अध्यात्म

महिलाएं हनुमान चालीसा पढ़े तो जरूर रखे इन ख़ास बातों का ख्याल

हनुमान भगवान एक ऐसे देवता हैं जिनकी पूजा पाठ करने का मन हर किसी का करता हैं. ये अपने भक्तों के कष्टों का निवारण जरूर करते हैं. इसके साथ ही बजरंगबली को भाग्य चमकाने वाला भी देवता भी बतलाया जाता हैं. दुश्मन और बुरी शक्तियों से रक्षा करने में भी ये सर्वश्रेष्ठ होते हैं. इन सभी लाभों को पाने के लिए आपको हनुमान जी को प्रसन्न करना होता हैं. उनका ध्यान अपनी और आकर्षित करने के लिए लोग कई तरह के उपाय आजमाते हैं. इन्ही में से एक हैं हनुमान चालीसा का पाठ करना. शास्त्रों में हनुमान चालीसा का पाठ करने के कई सारे लाभ बताए गए हैं. खासकर कि मंगलवार और शनिवार के दिन इसका अपना ख़ास महत्व रहता हैं.

आप लोगो ने अक्सर पुरुषों को हनुमान चालीसा का पाठ करते देखा होगा. लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दे कि महिलाएं भी जितना चाहे उतना हनुमान चालीसा का पाठ कर सकती हैं. बस शर्त ये हैं कि ऐसा करते समय आपको कुछ विशेष बातों का ख्याल रखना चाहिए. यदि आप ऐसा नहीं करती हैं और कुछ विशेष गलती कर जाती हैं तो आपकी साड़ी पूजा और आराधना व्यर्थ हो जाएगी. वहीं कुछ गलतियाँ तो इतनी बड़ी भी होती हैं कि हनुमान जी नाराज हो जाते हैं, जिसका नकारात्मक असर आपकी लाइफ पर पढ़ सकता हैं. तो चलिए फिर बिना किसी देरी के जान लेते हैं कि महिलाओं को हनुमान चालीसा पढ़ते समय किन किन बातों का ख्याल रखना चाहिए.

सिर खाली ना रखे:

जब भी हनुमान चालीसा का पाठ करे तो महिलाओं को अपने सिर को खाली नहीं रहने देना हैं. अर्थात आपको सिर के ऊपर कुछ ओढ़ लेना हैं. सिर ढक कर पूजा पाठ करना और हनुमान चालीसा पढ़ना एक अच्छी आदात होती हैं. इससे ये संदेश जाता हैं कि आप भगवान को मान सम्मान दे रहे हैं और पूरी इज्जत के साथ उनकी आराधना कर रहे हैं. इसलिए हनुमान चालीसा का पाठ करते समय सिर अवश्य ढाके.

साफ़ और शांत मन से पाठ करे

महिलाओं के साथ समस्यां ये रहती हैं कि इनके ऊपर घर की बहुत सारी जिम्मेदारियां रहती हैं. इसके अलावा इनका घर में सबसे ज्यादा लोगो के साथ लड़ाई झगड़ा होता रहता हैं. खासकर कि सास बहू, देवरान जेठानी, भाभी ननद इत्यादि में बहुत कम बनती हैं. इस स्थिति में उनके मन में गुस्सा या खटास ज्यादा रहती हैं. लेकिन जब आप हनुमान चालीसा का पाठ करने बैठे तो आपका पूरा ध्यान पूजा में केन्द्रित होना चाहिए. इस दौरान अपने मन में कोई भी बुरे विचार या नेगेटिविटी ना लाए. यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको इसके दुषपरिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.

आसन या पटिए पर बैठे

हनुमान चालीसा का पाठ करते समय आप जमीन पर ना बैठे. इसके लिए किसी आसन, चटाई या पटिए का इस्तेमाल करे. इसकी वजह ये हैं कि हर घर की जमीन में नकारात्मक और सकारात्मक दोनों ही उर्जा होने के चांस रहते हैं. यदि आपके घर में नेगेटिव एनर्जी हैं और आप जमीन से डायरेक्ट टच होकर पाठ करते हैं तो ये नेगेटिव उर्जा आपके अंदर भी समावित हो सकती हैं. इस नकारात्मक उर्जा के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करना उचित नहीं हैं.

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