अध्यात्म

गायत्री मंत्र का सही जाप करना होता है जरूरी, वरना जीवन पर पड़ जाता है नकारात्मक असर

गायत्री मंत्र काफी शक्तिशाली मंत्र होता है और इस मंत्र को हमारे धर्म में सबसे सर्वश्रेष्ठ मंत्र का दर्जा प्राप्त है. ये मंत्र काफी आसान भी है और इस मंत्र को दो तीन बार सुनने के बाद कोई भी याद कर सकता हैं. हमारे चारों वदों में इस मंत्र का जिक्र किया गया है. इस मंत्र का जाप करने से काफी तरह के लाभ जीवन में आता है.

गायत्री मंत्र के जाप करने के फायदे-

नकारात्मक शक्तियां रहती हैं दूर

दिन में पांच बार इस मंत्र का जाप करने से कई प्रकार की नकारात्मक शक्तियां आप से दूर रहती हैं. इसलिए आप अपने घर में इस मंत्र का जाप पांच बार जरूर करें ताकि आप और आपके घर से हर प्रकार की नकारात्मक शक्तियों दूर रहे सके.

स्मरण शक्ति बढ़ती है

बच्चो के लिए इस मंत्र का जाप करना काफी लाभदायक होता है और गायत्री मंत्र का जाप अगर बच्चे करें तो उनका दिमाग अच्छे से कार्य करता है और साथ में ही बच्चों की स्मरण शक्ति भी बढ़ जाती है.

मनोकामना होती है पूरी

ऐसा माना जाता है कि गायत्री मंत्र को पढ़ने से आपकी कोई भी मनोकामना जल्द ही पूरी हो जाती है. दरअसल ये मंत्र चौबीस अक्षरों से बना हुआ है और ये सभी अक्षर चौबीस शक्तियों को दर्शाते हैं. जिस वजह से इस मंत्र का जाप करने से आप इन सभी शक्तियों का याद कर लेते हैं और ये शक्तियां आपकी मनोकामना पूरी कर देती हैं.

संतान प्राप्ति होती है

जिन लोगों को बच्चे नहीं है वो भी गायत्री मंत्र का जाप करने शुरू कर दें क्योंकि इस मंत्र के जाप करने से भगवान की कृपा आप पर बन जाती है और आपको संतान की प्राप्ति हो जाती हैं.

गलत जाप करने से चढ़ता है पाप-

अगर आप इस मंत्र का सही से जाप नहीं करते हैं तो आपको इस मंत्र के जाप से जुड़ा कोई भी लाभ नहीं मिल पाता है. इसलिए ये जरूरी है कि पहले आप इस मंत्र को अच्छे से याद कर लें और फिर ही इसका जाप करें. क्योंकि इस मंत्र के गलत जाप करने से आप के जीवन में दुख आ सकते हैं. इस मंत्र का गलत उच्चारण करने से हर कार्य में बांधा आने लगती है और जीवन में कई सारी कठिनाई एकदम आ जाती हैं.

कब करना चाहिए इस मंत्र क जाप

इस मंत्र का जाप सुबह से लेकर शाम तक किसी भी समय किया जा सकता है. लेकिन ऐसा कहा जाता है कि अगर इस मंत्र का जाप सूर्योदय से दो घंटे पहले और सूर्यास्त से एक घंटे बाद  किया जाए तो ज्यादा लाभ मिलता है. इस मंत्र का जाप रात के समय नहीं करना चाहिए.

कितनी बार करें जाप

अगर आपके पास इस मंत्र का जाप करने के लिए ज्यादा समय नहीं है तो आप इस मंत्र का जाप पांच बारी दिन में कर लें. वहीं अगर आपके पास समय है तो आप इस मंत्र का जाप दिन में एक बार बैठकर   108 बार करें.

गायत्र मंत्र –

ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्

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