अध्यात्म

26 दिसंबर को है सूर्य ग्रहण, आज रात से शुरू हो जाएगा सूतक, पढ़ें ग्रहण से जुड़ी धार्मिक मान्यता

26 दिसंबर 2019 को इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण लगने वाला है और ये ग्रहण भारत के अधिकतर शहरों में देखा जाएगा। भारत के अलावा ये ग्रहण अफ्रीका और आस्ट्रेलिया में भी दिखाई देगा। सूर्य ग्रहण सुबह 8.04 बजे से शुरू हो जाएगा। जबकि सूतक काल ग्रहण से 12 घंटे पहले यानी 25 दिसंबर की रात 8 बजे से ही शुरू हो जाएगा। वहीं ग्रहण लगने पर कई तरह के उपाय किए जाते हैं। ताकि ग्रहण का बुरा असर जीवन पर ना पड़ सके।

आखिर क्यों लगता है ग्रहण

तो इस वजह से लगता है सूर्यग्रहण, जानें इसके धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व

ग्रहण से जुड़ी धार्मिक मान्यता के अनुसार समुद्र मंथन में देवताओं और दानवों ने भाग लिया था। वहीं जब समुद्र मंथन से अमृत निकला तो दानवों के हाथ लग गया। हालांकि भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार लेकर ये अमृत देवताओं को दे दिया और अपने हाथों से उन्हें अमृतपान करवाया। अमृत पीने के लिए राहु नाम का एक असुर अपना वेश बदलकर देवताओं में शामिल हो गया। जिसकी वजह से उसे भी अमृत पीने को मिल गया। हालांकि अमृत पीने के तुरंत बाद चंद्र और सूर्य ने राहु को पहचान लिया और इस बात की जानकारी भगवान विष्णु को दे दी। राहु को देवताओं के बीच पाकर भगवान विष्णु क्रोधित हो गए और उन्होंने राहु का सिर धड़ से अलग कर दिया। हालांकि राहु ने अमृत पी लिया था जिसकी वजह से वो अमर हो गया था और उसकी मृत्यु नहीं हुई।

इस घटना के बाद से ही राहु चंद्र और सूर्य को अपना दुश्मन मानने लग गया और इसी दुश्मनी के कारण राहु समय-समय पर इन ग्रहों को ग्रस्त करता है और सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण लगता है। हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है।

सूर्य ग्रहण के दौरान करें ये काम

सूर्य ग्रहण लगने के दौरान कई तरह की चीजों का ध्यान रखना पड़ता है, जो कि इस प्रकार हैं।

  • सूर्य ग्रहण लगने से पहले खाने की चीजों के अंदर एक तुलसी का पत्ता डाल लें। ऐसा करने से ग्रहण का असर भोजन पर नहीं पड़ता है और भोजन की रक्षा नकारात्मक किरणों से होता है।
  • सूर्य ग्रहण लगने पर भोजना ना खाएं और केवल पूजा पाठ करें।
  • ग्रहण लगने पर भगवान की मूर्तियों को कपड़े से ढक दें।
  • गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान ना सोएं और ना ही चाकू का प्रयोग करें ।
  • ग्रहण खत्म होते ही सबसे पहले घर की सफाई करें और उसके बाद नहा लें। हो सके तो नहाने के पानी में गंगा जल भी डाल लें।
  • ग्रहण के बाद मंदिर में रखी मूर्तियों पर भी गंगा जल जरूर छिड़कें। इसके अलावा पूजा करें और मंदिर में एक दीपक जला दें।
  • कई लोग ग्रहण खत्म होने पर चीजों का दान भी करते हैं। इसलिए आप सूर्य ग्रहण खत्म होन पर खाने की चीजों और काले कपड़े का दान जरूर करें।

कैसे लगता है ग्रहण

सूर्य ग्रहण के दौरान पृथ्वी पर चंद्र की छाया पड़ती है और इस दौरान सूर्य, चंद्र और पृथ्वी एक लाइन में आ जाते हैं। जिसके कारण सूर्य का कुछ भाग छुप जाता है।

Back to top button