राजनीति

बजरंग बली को दलित बताकर फंसे सीएम योगी, मूर्ति के सामने सीएम के लिए यज्ञ शुरु

राजस्थान के चुनावी माहौल में सीएम योगी का एक बयान उनके ही गले की फांस बन गया है औऱ इसपर विवाद बढ़ता जा रहा है। सीएम योगी के खिलाफ मुरादाबाद में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में परिवाद दायर किया गया है।दरअसल यह सारी शिकायतस सीएम योगी के उस बयान की है जिसमें उन्होंने हनुमान जी को दलित बताया है। वकील त्रिलोक चंद्र दिवाकर ने परिवाद में कहा कि बुधवार को राजस्थान के अलवर जनपद में हुई एक चुनावी सभा में योगी आदित्यनाथ ने हनुमान को दलित बताकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई हैं।

अदालत में केस दर्ज

बता दें कि अदालत ने परिवाद के मंजूर भी कर लिया है और इस मामले की सुनवाई 10 दिसंबर को की जाएगी।  बुधवार को राजस्थान के अलवर में चुनावी सभा में योगी आए थे। सीएम योगी बीजेपी के स्टार प्रचारक हैं और राजस्थान ममें वंसुधरा राजे की डूबती नैय्या को पार लगाने आए हैं।हालांकि चुनाव में जमसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने हनुमान जी की जाति दलित बता दी जिसके बाद विवाद बढ़ने लगा है।

बजरंगबली को बताया दलित

सीएम योगी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि बजरंग बली दलित हैं। उन्होंने चौपाइयों के जरिए मतदाताओं से अपील की की वह बीजेपी को वोट दें। यूपी की सत्ता पर काबिज सीएम योगी ने कहा कि एक ऐसे लोकर दवेता है जो अब स्वयं वनवासी है, गिरवासी हैं, दलित हैं, वंचित है। पूरे भारतीय समाज को लेकर उत्तर से लेकर दक्षिण तक औऱ पूरब से लेकर पश्चिम तक सबको जोड़ने का काम बजरंग बली करते हैं इसलिए बजरंग बली की संकल्प होना चाहिए।

मूर्ति के सामने हो रहा यज्ञ

अब उनके इस बयान ने सब जगह हाहाकार मचा दी है। इस विवाद में हरदोई में स्वर्ण चेतना सभा ने भी इस विवाद की डोर पकड़ ली है। वह सीएम योगी के हनुमान जी को दलित बताने वाले बयान से नाराज है। उनका गुस्सा इतना ज्यादा है कि सीएम को सदबुद्धि देने के लए स्वर्ण चेतना सभा के पदाधिकारियों ने हनुमान मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति के सामने यज्ञ किया है।सभी के पदाधिकारियों ने यज्ञ के साथ हनुमान जी से मुख्यमंत्री को सद्बुद्धि देने के लिए प्रार्थना भी है।

बता दें कि सीएम योगी ने चुनावी सभा में जनता को लुभाने के लिए और खासकर वहां पर दलित को खुश करने के लिए बजरंग बली को भी दलित बता दिया।वह एक के बाद एक ताबड़तोड़ सभाएं भी करते जा रहे हैं। उन्होंने वोट लेने के लिए हनुमान जी की चौपाईयां भी कहीं। उन्होंने कहा कि चुनाव भक्त राम तो वोट दें और रावण भक्त कांग्रेस को वोट दें। योगी ने कहा था की बीजेपी औऱंगजेब जैसे लोगों की रक्षा कर सकती है। उन्होंने अपील की थी की राम राज्य लाना है तो बीजेपी के उम्मीदवार को जिताएं।

दरअसल ऐसी बयानबाजी करने के पीछे सीएम योगी की मकसद वहां के दलितों की नाराजगी दूर करना था।एसी-एसटी से लेकर डेल्टा मेघवाल मामले तक में दलित सरकार से नाराज नजर आ रहे थे। इसके बाद से स्टार प्रचारक सीएम योगी राजस्थान मेम जाकर हनुमान जी को ही दलित बता दिया। हालांकि अब यही बात बड़ा विवाद ले चुकी है और उन पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा है।

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