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स्क्रिप्टेड थी अखिलेश और शिवपाल की लड़ाई : अमर सिंह!

पांच राज्यों के चुनावी समर में सबसे महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश का है. यूपी में विधानसभा चुनाव के चौथे चरण का मतदान 23 फरवरी को होना है. इससे ठीक पहले सपा के पूर्व महासचिव अमर सिंह ने परिवार और पार्टी में हुए झगड़े को पूरी तरह प्रायोजित बताते हुए इसे ‘ड्रामा’ करार दिया है. राज्य सभा सांसद ने कहा कि पिता मुलायम सिंह यादव से अखिलेश का सत्ता संघर्ष पूरी तरह ड्रामा था और इसकी स्क्रिप्ट खुद नेताजी ने ही तैयार की थी.

एक न्यूज चैनल को दिये इंटरव्यू में अमर सिंह ने कहा, ‘मुलायम सिंह और अखिलेश यादव एक हैं और हमेशा एक ही रहेंगे.’ पार्टी से निकाले जाने के बाद लंबे समय से चुप्पी साधे बैठे अमर सिंह का लावा अब फूट पड़ा. उन्होंने दावा किया कि यादव परिवार के बीच पैदा हुई कलह एक सोची-समझी साजिश थी और इसकी स्क्रिप्ट खुद मुलायम सिंह ने लिखी थी. अमर सिंह ने कहा कि मुलायम अपने बेटे के हाथों हार के खुश हैं. साइकिल, बेटा और एसपी (समाजवादी पार्टी) उनकी कमजोरी है. पूरे घटनाक्रम को ड्रामा बताते हुए अमर सिंह ने कहा, ‘यह एक रचा हुआ ड्रामा था, जिसमें हम सभी को रोल दिया गया था. मुझे बाद में अहसास हुआ कि मेरा इस्तेमाल किया जा रहा है. मैंने महसूस किया कि यह सत्ता विरोधी लहर, कानून व्यवस्था की स्थिति से ध्यान भटकाने का एक हथकंडा था.’

पीएम मोदी का किया समर्थन :

चुनाव से पहले सपा में हुए संग्राम में अखिलेश और रामगोपाल यादल लगातार इशारों में अमर सिंह को बाहरी करार देते हुए आरोप लगाते रहे कि उन्हीं की वजह से बाप बेटे में झगड़ा हो रहा है. अमर सिंह ने इस दौरान अखिलेश के नेतृत्व पर भी सवाल उठाए साथ ही पीएम मोदी के समर्थन में भी बोले. उन्होंने कहा कि पीएम किसी पार्टी का नहीं बल्कि देश और लोगों का होता है. पीएम मोदी और खुद को बाहरी कहे जाने को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे बाहरी कहा गया, मैं तो बाहरी ही था. पार्टी में सभी निर्णय अखिलेश, मुलायम, शिवपाल और रामगोपाल ही लेते हैं.

क्या था यादव परिवार का घमासान :

समाजवादी पार्टी में मचे घमासान में अखिलेश और रामगोपाल यादव ने चाचा शिवपाल यादव और पिता मुलायम सिंह यादव के खिलाफ बगावत कर दी थी. अमर सिंह उस वक्त मुलायम सिंह यादव के खेमे में थे, जिन्हें बाहरी बताते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि पार्टी झगड़े का कारण वही हैं. दोनों खेमों के बीच का यह विवाद चुनाव आयोग तक पहुंचा था, जिसमें उसने अखिलेश को ही पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष माना था और उनके खेमे को ही चुनाव चिह्न साइकल का आवंटन किया था.

गौरतलब है कि सपा में विवाद के बीच अमर सिंह ने मुलायम सिंह यादव का साथ दिया था. अखिलेश यादव ने उन्हें बाहरी बताते हुए कहा था कि पार्टी में झगड़े का कारण वही हैं. अमर सिंह को पार्टी से निकाल भी दिया गया था.

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