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चुनावी सर्वे : जानिए, राजस्थान में ढह जाएगा बीजेपी का किला या बैकफुट पर आ जाएगी कांग्रेस?

राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर शुरू हो चुकी है। जहां एक तरफ बीजेपी प्रदेश की सत्ता पर काबिज रहना चाहती है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस प्रदेश में घर वापसी के सपने देख रही है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों की स्थितियां प्रदेश में लगभग एक जैसी प्रतीत हो रही है। इन सबके बीच प्रदेश में चुनाव होने वाले है और इसको लेकर जनता की नजर चुनावी सर्वे पर टिकी हुई है। प्रदेश में किसकी बनेगी सरकार या फिर कौन होगा ऑलआउट, यह तो चुनावी नतीजे ही बताएंगे, लेकिन फिलहाल जानते हैं कि राजस्थान का चुनावी सर्वे क्या कहता है?

कैसा है राजस्थान का सियासी माहौल?

राजस्थान में फिलहाल बीजेपी की सरकार है और वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री के पद पर आसीन है। प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए ऐड़ी चोटी का बल लगा रही है। राजस्थान की कुल 200 विधानसभा सीटें हैं। साल 2013 में बीजेपी ने 163 सीटों पर शानदार जीत के साथ सत्ता में वापसी की थी और कांग्रेस महज़ 21 सीटों पर सिमट गई थी, ऐसे में अब कांग्रेस बीजेपी को मात देकर सत्ता में काबिज होने का सपना देख रही है। राजस्थान में बीजेपी की हालत तो ठीक है, लेकिन बतौर सीएम वसुंधरा की तानाशाही से जनता ऊब चुकी है।

राजस्थान का चुनावी सर्वे

राजस्थान का चुनावी सर्वे

यहां हम आपको तमाम मीडिया घरानों द्वारा कराए गए सर्वे का एक औसत बता रहे हैं, जिसके ज़रिए आप यह अनुमान लगा सकते हैं कि प्रदेश में फिलहाल किस पार्टी का पलड़ा भारी है। तो चलिए जानते हैं कि राजस्थान का चुनावी सर्वे किस पार्टी के लिए खुशियों भरा है या फिर किसके लिए बैकफुट पर है?

राजस्थान में किसे कितने वोट ?

बीजेपी- 32%
कांग्रेस- 35%
अन्य- 16%

राजस्थान में किसे कितनी सीटें?

राजस्थान का चुनावी सर्वे

बीजेपी- 71 से 75
कांग्रेस- 113 से 117
अन्य- 10से14

राजस्थान में सीएम की पहली पसंद कौन ?

वसुंधरा राजे – 60%
सचिन पायलट- 40%
अशोक गहलोत- 80%

राजस्थान के चुनावी सर्वे पर अगर गौर किया जाए तो सूब में कांग्रेस वापसी करती हुई नजर आ रही है तो वहीं बीजेपी के हाथ से उसका गढ़ छीनता हुआ दिखाई दे रहा है। बतौर सीएम वसुंधरा को जनता बेहद कम पसंद कर रही है और यही कारण है कि सूबे में कांग्रेस इस बात का फायदा उठाती हुई नजर आ रही है। खैर, यह तो  सिर्फ चुनावी सर्वे ही है, असली नतीजा तो चुनावी नतीजें आने के बाद ही पता चलेंगे कि प्रदेश की सत्ता पर कौन काबिज होगा।

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