी फिल्म मुड़ मुड़ के ना देख से अपना डेब्यू कर चुके थे लेकिन इसमें उन्हें खास पहचान नहीं मिली। मगर इसके बाद उन्होंने कटी पतंग, बॉबी, उपकार, दो अनजाने, पूरब पश्चिम, तीसरी मंजिल, वो कौन थी, दो रास्ते, नसीब, सौतन, दाग, दुल्हे राजा, दिल्ली-6, बंटी और बबली, कोई मिल गया, खिलाड़ी, धमाल, राजा बाबू, अजनबी, काला पत्थर, अंधा कानून, गुप्त, हरे रामा-हरे कृष्णा, जुगनू, नगीना, लाडला, अनाड़ी नंबर-1, राम-बलराम, त्रिशूल और इमान धर्म जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया लेकिन इनका ज्यादातर किरदार विलेन का ही रहता था।

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