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फिर उरी जैसे आतंकी हमले की आशंका, दूसरे सर्जिकल स्ट्राइक की तैयारी में सेना!

दिल्लीः घाटी में बढ़ रहे आतंकी हमलों की वजह से सेना अब दूसरे सर्जिकल स्ट्राइक (second surgical strike)की योजना बना रही है। टीवी न्यूज के अनुसार इस योजना के तहत सेना LoC से सटे इलाकों में छिपे आतंकियों का खात्मा करेगी।

सेना का मकसद अब लाइन ऑफ कंट्रोल के आस-पास के इलाकों में छिपे हुए आतंकियों और उनको पनाह देने वाले ठिकानों का खात्मा करना है। इसके लिए सेना अब अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत कर रही है। फिलहाल सेना आतंकियों के कम्यूनिकेशन नेटवर्क को डिकोड और खत्म करने की तरफ काम कर रही है।

LoC पर कई आतंकी घुसपैठ की फिराक में –

उरी हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस बीच खुफिया एजेंसियों ने जानकारी दी है कि 100 से ज्यादा आतंकी सीमापार से भारतीय सीमा में दाखिल हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना उचित मौके की तलाश में है जब वो इन दहशतगर्दों को भारत में नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए भारत भेज सके।

इस बीच सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि बीते कुछ दिनों से हमारे जवानों ने भारतीय सीमा के पास मानव रहित विमान को उड़ते हुए देखा है। शायद वे हमारी तैयारी की जानकारी लेना चाहते हैं बीएसएफ प्रमुख ने कहा कि बल ने सीमा पर गांवों को खाली कराने का कोई आदेश जारी नहीं किया है और ऐसे निर्देश राज्यों के नागरिक प्रशासनों ने जारी किए हैं।

सेना जल्द से जल्द जानकारी को डिकोड करने की कोशिश में है और इन इलाकों में छिपे आतंकियों के खिलाफ ऑपरेश को अंजाम देने की तैयारी में है।

 

पाकिस्तान में बग़ावत के आसार (second surgical strike) –

भारत के सर्जिकल ऑपरेशन के बाद दुनिया में कूटनीतिक और रणनीतिक तौर पर बहिष्कृत पाकिस्तान की सरकार और आईएसआई आमने-सामने आ गयी है। नवाज सरकार ने सेना से कहा है कि दुनिया को दिखाने के लिए भारत वाले कश्मीर में सक्रिय आतंकी गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी।

सरकार के इस फैसले पर आईएसआई ने चुनौती दे डाली और कहा कि जिन लोगों को 70 सालों से इस्तेमाल करते आये हैं उन्हीं को हम अपने हाथों के कैसे कत्ल करेंगे। सरकार ने आईएसआई के डीजी रिज़वान अख्तर से कहा है कि वो एनएसए नसीर जंजुआ के साख सभी सेक्टरों में सक्रिय आईएसआई कमाण्डरो के पास जाएंगे और भारत में सक्रिय आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में दखल नहीं डालेंगे। सरकार के इस फैसले पर आईएसआई के डीजी रिज़वान अख्तर ने बागी तेवर दिखलाए हैं।

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