अध्यात्म

अगर लोगों के मन में आपके लिए जलन की भावना है तो पहने चमत्कारी अंगूठी, बदल जायेगा सबकुछ

आज के समय में इंसान ही इंसान का दुशमन बना हुआ है। बहुत कम ही लोग ऐसे हैं जो दूसरों की खुशियों को देखकर खुश होते हैं। ज्यादातर लोगों को दूसरों की खुशियों को देखकर दुःख होता है और उन्हें दुखी देखकर ख़ुशी मिलती है। लोगों की सोच धीरे-धीरे बदलती जा रही है। आज इंसान अपने दुःख से नहीं बल्कि दूसरों की ख़ुशी से परेशान है। इसे बदला तो नहीं जा सकता है लेकिन खुद से जलने वाले लोगों की संख्या को कम जरुर किया जा सकता है।

ज्योतिष के हिसाब से कुल नौ ग्रहों के बारे में बताया गया है। इन नौ ग्रहों का किसी भी व्यक्ति के जीवन पर अच्छा या बुरा दोनों तरह का असर पड़ता है। किसी भी व्यक्ति के जन्म के समय ही ये 9 ग्रह कुंडली के 12 भावों में शुभ-अशुभ योग बनाते हैं। इन्ही योगों के असर से व्यक्ति के जीवन में सुख या दुःख होता है। अगर व्यक्ति की कुंडली में दोष है तो उसे जीवनभर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए जितना जल्दी हो सके कुंडली के दोषों का निवारण करना होता है।

कुंडली में ग्रह दोषों के निवारण के लिए उपाय भी बताये गए हैं। अगर व्यक्ति इन उपायों को करता है तो सकारात्मक फल पा सकता है। ग्रहों के दोषों को दूर करने का सबसे अच्छा उपाय यह है कि उस अशुभ ग्रह से सम्बंधित धातु की अंगूठी पहनी जाये। ऐसा करके ग्रह के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है। आपको बता दें सभी ग्रहों की अलग-अलग धातुएँ हैं। अगर आपकी कुंडली में एक से ज्यादा ग्रहों का अशुभ प्रभाव है तो सभी ग्रहों को खुश करने के लिए आप पंचधातु की अंगूठी पहन सकते हैं।

पंचधातु की अंगूठी को हमेशा अनामिका उंगली यानी रिंग फिंगर में पहनना चाहिए। धातुओं की शक्ति के बारे में किसी को कुछ भी बताने की जरुरत नहीं है। धातुओं में इतनी शक्ति होती है कि वह किसी भी बुरे प्रभाव को दूर कर सकती हैं। अगर बात पंचधातु की हो रही हो तो यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। पंचधातु की अंगूठी धारण करने वाले व्यक्ति के जीवन से दुःख हमेशा के लिए गायब हो जाता है, क्योंकि जीवन में दुःख का कारण ग्रह दोष ही होता है।

पंचधातु की अंगूठी से होते हैं ये फायदे:

*- पंचधातु की अंगूठी पहनने के बाद व्यक्ति के आस-पास से नकारात्मक शक्तियाँ हमेशा के लिए दूर हो जाती हैं। व्यक्ति की उर्जा में बढ़ोत्तरी होती है।

 

*- व्यक्ति के अन्दर सकारात्मक विचारों का जन्म होता है और किस्मत भी साथ देने लगती है।

*- आपके आस-पास के लोग जलते हैं आपसे तो पंचधातु की अंगूठी पहनने से लोगों की जलन आपके लिए कम हो जाएगी।

 

*- ग्रहों के दोष कम होने लगते हैं। इससे आपका हर काम में अच्छे से मन लगता है और आप तरक्की करते हैं।

 

*- जिन लोगों को अंगूठी पहनना पसंद नहीं हो वो लोग पंचधातु से बना हुआ कड़ा भी पहन सकते हैं।

इन धातुओं को मिलाकर बनाई जाती है अंगूठी:

जैसा की नाम से ही पता चल रहा है कि पंचधातु की अंगूठी पाँच धातुओं से मिलकर बनी होती है। पंचधातु में में सोना, चाँदी, तांबा, पीतल और सीसा धातु का इस्तेमाल किया जाता है।

Back to top button