बॉलीवुड

कभी ऐसी दिखा करती थी बॉलीवुड की पॉप सिंगर ऊषा उत्थुप, नाईट क्लब से की थी करियर की शुरुआत

भारतीय सिनेमा गानों के बिना अधूरी हैं. ऐसे में बॉलीवुड की दुनियां में एक से बढ़कर एक कई दिग्गज गायक और गायिकाएं आए. इनमे से एक ऊषा उत्थुप (Usha Uthup) भी हैं. 8 नवंबर 1947 को जन्मी उषाजी आज अपना 72वा जन्मदिन मना रही हैं. पॉप और जैज संगीत में महारत हासिल करने वाली उषा उत्थुप ने कई भारतीय फिल्मों में भी गाना गाया हैं. आज उनके बर्थडे पर हम आपको उनसे जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें और तस्वीरें दिखाने जा रहे हैं. उषाजी ने अपने अनोखे लुक से भी अलग ही पहचान बना ली हैं. शरीर पर कांजीवरम की साड़ी, माथे पर एक बड़ी सी गोल बिंदी और बालों में फूलों का प्रयोग ये उषा उत्थुप की एक पहचान सी बन गई हैं. हालाँकि कुछ समय पहले की बात करे तो उषा जी काफी अलग दिखा करती थी.

मद्रास में जन्मी उषा ने 20 साल की उम्र में ही गाना स्टार्ट कर दिया था. अपने करियर की शुरुआत में वे नाईट क्लब में गाया करती थी. पहला गाना उन्होंने चेन्नई के माउंट रोड स्थित जेम्स के एक नाईट क्लब में गाया था. साड़ी पहन नाईट क्लब में गाने गाकर सभी को मंत्रमुग्ध करने वाली उषा नाईट क्लब के मालिक को पसंद आ गई थी. उन्होंने उषा जी को एक हफ्ते रोक लिया था.

इसके बाद उषाजी ने मुंबई का रूह किया और ‘टॉक ऑफ द टाउन’ नमक नाईट क्लब में गायिकी के जलवे बिखेरे. इसके साथ ही वे कलकत्ता के ‘ट्रिनकस’ क्लब में भी गाती थी. उषाजी की लाइफ में बड़ा टर्न तब आया जब वो मुंबई के ओबेरॉय होटल में गाना गा रही थी जहाँ शशि कपूर भी मौजूद थे. वे उषा की गायकी से इतने अधिक प्रभावित हुए कि उन्हें अपनी फिल्म में गाना का चाँद दे दिया.

बस फिर क्या था उषा ने ‘बॉम्बे टॉकीज’ और ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ जैसी फिल्मों में गाना गाया. ‘बॉम्बे टॉकीज’ में उषा ने अंग्रेजी में गाना गाया था जबकि ‘दम मारो दम’ गाने में अपनी अंग्रेजी की कुछ लाइने जोड़ दी थी. उषाजी की ख़ास बात ये हैं कि उनका गाने का स्टाइल ही कुछ ऐसा हैं कि वो हिंदी गानों में कुछ अंग्रेजी शब्दों का तड़का बड़े अच्छे से लगाती हैं. शालीमार’, ‘शान, वारदात’, ‘प्यारा दुश्मन’, ‘अरमान’, ‘दौड़’, ‘अरमान’, ‘डिस्को डांसर’, ‘भूत’, ‘जॉगर्स पार्क’ और ‘हैट्रिक’ कुछ ऐसी फ़िल्में हैं जिसमे उषाजी के गाए गाने बहुत पसंद किये गए.

प्रियंका चोपड़ा अभिनीत ‘सात खून माफ़’ फिल्म का ‘डार्लिंग’ गाना बहुत पॉपुलर हुआ था. इस गाने के लिए उषाजी को 2012 में बेस्ट फुमेल सिंगर का फिल्मफेयर अवार्ड भी मिला था. संगीत की दुनियां में उनकी आरके वर्मन और बप्पी लहरी के साथ बहुत अच्छी जोड़ी या कहे जुगलबंदी रही. जैसा कि आप सभी देख सकते हैं पहले की उषा और वर्तमान की उषा में जमीन आसमान का अंतर आ गया हैं.

उषा जी कुछ समय लंदन में भी रही थी. यहाँ उन्होंने कुछ पॉपुलर अंग्रेजी गाने भी गाए. मसलन ‘जाम्बालया’ और ‘द किंग्सटन ट्रायो’ नामक समूह का ‘ग्रीनबैक डॉलर’ भी बहुत चला. इसके साथ ही लव स्टोरी तथा किंग्सटन ट्रायो समूह  ‘स्कॉच एंड सोडा’ भी लोगो ने पसंद किया. यहाँ तक इसकी बिक्री भारत में भी अच्छी खासी हुई. ऐसे में हम कह सकते है कि उषा जी आल राउंडर सिंगर हैं.

Back to top button