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अब टीम इंडिया की जर्सी से हट जाएगा ‘स्टार’-जानिए क्या है हटने के पीछे का कारण!

टीम इंडिया की जर्सी से जल्द ही ‘स्टार’ गायब होने वाला है. जी हां क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य स्पॉन्सर स्टार इंडिया ने दोबारा स्पॉन्सरशिप के लिए बोली नहीं लगाने का फैसला किया है. सहारा के बाद दिसंबर 2013 में टीम इंडिया के मुख्य स्पॉन्सर बने स्टार का अनुबंध अगले महीने मार्च में खत्म हो रहा है.

एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में स्टार इंडिया के सीईओ उदय शंकर ने कहा है कि हमें गर्व है कि हम टीम इंडिया के साथ जुड़े रहे. लेकिन मौजूदा हालातों को देखकर हमनें दोबारा नीलामी में हिस्सा ना लेने का फैसला किया है. शंकर ने बीसीसीआई और आईसीसी में लगातार हो रहे टकराव को इस फैसले का मुख्य मुद्दा बताया. उन्होंने बताया कि इसका असर भविष्य में खेल पर भी दिख सकता है.

कौन हो सकता है नया स्पॉन्सर :

आशा की जा रही है कि 1 जून से शुरू हो रही चैंपियंस ट्रॉफी से पहले टीम इंडिया को नया स्पॉन्सर मिल जाएगा और इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया अपनी जर्सी में नए नाम के साथ खेलेगी. मार्केट विशेषज्ञों की मानें तो कई डिजिटल मार्केटिंग कंपनियां टीम इंडिया की जर्सी की स्पॉन्सरशिप हासिल करने को तैयार हैं. जिसमें पेटीएम सबसे आगे है. पेटीएम फिलहाल बीसीसीआई का टाइटल स्पॉन्सर है. इन संबंधों को आगे ले जाते हुए वह जर्सी की स्पॉन्सरशिप भी हासिल कर सकता है. इसके अलावा पिछली बार स्पॉन्सरशिप की दौड़ में स्टार से पिछड़ने वाला आईडिया सेलुलर भी इस दौड़ में आ सकता है. वहीं रिलायंस अपनी मोबाइल सर्विस जियो के साथ स्पॉन्सरशिप की दौड़ में शामिल हो सकता है.

स्टार के साथ कांट्रेक्ट के अनुसार, स्टार इंडिया की तरफ से BCCI को भारतीय पुरुष टीम के हर द्विपक्षीय सीरीज के मैच के लिए 2 करोड़ रुपये तो वहीं ICC के टूर्नामेंट जैसे विश्वकप और चैंपियंस ट्राफी आदि के लिए 60 लाख रुपये दिए जाते हैं. स्टार इंडिया प्रबंधन का मानना है कि आने वाले समय में टीम इंडिया के मैच मुनाफे का सौदा नहीं होगें.

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