अध्यात्म

अंकशास्त्र के जरिए पता लगाएं अपना भविष्य

अंकशास्त्र (ankshastra) यानी अंक ज्योतिष (Ank Jyotish) में अंकों के जरिए भविष्य बताया जाता है। अंकशास्त्र के अनुसार अंक हमारे जीवन में काफी महत्व रखते हैं और अंक पर हमारा भविष्य निर्भर होता है। हर अंक के साथ एक शक्ति जुड़ी होती है और हर अंक अपने आप में विशेष होता है। अकंज्योति के अनुसार अंकों का हमारे जीवन में काफी प्रभाव पड़ता है और अगर हमारे जीवन से जुड़े अंक सही ना हों, तो हमें जीवन में परेशानियों, दुखों, कष्टों का सामना करना पड़ता है। ऐसे कई लोग होते हैं जिनके जीवन के अंक सही नहीं होते हैं और ऐसा होने पर ये लोग अपने जीवन में कामयाब नहीं हो पाते हैं। हालांकि अंकशास्त्र के तहत अगर हम अपने जीवन में कुछ अंकों को जोड़ लें तो हमारा भाग्य एकदम सही हो जाता है। अंकशास्त्र या अंकज्योतिष क्या है और ये किस तरह से काम करती है, आई जानते हैं इसके बारे में।

अंक ज्योतिष (Ank Jyotish)

अंकशास्त्र

अंक ज्योतिष (ank jyotish) में 1 से लेकर 9 नंबर होते हैं और इन्ही नंबर के आधार पर लोगा का भविष्य बताया जाता है। हर किसी व्यक्ति के साथ एक अंक जुड़ा होता है। वहीं किस अंक का व्यक्ति कैसे होता है इसकी जानकारी इस प्रकार है।

अंक 1

जिन लोगों का अंक 1 होता है वो लोगो काफी गुस्से वाले होते हैं। इस अंक वाले लोगों को घूमना खूब पसंद होता है। 1 अंक वाले लोग भ्रमणशील होते हैं और इनकी अंक 5 और 9 वाले लोगों से अच्छी बनती है।

अंक 2

अंक 2 के जातक देखने में काफी आकर्षित होते हैं और इसका मन बेहद ही साफ होता है। हालांकि 2 अकं से नाता रखने वाले लोग छोटी-स‍ी बात पर बुरा मान जाते हैं। इसलिए इन लोगों से सोच समझकर बात करनी चाहिए। इस अंक के लोगों को अपने जीवन में काफी संघर्ष करना पड़ता है। लेकिन इनको कामयाबी जरूर मिलती है। 4 और 7 अंक वालों से इनकी अच्छी बनती है।

अंक 3

अंक 3 के जातक जीवन में हमेशा खुश रहते हैं और देखने में काफी आकर्षक होते हैं। ये अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए दिन रात मेहनत करते हैं। इस अंक के जातकों को जीवन में पाबंदी पसंद नहीं होती है। 3 अंक वाले लोगों की 6 और 7 अंक वाले जातकों से अधिक बनती है।

अंक 4

इस अंक के जातक खुले विचारों के होते हैं। ये हमेशा ख्यालों में डूबे रहते हैं। इनका स्वभाव काफी शक्की वाला होते हैं और ये हर किसी पर शक करते हैं। 4 अंक वाले जातक के लोग 8 अंक वालों की ओर जल्दी आकर्षित होते हैं। हालांकि इनके लिए अंक 2 और 7 वाले लोग ज्यादा सही माने जाते हैं।

अंक 5

इस अंक के जातक धन वान होते हैं और इन्हें जीवन का हर सुख मिलता है। 5 अंक वाले लोग काफी तेज होते हैं और इनको श्रम करना पसंद होता है। इस अंक वाले लोग ज्यादातर लेखक, इंजीनियरिंग, पत्रकार, व्यापारी, प्रोफेसर, डॉक्टर, आदि होते हैं। 1 और 7 अकं वाले जातकों से इनकी अच्‍छी बनती है।

अंक 6

अंक ज्योतिष के अनुसार 6 अंक के जातकों की रुचि कला-संस्कृति में अधिक होती है और ये हमेशा कुछ नया करना चाहते। इस अंक वाले जातक फिल्म, होटल, राजनीति, कम्प्यूटर आदि चीजों में काफी अधिक रुचि रखते है और इन्हीं क्षेत्रों में ये अपना करियर बनाते हैं। 6 अंक वाले लोगों को  शांत रहना पसंद होता है। 3 और 1 अंक वाले लोगों से इनकी अच्‍छी बनती है।

अंक 7

अंक 7 से नाता रखने वाले लोग काफी तेज दिमाग के होते हैं और इन लोगों का झुकाव धर्म-अध्यात्म की और अधिक होता है। 7 अंक वाले लोगों को हंसी मजाक काफी पसंद होता है और ये लोग हमेशा खुश रहते हैं। इन्हें नई चीजे जानने की जिज्ञासा रहती है। हालांकि 7 अंक वाले लोग अपना काम समय पर नहीं कर पाते हैं और हर समय दुविधा में रहते हैं। इस अंक वाले लोगों के दोस्त बेहद ही कम होते है। 3, 4 और 5 अकं वाले लोगों के साथ इनकी अच्छी बनती है।

अंक 8

8 अंक के जातक सच्चे मन के होते हैं और कभी भी दूसरे लोगों को दुख नहीं पहुंचाते हैं। इस अंक के लोग देखने में पतले होते हैं और काफी आकर्षक भी होते हैं। ये लोग सरकारी नौकरी करते हैं या फिर खेल जगत से जुड़े होते हैं। अंक 8 और 4 वाले जातकों से ये घुल मिलकर रहते हैं।

अंक 9

इस अंक के लोग नई सोच रखते हैं और हंसमुख होते हैं। ये लोग काफी दयालु होते है। इस अंक वाले लोगों को हर कार्य में सफलता मिलती है। ये लोग काफी तेज दिमाग के होते हैं, पढ़ाई में हमेशा अच्छे अंक लाते हैं। अंक 1 और 3 वाले लोग से इनकी अधिक बनती है।

इस तरह से पता करें अपना अंक

अंकशास्त्र

आपके भाग्य के साथ कौन सा अंक जुड़ा है। इसका पता आप आसानी से लगा सकते हैं। अंकज्योतिष के अनुसार तीन प्रकार से अंक गिने जाते हैं, जो कि मूलांक, भाग्यांक और नामांक है।

मूलांक

मूलांक के तहत इंसान के जन्म तिथि के आधार पर उससे जुड़ा अंक निकाला जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो किसी व्यक्ति की जन्म तिथि के अंकों को जोड़कर जो अंक हासिल होता है उसे व्यक्ति का मूलांक कहलाता है। उदाहरण के लिए, अगर किसी व्यक्ति की जन्म तिथि 29 है तो 2+9 =11, 1 +1 =2, तो व्यक्ति का मूलांक 2 होगा।

भाग्यांक

अंकशास्त्र (ankshastra) के अनुसार भाग्यांक के तहत व्यक्ति की जन्म तिथि, महीना और साल को जोड़ा जाता है और जो अंक हासिल होता है। वो व्यक्ति का भाग्यांक कहलाता है। उदाहरण के लिए अगर किसी व्यक्ति की जन्म तिथि 28-04-1991 है, तो उस व्यक्ति का भाग्यांक 2+8+0+4+1+9+9+1 = 34, 3+4= 7, यानी इस जन्म तिथि वाले लोगा का भाग्यांक 8 होगा।

नामांक

अंकशास्त्र (ankshastra) का नामांक में बहुत ही महत्व होता है। नामांक व्यक्ति के नाम से जुड़ा होता है और इसके तहत व्यक्ति के नामों के अक्षरों को जोड़ा जाता है। अक्षरों को जोड़कर जो अंक प्राप्त होता है, वो व्यक्ति का नामांक कहलाता है। उदाहरण के लिए, अगर किसी का नाम “RAM” है। तो  R =1, A = 1 M = 4, यानी 1+1+4 =5। यानी इस नाम के व्यक्ति का नामांक 5 होगा।

जाने किस अक्षर के साथ है कौन सा अंक

अंकशास्त्र

A B C D E F G H I J K L M N O P Q R S T U V W X Y Z

1 2 3 4 5 6 7 8 9 1 2 3 4 5 6 7 8 9 1 2 3 4 5 6 7 8

यह भी पढ़ें : ॐ शब्द का महत्व

Back to top button