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शाहीन बाग़ के मास्टरमाइंड शर्जिल इमाम का प्लान ‘आसाम और नार्थ-ईस्ट को भारत से अलग करना होगा’

शाहीन बाग प्रोटेस्ट के मास्टरमाइंड, शारजील इमाम ने अपने भाषण में कहा, ‘हमारा मुख्य मकसद आसाम और नार्थ-ईस्ट इंडिया को बाकी भारत से अलग करना हैं.
इस विडियो में शर्जील इमाम 5 लाख मुसलमानों को संबोधित करते हुए दंगे भड़काने का प्रयास करते हुए देखे जा सकते हैं. वे कहते हैं “यदि 5 लाख मुसलमान एक साथ आ जाए तो हम मिलकर नार्थ-ईस्ट को रेस्ट ऑफ़ इंडिया से कट कर सकते हैं. हमें आसाम को भारत से अलग करना चाहिए तब सरकार हमारी आवाज़ सुनेगी. यदि हम आसाम की मदद करना चाहते हैं तो हमें आसाम को बाकी भारत से अलग करना ही होगा.

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इमाम ने ये भी कहा कि मुसलमानों को इंडिया को नार्थ-ईस्ट से जोड़ने वाली चिकन नेक को काटना होगा. ऐसा करने पर इंडियन आर्मी आसाम नहीं आ पाएगी. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सिलिगुरी कॉरिडोर को चिकन नेक कहते हैं, जो कि इंडिया को नार्थईस्ट से जोड़ती हैं.

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द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार शर्जिल इमाम ही वो मास्टरमाइंड हैं जिसने शाहीन बाग़ में 15 दिसंबर 2019 को प्रोटेस्ट स्टार्ट किया था. इमाम ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट भी साझा की थी जो इस प्रकार हैं “शाहीन बाग़ प्रोटेस्ट का मुख्य उद्देश्य रोड ब्लॉक करना हैं. बाकी सभी चीजें सेकेंडरी हैं. आप चक्का जाम और धरना में अंतर समझिए. हर शहर में प्रोटेस्ट करिए. लोगो को चक्का जाम करने के बारे में बताए और नेशनल हाईवे पर बैठने के लिए तैयार रहे.

बता दे कि जेएनयू के इस स्टूडेंट द्वारा ये पोस्ट शाहीन बाग़ प्रोटेस्ट की शुरुआत के एक दिन पहले यानी 14 दिसंबर 2019 को किया गया था. इस प्रोटेस्ट के एक दिन पहले शर्जिल इमाम भीड़ को दिल्ली की रोड ब्लाक करने की सलाह देते हुए देखा गया था. मुसलमानों को भड़काते हुए उसने कहा था “क्या मुसलमानों में इतनी भी हिम्मत नहीं हैं कि वे नार्थ इंडिया के शहरों को बंद करवा सके?

इमाम ने कहा था कि “उत्तर प्रदेश में 30 प्रतिशत मुस्लिम आबादी हैं. खुद पर शर्म करो. 30 प्रतिशत मुस्लिम आबादी होने के बाद भी यहाँ के शहर क्यों चल रहे हैं? अधिकतर मुस्लमान इन शहरों में रहते हैं तो इन्हें ब्लॉक करे.” उन्होंने आगे ये भी कहा कि भारत का संविधान fascist हैं.

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शर्जिल इमाम की फेसबुक प्रोफाइल के अनुसार वो IIT बॉम्बे का कंप्यूटर साइंस का एक्स-स्टूडेंट हैं. वो जेएनयू में हिस्ट्री भी पढ़ चूका हैं. इसके साथ ही वो The Wire, The Quint और FirstPost का columnist भी रह चूका हैं.

3 जनवरी को इमाम ने फेसबुक पर लिखा था “हम फेज 2 में जाने की प्लानिंग कर रहे हैं. हांगकांग की तर्ज पर फ्लैश मॉब रणनीति को सभी शहरों में फैलाया जाएगा.” वे फेसबुक पर लोगो को हाईवे ब्लाक करने की सलाह भी दे चुके है.

रिपब्लिक टीवी ने शाहीन बाग़ के इन प्रदर्शनकारियों का असली उद्देश्य एक्सपोज किया था. एक स्टिंग ऑपरेशन में शर्जिल ईमान ने कैमरे के सामने ये स्वीकार किया था कि इस प्रोटेस्ट को अस्तित्व में लाने का मुख्य उद्देश्य दिल्ली की रोड्स को ब्लाक कर इंटरनेशनल मीडिया का ध्यान आकर्षित करना था.

RD SINGH (@RD_BANA) ट्विटर यूजर ने बताया कि शाहीन बाग़ का मास्टरमाइंड शर्जिल इमाम लगभग हर हिंसक प्रोटेस्ट जैसे JNU, AMU, जामिया में मौजूद था. वे यहाँ के स्टूडेंट्स और खरीदी गई भीड़ को एकत्रित करता था ताकि इंटरनेशनल मीडिया का ध्यान अकार्षित कर सरकार को तबाह कर सके.

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