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कैद किए गए भारतीय पॉयलट को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता पाक, जानें कैसे

पाकिस्तान और भारत के बीच एक बार फिर तनाव जोरो पर हैं। 14 फरवरी को पुलवामा अटैक हुआ और उसका बदला लेन के लिए 26 फरवरी को भारती. सेना ने पाकिस्तान मे घुसकर एयर स्ट्राइक कर दी। इसके बाद से ही पाकिस्तान मे बौखलाहट आ गई है। आज भारतीय सीमा क्षेत्र में पाकिस्तानी लड़ाकी विमानों ने घुसपैठ कर दी। जवाब कार्रवाई में भारत  ने पाकिस्तानी फाइटर जेट को मार गिराया,  लेकिन भारत के एक फाइटर प्लेन पर पाकिस्तान ने अटैक कर दिया है। पाकिस्तान ने दावा किया है कि भारत के एक पॉयलट को उन्होंने अपने कब्जे में किया है। पहले इस बात को झूठा बताया जा रहा था, लेकिन प्रेस ब्रीफिंग के दौरान भारत सरकार ने माना की एक पॉयलट लापता हैं।

ऐसे सुरक्षित रहेगा भारतीय पॉयलट

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत के तरफ से किए गए एयरस्ट्राइक के जवान में पाकिस्तान ने भी हमला किया। हालांकि भारत ने उनके लड़ाकू विमान को मार गिराया। इस कार्रवाई के दौरान भारत का एक विमान MiG विमान भी धवस्त हो गया और हमारा एक पायलट लापता है। अभी इस बात की जांच चल रही है। अब इस खबर को लेकर आमजन के मन में ये सवाल आ रहा है कि हमारे भारतीय पॉयलट के साथ कुछ गलत ना हो जाए। ऐसे में हम आपको बताते है कि युद्ध बंदियों के लिए नियम क्या है।

अतंरराष्ट्रीय जिनेवा संधि मे युद्धबंदियो को लेकर नियम बनाए गए हैं। इसके तहत अगर कोई किसी को युद्धबंदी बनाता है तो उसे डराने-धमकाने का काम या फिर उसे अपमानित नहीं किया जा सकता। युद्धबंदी को लेकर जनता में किसी भी तरह की उत्सुकता पैदा करना मना है। जिनेवा संधि के अनुसार, युद्धबंदी पर या तो मुकदमा चलाय जाएगाय फिर अगर .युद्ध होता है तो उसके बाद उन्हें लौटा जाएगा। पकड़े जाने पर युद्धिबंदियों को अपना नाम, सैन्य पद और नंबर बताने का भी प्रावधान भी किया गया है।

जंग नहीं है मसले का हल

हालांकि दुनिया के कुछ देशो ने जिनेवा संधि का उल्लंघन भी किया है। जिनेवा संधि आम तक दूसरे विश्वयुद्ध के बाद 1949 में तैयार किए गई संधियो और नियमो से हैं। इसका मुख्य मकसद है कि युद्ध के वक्त इंसानी मूल्यों को बनाए रखना। अगर भारतीय पॉयलट उनके कब्जे में हैं तो और वहां पर जिनेवा संधि का उल्लंघन ना हो तो उन्हें कुछ भी नहीं हो सकता है।

बता दें की इमरान खान ने तनाव के बीच देश को संबोधित करते हुए कहा कि वो एक बार फिर भारत से हमले को लेकर बातचीत करना चाहते हैं। पीएम इमरान खान का कहना है कि जंग शुरु तो हो जाएगी, लेकिन इसे ना तो मैं रोक पाउंगा और ना ही मोदी। जंग शुरु हो जाती है, लेकिन कब कहां और किन हालातों में खत्म होगी इस बारे में कोई नहीं जानता है। उन्होंने कहा कि हम आतंकवाद पर बात करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। अगर भारत की तरफ से हमला हुआ तो पाकिस्तान चुप नहीं बैठेगा औऱ जवाब देगा। बता दें कि 26 फरवरी को हुई वायुसेना स्ट्राइक के बाद से माहौल में तनातनी और बढ़ गई है।

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