अध्यात्म

महाभारत के अनुसार इन 4 गलतियों से हो रही है मनुष्य की आयु कम, विज्ञान भी मान चुका है ये बात

इस दुनिया में हर जीव जंतु अपनी एक ख़ास उम्र भोगने के लिए ही जन्म लेता है. हालाँकि हम इंसान जीवन के मोह में मौत को भुला बैठते हैं लेकिन मौत एक ऐसी सच्चाई है, जिसे चाह कर भी कभी झुठलाया नहीं जा सकता है. शास्त्रों के अनुसार व्यक्ति के जन्म से पहले ही उसकी मृत्यु का समय निश्चित कर दिया जाता है. लेकिन कईं बार हमारे कर्मों के चलते इस जीवन और मृत्यु में परिवर्तन भी हो सकते हैं जिससे व्यक्ति की कभी भी असमय मौत हो सकती है. वहीँ बात अगर महाभारत की करें तो महात्मा विदुर ने हस्तिनापुर के सम्राट धृतराष्ट्र को उम्र कम करने की वजह के बारे में बताया था. वेदों और पुराणों में लिखित तथ्यों के अनुसार मनुष्य की उम्र 100 वर्ष की बताई गई है लेकिन कुछ कारणों और गलतियों के चलते उन्हें असमय मृत्यु का सामना करके जल्दी प्राण त्यागने पड़ते हैं.

हालाँकि धरती पर ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो सदैव के लिए जी सका हो. यहाँ तक कि बड़े बड़े देवी देवतओं को भी अपना शरीर त्यागना पड़ा था. लेकिन बात अगर आज के समय की करें तो कलयुग के इस दौर में पाप इतना बढ़ चुका है कि लोग अनजाने में कुछ ऐसी गलतियाँ कर रहे हैं, जो उनकी उम्र कम करने की वजह बन रही हैं. महाभारत के इलावा अष्टादश में भी बताया गया है कि लालच, स्वार्थीपन आदि जैसी भावनाएं इंसान की उम्र कम करने में अहम भूमिका निभाती हैं. इस ख़ास लेख में हम आपको ऐसे 4 कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो इंसान की उम्र कम करने के लिए जिम्मेदार हैं.

घमंड करना

इंसान की सबसे बड़ी बुराई उसका घमंड ही होता है. जो व्यक्ति सबको को एक बराबर समझता है, वह हीन भावनाओ से दूर रहता है. लेकिन जिस व्यक्ति के मन में घमंड घर बना लेता है, वह केवल खुद को उच्च समझता है और बाकी लोगों को तुच्छ समझ कर उनका तिरस्कार करने लगता है. इससे उस व्यक्ति की उम्र पर गहरा असर पड़ता है.

बड़बोलापन

 

इंसान का बड़बोलापन भी मृत्यु के निकट जाने का एक कारण है. दरअसल, जो इंसान विना सोचे समझे हद से ज्यादा बोलता है और सामने वाले को अनदेखा कर देता है, वह कभी किसी का भला नहीं कर सकता. इसलिए महाभारत के अनुसार ऐसे व्यक्ति की उम्र धीरे धीरे कम हो सकती है.

इंसान का क्रोध

क्रोध एक ऐसी चीज़ है, जो किसी का कभी भला नही होने दे सकती. ऐसे में जो मनुष्य हर समय क्रोधित रहता है, वह अपने दिल दिमाग की नहीं सुन पाता और ना ही अच्छे बुरे की पहचान कर पाता है. शास्त्रों के अनुसार इंसान का क्रोध उसका सबसे बड़ा दुश्मन है जो उसकी उम्र घटाने में अहम किरदार निभाता है.

धोखा देने की फितरत

धोखा किसी पाप से कम नहीं है. हम जब भी किसी व्यक्ति के साथ धोखा करते हैं, तो उसका विश्वास हम पर से हमेशा के लिए उठ जाता है. इसलिए शास्त्रों में धोखा देना सबसे नीच माना गया है. इसका सीधा असर इंसान की जिंदगी पर पड़ता है.

गौरतलब है कि बड़े बड़े विज्ञानी भी महाभारत के इज तथ्यों को झुठला नहीं पाए हैं. डॉक्टर्स के अनुसार जो व्यक्ति जल्दी गुस्सा करता है उसे जल्दी बुढ़ापा आता है. इसके इलावा घमंड, स्वार्थ, झूठ आदि आदतें इंसान की सेहत के लिए नुकसानदायक साबित होती है. महाभारत के विदुर के अनुसार-

अतिमानोअतिवादश्च तथात्यागो नराधिप।
क्रोधश्चात्मविधित्सा च मित्रद्रोहश्च तानि षट्।।
एत एवासयस्तीक्ष्णा: कृन्तन्यायूंषि देहिनाम्।
एतानि मानवान् घ्नन्ति न मृत्युर्भद्रमस्तु ते।।

अर्थ: घमंड करना, अधिक बोलना, त्याग का अभाव, गुस्सा, स्वार्थीपन, धोखा ऐसे मूल कारण हैं, जिनसे इंसान की उम्र पर सीधा असर पड़ता है. इनमे से यदि एक भी आदत किसी मनुष्य में आ जाए तो उसकी उम्र धीरे धीरे कम होने लगती है.

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