अध्यात्म

अगर सफल व्यक्ति बनना है तो छोड़ दें इन बुराइयों को

महाभारत ग्रंथ के अनुसार सफलता पाने की चाहत रखने वाले लोगों को अपने जीवन से 6 बुराइयों को निकाल देना चाहिए। जिन लोगों के अंदर ये 6 बुराइयां होती हैं वो लोग कभी भी जीवन में आगे नहीं बढ़ पाते हैं। इसलिए अगर आपके अंदर नीचे बताई गई 6 बुराइयां हैं तो आप तुरंत इन्हें छोड़ दें। क्योंकि ये बुराइयां सफलता के मार्ग में बाधा बन सकती है और आपको सफलता से दूर ले जा सकती हैं। महाभारत के उद्योग पर्व में लिखे एक श्लोक के जरिए लोगों को इन 6 बुराइयों के बारे में बताया गया है और ये श्लोक इस प्रकार है-

श्लोक

षड्दोषाः पुरुषेणेह हातव्या भूतिमिच्छता।

निद्रा तन्द्री भयं क्रोध आलस्यं दीर्घ सूत्रता ।

श्लोक का अर्थ

नींद

जो पहली चीज हमें कामयाब होने से रोकती है वो नींद है। जो लोग आवश्यकता से अधिक सोते हैं वो लोग अपने जीवन में कामयाब नहीं हो पाते हैं। अधिक सोने वाले लोग आलसी होते हैं और वो किसी भी कार्य को करने में अपना पूरा समय नहीं दे पाते हैं। जो लोग दिन रात जाग कर मेहनत करते हैं, केवल वो ही लोग जीवन में कामयाब हो पाते हैं। इसलिए जो लोग कामयाब होना चाहते हैं वो लोग अधिक सोना बंद कर दें।

सुस्ती

महाभारत में लिखे इस श्लोक के अुनसार जो लोग हमेशा तन्द्र यानी सुस्त रहते हैं वो लोग भी जीवन में सफलता नहीं पा सकते हैं। शरीर का हर समय चुस्त रहना बहुत जरूर होता है और आप जब भी कोई काम करें तो उस काम को ध्यान से करें। कार्य के दौरान सुस्त रहने से आपकी सक्रियता पर असर पड़ता है और कार्य को करने में आपका मन नहीं लगता है।

भय

अगर आप अपने जीवन में कामयाब होना चाहते हैं तो अपने जीवन से भय को निकाल दें। जो लोग भय में जीते हैं वो लोग कभी भी कामयाब नहीं हो सकते हैं। कामयाब होने के लिए आपको आत्मविश्वास की जरूरत होती है और जहां पर भय होता है वहां पर आत्मविश्वास नहीं होता है। इसलिए आप एक साहसी इंसान बनें और हर कार्य को बिना किसी भय के करें।

क्रोध


क्रोध इंसान को बर्बाद कर देता है। किसी भी कार्य को क्रोध के साथ नहीं किया जा सकता है। जो लोग हमेशा क्रोध करते हैं उन्हें हर कार्य में असफलता ही मिलती है। इसलिए आप अपने अंदर से क्रोध को निकाल दें और सदा शांत मन से ही काम किया करें।

आलस

आलसी होने पर आप हर काम को टालते रहते हैं और ऐसा होने से आप अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाते हैं। आलसी व्यक्ति अपने कार्य को मन लगाकर नहीं कर पाता है। इसलिए आप अपने जीवन से आलस को निकाल दें।

दीर्घसूत्रता

श्लोक के अनुसार जो लोग दीर्घसूत्रता यानी टालमटोल करते हैं उन लोगों को कभी भी जीवन में सफलता नहीं मिलती हैं। टालमटोल करने से कार्य हमेशा देरी से होता है और ऐसा होने से आपको नुकसान होता है और जो चीज आप जीवन में पाना चाहते हैं उसे हासिल करने में अधिक वक्त लग जाता है।

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