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कैसे थे सोनिया गांधी और अमिताभ बच्चन परिवार के संबंध? जानकर चौंक जाएंगे

नई दिल्ली – गांधी और बच्चन परिवार के रिश्तों का सच कभी दुनिया के सामने पूरी तरह से नहीं आ पाया है। ये बात तो जग जाहिर है कि एक वक्त दोनों परिवार काफी करीब थे। लेकिन, यो बात आज भी जाहिर नहीं हुई है कि बच्चन और गांधी परिवार के संबंधों क्यों खटास आ गई। ये कहानी बढ़ी दिलचस्प है। आइये जानते हैं।

गांधी और बच्चन परिवार के रिश्तों की शुरुआत उस वक्त हुई जिस वक्त अमिताभ बच्चन के पिता हरिवंश राय बच्चन विदेश मंत्रालय में काम किया करते थे। उस समय के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से उनकी अच्छी जान पहचान थी और क्योंकि दोनों परिवार इलाहाबाद में रहते थे इसलिए दोनों परिवारों में रिश्ते गहरे होते गए। इसी बीच अमिताभ बच्चन की मां तेजी बच्चन और नेहरू की बेटी इंदिरा गांधी में अच्छी दोस्त हो गईं। कुछ सालों तक इलाहाबाद में साथ रहने के बाद बच्चन परिवार दिल्ली शिफ्ट हो गया। लेकिन, तेजी बच्चन और इंदिरा गांधी के बीच की दोस्ती बढ़ती रही।

 

दोनों परिवारों के बीच दूरियां बढ़ने की शुरुआत तब हुई जब साल 1984 में राजीव गांधी के कहने पर अमिताभ राजनीति में आ गए। अमिताभ ने यूपी के इलाहाबाद की सीट से चुनाव जीता। लेकिन, 2 साल सांसद रहने के बाद उनका नाम बोफोर्स घोटाले में आ गया। जिसके बाद अमिताभ ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद राजीव गांधी अमिताभ से काफी नाराज हुए और यहीं से दोनों परिवारों में दूरियां बढ़नी शुरू हो गई।

1984 में इंदिरा गांधी की हत्या तक दोनों परिवारों के संबंध अच्छे रहे। गौरतलब है कि राजीव और सोनिया गांधी की शादी साल 1968 में अमिताभ बच्चन के दिल्ली स्थित घर से हुई थी।

 

गौरतलब है कि राजीव गांधी से शादी करने के 2 महीने पहले ही सोनिया गांधी भारत आ गईं और अमिताभ बच्चन के घर रुकीं। कहा जाता है कि उन्हें अमिताभ के घर रोकने की वजह उन्हें भारतीय रीति रिवाज से परिचय कराना था। इस काम में अमिताभ बच्चन की मां तेजी बच्चन ने मदद की और उन्हें भारतीय परंपरा और रीति रिवाजों को समझाया। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि शादी से पहले 45 दिनों तक सोनिया अमिताभ बच्चन के घर रहीं। लेकिन, आज दोनों के बीच रिश्ते ऐसे खराब हुए कि वो कभी एक दुसरे के सामने नहीं आते हैं।

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