स्वास्थ्य

पीलिया में क्या खाएं और क्या नहीं? अभी जानिए

पीलिया में क्या खाएं: आज के समय में मनुष्य की खान पान की आदतों में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है. फ़ास्ट और जंक फ़ूड के सेवन ने इंसान को बिमारियों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है. इन्ही बिमारियों में से पीलिया भी एक ऐसी ही साधारण बीमारी है जोकि सही इलाज न मिलने पर गंभीर रूप धारण कर लेती है. पीलिया में क्या खाएं और क्या ना खाएं यह लगभग हर किसी मरीज़ के दिमाग में उठने वाला एकमात्र पहला सवाल है. आपको बता दें कि पीलिया की स्तिथि में मरीज़ की आंखें अवन त्वचा का रंग पीला पड़ जाता है. इस रोग के होने का मुख्य कारण रक्त में पित रस और विलरुविन की मात्रा का बढना है.

देखा जाए तो यह एक तरह से लीवर संबंधित रोग है. इसलिए इस बीमारी की अवस्था में व्यक्ति का भोजन पचाना मुश्किल हो जाता है और शरीर में ज़हरीले पदार्थों की मात्रा बढ़ जाती है. साथ ही इस रोग में खून का रंग पीला हो जाता है. इस रोग को समय पर पकड़ लिया जाए तो इसका घरेलू इलाज भी किया जा सकता है. चलिए जानते हैं पीलिया के लक्ष्ण और इस अवस्था में खाए जाने वाले भोजन आखिर कौन कौन से हैं.

पीलिया रोग के लक्ष्ण

  • पीलिया के शुरूआती दिनों में पीड़ित व्यक्ति को अतियंत कमजोरी महसूस होती है.
  • इस बीमारी में पीड़ित व्यक्ति की आँखें एवं स्किन में पीले रंग की परत नजर आने लगती है.
  • इस बीमारी में पीड़ित मनुष्य को सिर दर्द और बुखार की शिकायत बनी रहती है.
  • कईं बार पीड़ित व्यक्ति को भोजन नही पचता और उल्टियाँ आने लगती हैं.
  • त्वचा में खुजली महसूस होना भी एक तरह से पीलिया का ही संकेत है.

पीलिया में क्या खाएं ?

मूली एवं पपीते के पत्तों का सेवन

पीलिया से पीड़ित व्यक्ति को मूली की पत्तियों को पीसकर उन का रस निकालकर पीना रामबाण साबित होता है. इसके लिए आप रोजाना आधा लीटर मूली की पत्तियों का रस बना कर पिए. ऐसा करने के 10 दिनों तक आपको पीलिया से आराम मिलेगा. इसके इलावा पपीते के पत्ते पीलिया के लिए बेहद औपचारिक माने जाते हैं. इसके लिए आप एक चम्मच पपीते के पत्तों का पेस्ट तैयार कर ले अब उनमें एक चम्मच शहद मिलाकर रोजाना दो हफ्तों तक खाएं.

गन्ने एवं टमाटर का रस

गन्ना खाने में जितना मीठा होता है उतना ही अधिक यह हमारी पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाता है. जिन लोगों को पीलिया या लीवर संबंधित शिकायतें महसूस होती हैं उनके लिए गन्ने का रस रामबाण साबित हो सकता है. इसके लिए आप रोजाना गन्ने के रस में नींबू का रस मिलाकर दिन में 2 बार पिए. इसके इलावा आप एक गिलास टमाटर के रस में एक चुटकी नमक और काली मिर्च मिलाकर सुबह खाली पेट पिएं इससे आपको पीलिया से राहत मिलेगी.

जंक फूड से करें परहेज

आजकल बाजार में जंक एवं सेट युक्त भोजन काफी प्रचलित है. यह खाने में जितने स्वादिष्ट होते हैं उतने ही अधिक सेहत के लिए नुकसानदायक भी. पीलिया की बीमारी में आप सेट और अल्कोहल से जुड़े सभी प्रोडक्ट से दूरी बनाए रखें. क्योंकि इससे आपके लीवर के इर्द-गिर्द गैलरी जमा हो सकती है जो कि आपकी रक्त कोशिकाओं को कमजोर बना सकती है. इसके इलावा पीलिया के रोग के दौरान मैदा, मिठाई, तले हुए पदार्थ , अधिक मिर्च मसाले, उड़द दाल आदि से परहेज करें.

कैफीन से बनाए रखें दूरी

पीलिया के दौरान आप नमक एवं कैफीन युक्त पदार्थ जैसे कि चाय-कॉफी आज से परहेज करें. कैफीन युक्त पदार्थ पीलिया की रिकवरी को कम करते हैं इसलिए इन खाद्य पदार्थों से परहेज करना ही आपके लिए फायदेमंद साबित होगा.

मीट और अंडे के सेवन से बचें

हालांकि प्रोटीन खाना बेहद फायदेमंद साबित होता है परंतु यदि आपको पी लिया है तो आप अंडे एवं मीट से दूरी बना लें. दरअसल चिकन ,अंडे और मछली में कई तरह के सेट एवं प्रोटीन पाए जाते हैं जो कि पीलिया को और ज्यादा बढ़ावा देते हैं.
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