स्वास्थ्य

डायबिटीज के लक्षण, इलाज, घरेलू उपचार (Diabetes Symptoms, Home Remedies)

आजकल के युवाओं की बिगड़ती जीवनशैली के कारण ही वो कम आयु में ही खतरनाक बीमारियों का शिकार हो रहे हैं और इन्हीं खतरनाक बीमारियों में से एक बीमारी मुधमेह यानी डायबिटीज़ की है। शुगर की बीमारी पहले 50 से अधिक आयु के लोगों में पाई जाती थी। लेकिन आजकल के खराब खानपान के कारण 30 साल के लोग भी इस बीमारी के चपेट में आने लग गए हैं। शुगर होने पर इसका प्रभाव शरीर के कई अंगों पर पड़ता है और यह एक खतरनाक बीमारी मानी जाती है। क्योंकि इसका कोई भी इलाज नहीं है और इसे केवल दवाओं की मदद से ही नियंत्रित रखा जा सकता है। वहीं डायबिटीज क्या होती है, शुगर के लक्षण (Sugar ke lakshan) क्या है और किस तरह से इसे नियंत्रित किया जा सकता है इसकी जानकारी इस लेख में दी गई है।

क्या होती है मुधमेह की बीमारी

डायबिटीज

खून में ग्लूकोज़ का स्तर बढ़ने से डायबिटीज का रोग हो जाता है। दरअसल जब पैंक्रियाज में इंसुलिन जो कि एक प्रकार का हार्मोन होता है वो पहुंचना कम हो जाता है, तब खून में ग्लूकोज़ बढ़ जाता है और ऐसा होने पर डाइबिटीज हो जाती है।

क्या होता है इंसुलिन

इंसुलिन का कार्य भोजन को एनर्जी में बदलने का होता है और साथ में ही शरीर में शुगर की मात्रा नियंत्रित रखना होता है। जब इंसुलिन अपना कार्य सही से नहीं करता है तो डायबिटीज हो जाती है। शुगर होने पर इसका असर शरीर के अन्य अंगों पर भी पड़ता है और शरीर आसानी से बीमार पड़ने लग जाता है।

शुगर के प्रकार

शुगर तीन प्रकार की होती जिनको टाइप 1, टाइप 2 और गर्भावधि मधुमेह (gestational diabetes) कहा जाता है।

टाइप 1

टाइप 1 डायबिटीज होने पर कभी खून में शुगर का स्तर बढ़ जाता है या अचानक से शुगर का स्तर कम हो जाता है। यह होने पर मरीज को इंसुलिन के इंजेक्शन दिए जाते हैं। ताकि शरीर में इंसुलिन की मात्रा सही बनीं रहे। टाइप-1 डायबिटीज खतरनाक होती है और बच्चों और युवाओं में यह बीमारी होने की आशंका ज़्यादा बनीं रहती है। यह डायबिटीज होने पर शरीर में एकदम से शुगर का स्तर कम हो जाता है, जिसकी वजह से चक्कर आने लग जाते हैं। वहीं दूसरे पल ही शरीर में एकदम से शुगर का स्तर बढ़ जाता है।

टाइप 2

अधिकतर लोगों में टाइप 2 डायबिटीज पाई जाती है और यह डायबिटीज टाइप 1 से थोड़ी कम खतरनाक होती है। क्योंकि इस प्रकार के शुगर में केवल शरीर में शुगर का स्तर बढ़ता है और दवाई खाकर इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

गर्भावधि मधुमेह (gestational diabetes)

यह डायबिटीज गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को होती है और इसके होने पर खून में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है। कई महिलाओं को बच्चा होने के बाद शुगर लेवल सही हो जाता है। जबकि कई महिलाओं को डायबिटीज का रोग हो जाता है।

शुगर के लक्षण (Sugar Ke Lakshan)

डायबिटीज

शुगर होने पर आपको निम्निलिखित तकलीफें होती हैं। इसलिए नीचे बताए गई चीजें होने पर आप समझ लें की यह शुगर के लक्षण (sugar ke lakshan) हैं और शुगर के इन लक्षण (sugar ke lakshan) को आप अनदेखा ना करें।

  • डायबिटीज होने का जो प्रथम लक्षण होता है वो भूख से जुड़ा होता है। अगर आपको अधिक भूख लगने लग जाए तो आप समझ लें की आपको शुगर की बीमारी हो सकती है।
  • बिना कारण के तेजी से वजन घटना भी शुगर के लक्षणों में से एक है। इसलिए अगर आपका वजन एकदम से कम हो जाए तो आप डायबिटीज की जांच डॉक्टर से करवा लें।
  • बिना कोई काम किए अचानक से शरीर का थक जाना या शरीर में अक्सर कमजोरी रहना।
  • बार बार पेशाब आना और बहुत ज्यादा प्यार लगना।
  • चक्कर आना और नजर धुंधली होना।

डायबिटीज होने के कारण

डायबिटीज होने के जो मुख्य कारण माने जाते हैं वो इस प्रकार हैं –

  • जो लोग अधिक मीठा खाते हैं उनको यह रोग लगने का खतरा अधिक रहता है।
  • अगर आपका वजन काफी अधिक है तो आपको डायबिटीज हो सकती है।
  • योगा और किसी भी तरह की कसरत ना करने पर भी यह रोग लग जाता है।
  • शराब पीना और जंक फूड का अधिक सेवन करने वाले लोग आसानी से डायबिटीज की चपेट में आ जाते हैं।

डायबिटीज से बचने के उपाय

डायबिटीज

डायबिटीज से अपना बचाव करने के लिए आप एक सही जीवनशैली जीएं और केवल हेल्दी खाना खाएं। मीठी चीजों का सेवन अधिक ना करें और रोज योगा किया करें। इसके अलावा अगर आपका वजन अधिक है तो आप उसे कम करें। क्योंकि अधिक वजन के कारण भी यह रोग लग जाता है।

शुगर के घरेलू उपाय (Diabetes Home Remedies in Hindi)

शुगर एक ऐसा रोग है जिसका अगर ठीक से उपचार नहीं किया गया तो यह इंसान के लिए बड़ी परेशानी बन जाती हैं। शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए आप घरेलू नुस्खे भी अपना सकते हैं।

करेले का जूस पीएं

डायबिटीज

डायबिटीज होने पर आप हफ्ते में तीन दिन करेले का जूस पीएं। करेले का जूस पीने से शरीर में शुगर का स्तर नहीं बढ़ता है और डायबिटीज कंट्रोल में रहती है। करेले का जूस आप आसानी से घर में निकाल सकते हैं। करेले का जूस निकालने के लिए आपको निम्निलिखित चीजों की जरूरत पड़ेगी।

  • दो करेले
  • नमक
  • कालीमिर्च
  • एक या दो चम्मच नींबू का रस

इस तरह से करें तैयार : आप दो करेले अच्छे से साफ कर लें। इसके बाद इनकी ऊपरी त्वचा को निकाल दें। करेले के छोटे टुकड़े कर दें और इसे मिक्सी में डालकर इसका जूस निकाल लें। इस जूस में आप कालीमिर्च और नमक डाल दें। आप चाहें तो इसमें नींबू का रस भी मिला सकते हैं। करेले के जूस को निकलते ही आप इसे पी लें और इसे फ्रिज में ना रखें। नियमित रूप से सुबह खाली पेट करेले का जूस पीने से ये खून में शुगर का स्तर नहीं बढ़ेगा।

तुलसी के पत्ते खाएं

डायबिटीज

तुलसी के पत्ते भी डायबिटीज के रोग से लड़ने में कारगर साबित होते हैं और इन्हें खाने से भी ये रोग सही हो जाता है। डायबिटीज होने पर आप रोज पांच तुलसी के पत्ते खाएं या फिर तुलसी के पत्तों का रस पीएं। इसका रस पीने से डायबिटीज का स्तर शरीर में नहीं बढ़ता है। (और पढ़ें – Basil in hindi)

दालचीनी

दालचीनी गुणों से भरपूर होती है और इसे खाने से भी शुगर के मरीजों को लाभ मिलता है। इसलिए डायबिटीज के रोगी रोज दालचीनी का पानी पीया करें। दालचीनी का पानी बनाने के लिए आपको दालचीनी के पाउडर और गर्म पानी की जरूरत पड़ेगी।

इस तरह से करें तैयार : आप सबसे पहले पानी को गर्म कर लें और उसके अंदर दालचीनी के पाउडर को मिला लें। फिर खाली पेट इस पानी को पीएं। रोज ये पानी पीने से डायबिटीज सही हो जाएगी।

मेथी

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मेथी के पानी को पीने से भी यह रोग सही हो जाता है। इसलिए आप चाहें तो मेथी का पानी भी पी सकते हैं। मेथी का पानी तैयार करने के लिए आपको एक चम्मच मेथी के दानों और पानी की जरूरत पड़ेगी।

इस तरह से तैयार करें पानी : आप रात को सोने से पहले एक गिलास पानी के अंदर मेथी के दानों को डाल दें। सुबह आप इस पानी को छान लें और पानी पी लें। आप चाहें तो मेथी के दाने चबा भी सकते हैं। हफ्ते में तीन दिन यह पानी पीने से डायबिटीज के रोग से आपको निजात मिल जाएगी।

एलोवेरा जूस

डायबिटीज

एलोवेरा के अदंर लिपिड और ब्लड शुगर को कम करने वाले तत्व मौजूद होते हैं। इसलिए यह भी शुगर की बीमारी को सही करने में सहायक होते हैं। दरअसल इसे पीने से ब्लड ग्लूकोज लेवल नियंत्रित रहता है और शुगर बढ़ती नहीं है। (यह भी पढ़ें – एलोवेरा के गुण)

इस तरह से करें तैयार : एलोवेरा का जूस तैयार करने के लिए आप एलोवेरा को बीच में से काट लें और इसके अंदर के जेल को निकालकर मिक्सी में पीस लें। एलोवेरा जूस बनकर तैयार है। वहीं आप चाहें तो बाजार में बिकने वाले एलोवेरा जूस का सेवन भी कर सकते हैं।

जामुन

डायबिटीज

जामुन का फल शुगर के मरीजों के लिए रामबाण होता है और इसे खाने शुगर जैसे रोग को सही किया जा सकता है। इतना ही नहीं जामुन के अलावा इसके पत्तों को भी शुगर के लिए कारगर माना जाता है। जामुन और जामुन के पत्तों में उच्च पोटैशियम पाया जाता जो कि मधुमेह को नियंत्रित रखता है। इसलिए आप रोज जामुन का फल या इसके पत्तों को साफ करके खाया करें।

लहसुन

डायबिटीज

रोज खाली पेट सुबह लहसुन की एक या दो कली खाने से भी मुधमेह से निजात मिल जाती है। इसलिए आप कच्चे लहसुन का सेवन किया करें। आप रोज सुबह दो कलियां लहसुन की खाकर उसके ऊपर से पानी पी लें। रोज ऐसा करने से आपके शरीर में शुगर का स्तर सही बना रहेगा। दरअसल लहसुन के अंदर एलिसिन नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो मधुमेह को रोकने का कार्य करता है। (और यह भी जानें – लहसुन के फायदे)

नीम

डायबिटीज

नीम का स्वाद बेहद ही कड़वा होता है और कड़वी चीजें मुधमेह के रोग को सही करने में कारगर साबित होती हैं। इसलिए आप नीम का सेवन भी करें। नीम का सेवन आप कई तरह से कर सकते हैं। आप चाहें तो इसका जूस पी सकते हैं या इसका पाउडर खा सकते हैं। (और पढ़ें – नीम के औषधीय गुण)

नीम का जूस

नीम का जूस तैयार करने के लिए आप इसके कुछ पत्तियां लेकर उन्हें पानी से साफ कर लें। इसके बाद आप इन्हें मिक्सी में डालकर पीस लें और छानकर इसका जूस निकाल लें। इस जूस में आप नमक डालकर इसे पी लें।

नीम का पाउडर

नीम का पाउडर बनाने के लिए आप कुछ नीम की पत्तियों को धोकर सूखा लें। इनको अच्छे से धूप में सूखने का बाद आप इसे पीस लें और इसका पाउडर डब्बे में डालकर रख लें। फिर रोज सुबह आप खाली पेट इस पाउडर को पानी में डालकर पी लें।

करी पत्ता

डायबिटीज

करी पत्ता भी शुगर के मरीजों के लिए गुणकारी माना जाता है और इसे खाने से शुगर के मरीजों को लाभ पहुंचता है। इसलिए डायबिटीज़ की रोकथाम के लिए आप इसका प्रयोग भी कर सकते हैं। आप रोज 4-6 करी पत्ता खा सकते हैं या फिर खाना बनाते समय उसमें थोड़े करी पत्ते डाल सकते हैं।

ना करें इनका सेवन

डायबिटीज होने पर आप कोल्ड ड्रिंक, केक, पेस्ट्री, मिठाई, चावल, पास्ता, सफ़ेद ब्रेड, बर्गर और अंगूर जैसी चीजों का सेवन ना करें। इसके अलावा आप आलू या स्टार्च वाली चीजें भी ना खाएं। क्योंकि स्टार्च के अंदर शुगर पाई जाती है।

डायबिटीज क्या होती है, शुगर के लक्षण क्या है और किस तरह से इसे नियंत्रित किया जा सकता है यह जानकारी हमने आपको इस लेख में बताने की कोशिश की है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया हो।

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