अध्यात्म

मनचाहा वरदान पाने के लिए करें सावन सोमवार का ये व्रत, भोले बाबा करते हैं सब की मुरादें पूरी !

हिन्दू धर्म में सावन की काफी महिमा है। सोमवार के दिन भगवान शंकर की पूजा की जाती है, इसलिए सोमवार का दिन काफी पवित्र माना जाता है। सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार को सावन का सोमवार कहा जाता है। सावन के सोमवार व्रत की काफी महिमा है। कहा जाता है कि सावन का महिना भगवन शंकर का सबसे प्रिय महिना है। इस महीने में पड़ने वाले सोमवार को भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा के साथ शिवलिंग की पूजा करने से भगवान शंकर की कृपा पायी जा सकती है।

सावन के सोमवार का व्रत करने वाले की पूरी होती है हर कामना:

भगवान शंकर को प्रसन्न करके मनचाहा फल पाने के लिए यह सबसे उत्तम महिना होता है। भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए शास्त्रों में कुछ ख़ास विधानों के बारे में बताया गया है। जो कन्यायें मनचाहा पति चाहती हैं या जिस कन्या के विवाह में अड़चन आ रही है, उसके लिए सावन के सोमवार का व्रत कल्पतरु के सामान है। शिवपुराण में बताया गया है कि अगर कोई व्यक्ति किसी कामना के साथ सावन के सोमवार का व्रत करता है तो उसकी कामना जरुर पूरी हो जाती है।

प्रसन्न करने के लिए बेलपत्र से करें भगवन शंकर की पूजा:

सावन महीने का पहला सोमवार 17 जुलाई को पड़ रहा है। क्कुह लोग 16 सोमवार का व्रत करते हैं, वह भी सावन के पहले सोमवार से अपना व्रत शुरू कर सकते हैं। इस महीने में भगवान शंकर की पूजा बेलपत्र से करना काफी फलदायक होता है। इस बार संक्रांति से संक्रांति और पूर्णिमा से पूर्णिमा तक सोमवार का व्रत करने वाले को केवल 5-5 सोमवार का ही व्रत करना पड़ेगा। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार इस बार 5 का अंक इस व्रत के लिए काफी फलदायक है।

संक्रांति से संक्रांति तक सोमवार का व्रत करने वाले को 5 और पूर्णिमा से लेकर पूर्णिमा तक व्रत करने वाले को भी 5 सोमवार का ही व्रत करना होगा। श्रावण संक्रांति इस बार 16 जुलाई को पड़ रही है। भाद्रपद संक्रांति 16 अगस्त को पड़ रही है। इस एक महीने के दौरान कुल 5 सोमवार पड़ रहे हैं। पहला सोमवार 17 जुलाई को पड़ रहा है और आखिरी सोमवार 14 अगस्त को। सावन महीने में 5 सोमवार का पड़ना भी एक उत्तम योग है।

सोमवार के व्रत से पायें भगवन शंकर की असीम कृपा:

अषाढ़ महीने की पूर्णिमा 9 जुलाई रविवार को है। सावन महीने की पूर्णिमा 7 अगस्त को पड़ रही है। इसके अनुसार अगर पूर्णिमा से पूर्णिमा तक के सोमवार का व्रत किया जाए तो पहला सोमवार 10 जुलाई को पड़ रहा है। पूर्णिमा से सोमवार का व्रत शुरू करने वाले 10 जुलाई से व्रत की शुरुआत करके 7 अगस्त तक व्रत कर सकते हैं। इस दौरान किये गए व्रत से भी सावन महीने के पुन्य को पाया जा सकता है।

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