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Lockdown: बेरोजगारी से हिम्मत हारा शख्स, बीवी-बच्चे की हत्या कर खुद फांसी के फंदे पर झूला

कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से कई लोग बेरोजगार हो गए हैं। उनके पास दो वक्त की रोटी तक के पैसे नहीं है। ऐसे में कई लोग ज़िंदगी से हार खुदखुशी भी कर रहे हैं। अब महाराष्ट्र के पुणे के लोनीकांड पुलिस थाना क्षेत्र के कदमवक बस्ती इलाके की इस घटना को ही ले लीजिए। यहां एक व्यक्ति ने कथित रूप से बेराजगरी से तंग आकर अपनी पत्नी और बेटे की हत्या कर खुद भी सुसाइड कर लिया।

पुलिस से सोमवार को बताया कि 38 वर्षीय हनुमंत दरीयप्पा शिंदे (Hanumantha Daryappa Shinde) अपनी 28 वर्षीय वाइफ प्रज्ञा, 14 महीने के बेटे शिवतेज, पिता दरीयप्पा ए. शिंदे और भाई के साथ एक फ्लैट में रहता था। रविवार के दिन उसने अपनी पत्नी की गला दबा हत्या कर दी। इसके बाद बेटे का गला काट दिया। अंत में वह खुद पंखे पर दुपट्टा गले में बांध फांसी लगा मर गया।

मृतक के पिता ने जब बेडरूम का दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई। ऐसे में उन्होंने रिश्तेदारों और पुलिस को सूचित किया। सहायक पुलिस आयुक्त कल्याण विधाते बताते हैं कि मृतक के पिता ने हमे फोन कर बुलाया था। जब पुलिस वहां पहुंची तो पहले दरवाजा तोड़ा गया। इसके बाद जैसे ही हम बेडरूम में गए तो हनुमंत शिंदे फांसी पर लटका मिला। वहीं उसकी बीवी और बेटे मृत हालत में पड़े थे। बीवी को उसने गला दबकार जबकि 14 महीने के बेटे को गला काटकर मारा था।

जांच में पुलिस ने पाया कि शिंदे का परिवार सोलापूर का रहने वाला है। वे लोग कुछ महीने पहले काम की तलाश में कदमवक आए थे। वे छोटे मोटे काम कर अपनी जीविका चलाते थे। लेकिन लॉकडाउन की वजह से उन्हें कोई काम नहीं मिल रहा था। काम न मिलने की वजह से हनुमंत डिप्रेशन में चला गया था। वह खुद को लाचार महसूस कर रहा था। बीते कुछ दिनों से वह चुप चुप सा रहता था और किसी से बात भी नहीं करता था। शायद यही वजह थी कि उसने रविवार को बीवी और बेटे की हत्या के बाद खुद खुदखुशी कर ली।

फिलहाल पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आगे की जांच चल रही है। लोनी कलभोर पुलिस स्टेशन द्वारा मामले की छानबीन की जा रही है। इस बात में कोई शक नहीं कि ये कोरोना काल सभी लोगों के लिए बेहद मुश्किल समय है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि आप हार मानकर अपनी और परिवार की जान ही ले लें।

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