अध्यात्म

मकर संक्रांति पर जरूर पढ़ें सूर्य कवच पाठ, होगी 7 पीढ़ियों की रक्षा और निरोगी बना रहेगा शरीर

सूर्य देव की पूजा करने से व्यक्ति आरोग्य रहता है और उसको किसी भी प्रकार का रोग नहीं लग पाता है। ऐसी मान्यता है कि जो लोग रोज सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं वो सदा स्वस्थ रहते हैं। सूर्य देव की पूजा करने से शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है और व्यक्ति तनाव मुक्त रहता है। मंकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा करने से विशेष फल मिलता है। इस दिन आप सूर्य देव को अर्घ्य देते समय सूर्य कवच का जाप जरूर करें। पुराणों के अनुसार सूर्य कवच मंत्र को बोलने से व्यक्ति की सेहत सही बनीं रहती है और उसकी 7 पीढ़ियों की रक्षा होती है।

सूर्य कवच

 ‘सूर्यकवचम’ याज्ञवल्क्य उवाच-

श्रणुष्व मुनिशार्दूल सूर्यस्य कवचं शुभम्।
शरीरारोग्दं दिव्यं सव सौभाग्य दायकम्।1।

अर्थ- हे मुनि श्रेष्ठ! सूर्य के शुभ कवच को सुनो, जो शरीर को आरोग्य देने वाला है तथा संपूर्ण दिव्य सौभाग्य को देने वाला है।

देदीप्यमान मुकुटं स्फुरन्मकर कुण्डलम।
ध्यात्वा सहस्त्रं किरणं स्तोत्र मेततु दीरयेत् ।2।

अर्थ- चमकते हुए मुकुट वाले डोलते हुए मकराकृत कुंडल वाले हजार किरण को ध्यान करके यह स्तोत्र प्रारंभ करें।

शिरों में भास्कर: पातु ललाट मेडमित दुति:।
नेत्रे दिनमणि: पातु श्रवणे वासरेश्वर: ।3।

अर्थ- मेरे सिर की रक्षा भास्कर करें, अपरिमित कांति वाले ललाट की रक्षा करें। आंखों की रक्षा दिनमणि करें तथा कान की रक्षा दिन के ईश्वर करें।

ध्राणं धर्मं धृणि: पातु वदनं वेद वाहन:।
जिव्हां में मानद: पातु कण्ठं में सुर वन्दित: ।4।

अर्थ- मेरी नाक की रक्षा धर्मघृणि, मुख की रक्षा देववंदित, जिव्हा की रक्षा मानद् तथा कंठ की रक्षा देव वंदित करें।

सूर्य रक्षात्मकं स्तोत्रं लिखित्वा भूर्ज पत्रके।
दधाति य: करे तस्य वशगा: सर्व सिद्धय: ।5।

सूर्य रक्षात्मक इस स्तोत्र को भोजपत्र में लिखकर जो हाथ में धारण करता है तो संपूर्ण सिद्धियां उसके वश में होती हैं।

सुस्नातो यो जपेत् सम्यग्योधिते स्वस्थ: मानस:।
सरोग मुक्तो दीर्घायु सुखं पुष्टिं च विदंति ।6।

स्नान करके जो कोई स्वच्छ चित्त से कवच पाठ करता है वह रोग से मुक्त हो जाता है, दीर्घायु होता है, सुख तथा यश प्राप्त होता है।

सूर्य कवच पाठ करने का लाभ

  • सूर्य कवच का पाठ करने से शरीर को लाभ पहुंचता है और शरीर निरोगी बना रहता है। जिन लोगों को अगर कोई गंभीर रोग है अगर वो इस कवच का पाठ करते हैं तो उनका रोग दूर हो जाता है।
  • सूर्य कवच का पाठ करने से सौभाग्य प्राप्त होता है और बंद किस्मत खुल जाती है।
  • जो लोग तनाव में रहते हैं अगर वो इस कवच का पाठ करते हैं तो उन्हें तनाव से मुक्ति मिल जाती है।
  • अगर आपके शरीर में ऊर्जा की कमी है तो आप ये पाठ जरूर पढ़ें। इस पाठ को पढ़ने से शरीर को ऊर्जा मिलती है।
  • जिन लोगों के घरों में कलह रहती है उनके लिए भी ये पाठ पढ़ना लाभदायक माना जाता है।

कब पढ़े सूर्य कवच

सूर्य कवच को आप रविवार के दिन पढ़ें। क्योंकि ये दिन सूर्य भगवान से जुड़ा हुआ होता है। इस पाठ को मंकर संक्रांति के दिन पढ़ने से दोगुना लाभ मिलता है और हर कामान भी पूरी हो जाती है।

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