बॉलीवुड

‘आशिकी’ फेम इस एक्ट्रेस को आज भी याद है वो खौफनाक मंजर, इनकी कहानी आपको रुला देगी

हर इंसान की जिंदगी में एक ऐसा मंजर जरूर आता है जिसे देखकर वो पूरा हिल जाता है. बस वो परेशानियों की वजह अलग-अलग होती है लेकिन बॉलीवुड एक्ट्रेस अनु अग्रवाल के साथ कुछ ऐसा हुआ कि आप भी हैरान रह जाएंगे. साल 1990 में फिल्म आशिकी से अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत करने वाली अनु ने सपने देखे कि वो इंडस्ट्री में अब जमकर, टॉप की एक्ट्रेस बन जाएंगी मगर उन्हें नहीं पता था कि उनकी जिंदगी 9 साल बाद भयानक मोड़ लेगी और सबकुछ बदल जाएगा. ‘आशिकी’ फेम इस एक्ट्रेस को आज भी याद है वो खौफनाक मंजर, अगर आपको फिल्म आशिकी (1990) पसंद है तो उस फिल्म की एक्ट्रेस के बारे में ये खबर आपको जरूर पढ़नी चाहिए, और जानना चाहिए उन्होंने अपनी जिंदगी में किस तरह सबकुछ खो दिया.

‘आशिकी’ फेम इस एक्ट्रेस को आज भी याद है वो खौफनाक मंजर

11 जनवरी, 1969 को दिल्ली में जन्मी अनु अग्रवाल मूल रूप से चेन्नई की हैं. इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से सोशलॉजी से मास्टर्स की डिग्री ली और वहां पर गोल्ड मेडलिस्ट रह चुकी हैं. पढ़ाई के बाद अनु ने मॉडलिंग में हाथ आजमाया इसी दौरान इन्हें दूरदर्शन के सीरियल इसी बहाने (1988) में एक्ट्रेस के तौर पर काम मिल गया. यहां पर महेश भट्ट की नजर अनु पर पड़ी जो अपनी फिल्म आशिकी के लिए नये चेहरे की तलाश में थे. महेश भट्ट ने उस फिल्म से राहुल रॉय और अनु अग्रवाल को लॉन्च किया और इस फिल्म ने धूम मचा दी. फिल्म दो हफ्तों तक हाउसफुल रही और अनु अग्रवाल के अभिनय ने लोगों का दल जीत लिया. इसके बाद इन्होंने कई फिल्में की और इसी दौरान एक ऐसा हादसा हुआ कि इनकी जिंदगी बदल गई.

ऐसा बताया जाता है कि अनु एक बार फिल्म की शूटिंग के लिए गोवा जा रही थीं, अनु अपनी कार खुद ड्राइव कर रही थीं और मुंबई-गोवा हाईवे पर उनका भयंकर एक्सिडेंट हो गया. एक्सिडेंट के 29 दिनों के बाद कोमा से बाहर आईं अनु अपनी पहचान भूल चुकी थीं, इसके बाद करीब 3 सालों तक इनका ट्रीटमेंट हुआ फिर इनकी धुंधली सी याद्दाश्त वापस आई.

ऐसे बदल गई अनु अग्रवाल की जिंदगी

अनु अग्रवाल का करियर तो खत्म हो ही गया था इसके साथ ही उन्होंने अपनी पहचान भी थोड़ी-थोड़ी खो दी थी. अनु की याद्दाश्त जब धुंधली सी वापस आई तब उन्हें पैरेलाइजेज अटैक भी आया और फिर उन्हें एक संस्थान में भेज दिया गया जहां ऐसे मरीजों का आध्यात्मिक तरीके से इलाज होता है. वहां कई साल गुजारने के बाद वो ठीक हो गईं और खुद की पहचान भी वापस मिली. अनु ने अपनी सरा प्रॉपर्टी एक चैरिटी को दे दी और खुद बिहार के एक योगा-एक्सरसाइज स्कूल में क्लासेस देती हैं. जहां पर अमीर और गरीब हर किसी को एक ही स्तर पर योगाभ्यास कराया जाता है. अनु ने साल 2015 में अपनी आत्मकथा ‘Unusual : Memory of a Girl who come Back from Dead’ नाम की एक बुक लॉन्च की. साल 2012 में इनका पता लगाया गया जब फिल्म आशिकी-2 बननी थी और साल 2013 में महेश भट्ट, राहुल रॉय, आदित्य रॉय कपूर और श्रद्धा कपूर उनसे मिलने भी गए थे.

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