विशेष

भारत में यहाँ हिंदू करते हैं मस्जिद की देखभाल, सफाई से लेकर अजान तक उठाते है हर जिम्मेदारी

‘हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सब आपस में हैं भाई भाई’ ये लाइन आप ने कई बार सुनी होगी. लेकिन हम में से कितने लोग हैं जो इसका रियल लाइफ में पालन भी करते हैं. हम सभी चाहते हैं कि देश में शान्ति कामे रहे. सभी धर्म और जात के लोग आपस में मिलजुल के रहे. लेकिन इसके लिए जमीनी स्तर पर आखिर कितने लोग कोशिश करते हैं. यदि आप जब में एक अच्छा इंसान बनना चाहते हैं तो आपको सभी धर्म को बराबरी की नजरों से देखना होगा. मंदिर हो या मस्जिद सभी को बराबर मान सम्मान दे. तभी इस देश में पूर्ण शान्ति स्थापित हो पाएगी.

जहाँ एक तरफ सोशल मीडिया पर कुछ विशेष ग्रुप या लोग सभी को धर्म के नाम पर नफरत करने और हिंसा फैलाने के लिए भड़काते हैं तो वहीं दूसरी और आज हम आपको एक ऐसी मिसाल पेश करने जा रहे हैं जिसमे आपको इंसानियत का एक अलग ही पहलु नज़र आएगा. दरअसल आज हम आपको एक ऐसी मस्जिद के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी देखभाल मुस्लिम नहीं बल्कि हिंदू करते हैं. इतना ही नहीं इस मस्जिद में अजान भी होती हैं, जिसका जिम्मा भी हिंदुओं के ऊपर होता हैं.

यह मस्जिद बिहार के नालंदा जिले में मारी गांव के अंदर स्थित हैं. इस गाँव के लोगो ने ‘सौहार्द’ और ‘समानता’ जैसे शब्द सिर्फ किताब में नहीं पढ़े हैं बल्कि इनका रियल लाइफ में इस्तेमाल भी कर रहे हैं. गाँव के हिंदू लोग मस्जिद की देखभाल, सुरक्षा, अजान और साफ़ सफाई सारे काम देखते हैं. बात ये हैं कि इस गाँव में अब कोई भी मुस्लिम परिवार नहीं बचा हैं. गाँव में केवल 50 मुस्लिम फैमिली रहा करती थी. लेकिन समय के साथ साथ सभी इस गाँव को छोड़ चले गए ऐसे में सूनी मस्जिद की जिम्मेदारी गाँव के हिंदुओं ने उठा ली.

जानकारी के अनुसार इस मस्जिद का निर्माण 1920 में हुआ था. तभी से गाँव के मुस्लिम के साथ हिंदू भी इसमें आना जाना करते थे. इससे उनकी आस्थाएं जुड़ गई. यही वजह हैं कि मुस्लिमों के गाँव छोड़ चले जाने के बावजूद गाँव के हिंदू मस्जिद का रखरखाव कर रहे हैं. गाँव वाले बताते हैं कि यहाँ के कई मुस्लिम परिवार बटवारे के समय पाकिस्तान चले गए थे. थोड़े बहुत मुस्लिम बाद में बचे थे लेकिन फिर रोजगार की तलाश में उन लोगो ने भी गाँव छोड़ दिया. इसलिए अब गाँव में सिर्फ हिंदू शेष रह गए हैं.

हर मस्जिद में अजान का बड़ा ही महत्त्व होता हैं, ऐसे में गाँव के लोग पेन ड्राइव को ऑडियो प्लेयर में लगाकर अजान प्ले कर देते हैं. इसके अतिरिक्त जब भी गाँव में कोई शादी होती हैं तो दूल्हा दुल्हन मस्जिद में जरूर आते हैं. इस मस्जिद के कामो में पूरा गाँव बढ़चढ़ के हिस्सा लेता हैं. इसमें मुख्य लोग गौतम महतो, अजय पासवान और बखोरी जमादार हैं.

ये मामला अपने आप में अनोखा और दिल छू देने वाला हैं. कई राजनेता और स्पेशल दल के लोग हिंदू मुस्लिम की राजनीती करते हैं. लेकिन ये आपका कर्तव्य हैं कि आप एक अच्छे इंसान बने और किसी की बातों में ना आए. मान सम्मान देने से ही मिलता हैं. जब आप सामने वाले के धर्म का आदर करेंगे तो वो भी आपके मजहब की रिस्पेक्ट करेगा.

Back to top button