स्वास्थ्य

सर्दियों में ऐसे रखें अपने बच्चे का ख्याल, इन टिप्स पर दें ध्यान

सर्दियों का मौसम कितना भी अच्छा क्यों ना लगता हो जब ठंड बढ़ने लगती है तो कहीं भी चैन नहीं मिलता है। ऐसे में सबसे ज्यादा दिक्कत नवजात बच्चों को होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें ठंड जल्दी पकड़ती है और वह अपनी समस्या किसी से कह भी नहीं सकते। हालांकि मां को अपने बच्चे की सारे बातें समझ आ जाती हैं, लेकिन फिर भी जरुरी है कि आप अपने बच्चे का सर्दियों में खास ख्याल रखें। सर्दियों में जितना आपका बच्चा स्वस्थ रहेगा उतना ही आप भी चैन से रहेंगी। आपको बताते हैं कुछ टिप्स जो करेंगे आपकी मदद।

समय समय पर स्तनपान

नवजात बच्चे को 6 महीने तक मां का ही दूध पीलाना चाहिए। जैसे आप को जब भी ठंड लगती है तो आप फट से चाय या कॉफी जैसा कुछ भी गर्म पदार्थ पी लेते हैं। इससे आपके शरीर में गर्मी आ जाती है। ऐसा आप नवजात शिशू के साथ नहीं कर सकते।ऐसे मे माओं को समय समय पर अपने बच्चे को स्तनपान कराते रहना चाहिए। इससे बच्चे के शरीर में खाने से गर्मी भरी रहेगी। हालांकि इस बात का ध्यान रखें की बच्चे के सोते समय उसे स्तनपान ना कराएं। कई बार बच्चे भूख की वजह से रोते हैं इसलिए सर्दियों में भी इस बात का ध्यान रखें।

मालिश से मिलेगी गर्मी

बच्चों के हाथ पैर के ग्रोथ के लिए और शरीर के आराम के लिए उनकी मालिश होना बहुत जरुरी है। मालिश से शरीर में गर्मी आती है। सर्दियों के मौसम में बच्चों की मालिश बहुत ज्यादा जरुरी है। हल्के से धूप में तेल लगाकर पहले खुद का हाथ हल्का गर्म कर लें। इसके बाद बच्चे की मालिश करें। तेल और धूप से बच्चे के शरीर में भीतरी और बाहरी दोनों रुप से गर्मी पहुंचेगी। पीठ के साथ साथ तलुओं पर तेल से मालिश जरुर करें। ऐसा करने से शरीर में गर्मी बहुत तेज फैलती है।पेट और छाती पर हल्के हाथ से मालिश करें। बच्चे को भी हलकी सी धूप लेने दें।

ठंड से करें बचाव

आप भले ही फैशन में कम कपड़े पहनने का शौक रखते हों, लेकिन बच्चों के साथ ऐसा बर्ताव ना करें। ठंड के मौसम में बच्चों को आरामदायक कपड़े में रखें। उन्हें मोजे जरुर पहनाएं क्योंकि पैर के जरिए ठंड भी पहुंचती हैं। उन्हें अच्छे मोटे कपड़े पहनाएं औऱ सिर कान हमेशा बांधे रखें।  बच्चों के डाइपर का ख्याल रखें। कई बार अंदर के गीलेपन की वजह से बच्चों को ठंड लग जाती है। सर्दियों में बच्चे कुछ ज्यादा ही डाइपर गीला करते हैं ऐसे में समय समय पर डाइपर बदलते रहें।। इस बात का भी ध्यान रखें की बच्चे के कपड़े का कोई भी हिस्सा गीला ना हो। इससे उन्हें बहुत जल्द सर्दी पकड़ने का आसार रहता है।

नहलाना ना बंद करें

अक्सर लोग ठंड के डर से बच्चों को नहलाना बंद कर देते हैं। ऐसा कभी ना करें। छोटे बच्चों को और भी ज्यादा साफ सफाई की जरुरत होती है। हमेशा मालिश के बाद बच्चों को नहलाना चाहिए। हर दिन ना भी नहलाएं तो 3-4 दिन नहलाना सही रहता है। बच्चों का अलग शैंपू और साबून आता है उसी का इस्तेमाल करें। बच्चे को हाथ से पकड़कर नहलाएं। वह अक्सर पानी में छप छप शुरु कर देते हैं जिससे उनकी आंख और कान में पानी जा सकता हैं। बच्चों को सर्दियों में हल्के गुनगुने पानी से नहलाएं औऱ तुरंत उनका शरीर साफ कर अच्छे से कपड़ा पहना दें।

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