अध्यात्म

ॐ का जाप करते समय ध्यान में रखें ये चार नियम, चमत्कारिक लाभों से बदल जायेगा आपका जीवन

हिन्दू धर्म में मन्त्रों का काफी महत्व होता है। कई मंत्र इतने शक्तिशाली होते हैं कि उनके जाप से व्यक्ति के सारे पाप, कष्ट मिट जाते हैं। इन्ही में से एक शक्तिशाली मंत्र है ॐ। ॐ का जाप करनें से व्यक्ति को असीम शांति की प्राप्ति भी होती है। इस मंत्र के जाप के बगैर हर पूजा निष्फल मानी जाती है। मान्यताओं के अनुसार ॐ देखनें में भले ही छोटा मंत्र लगता है लेकिन इसके अन्दर पूरा ब्रह्माण्ड समाया हुआ है।

क्या आप करते हैं ॐ का सही उच्चारण?

यह एक मंत्र अगर किसी मंत्र के आगे जुड़ जाता है तो उसका प्रभाव कई गुणा बढ़ जाता है। आम धारणा के अनुसार जब व्यक्ति किसी मंत्र का जाप करनें लगता है तो ॐ शब्द को छोड़कर अन्य सभी शब्दों पर ज्यादा ध्यान देता है। लेकिन क्या आपने कभी इसके बारे में विचार किया है कि ॐ शब्द का सही उच्चारण क्या है? जिस शब्द के इस्तेमाल से किसी भी मंत्र का महत्व कई गुणा बढ़ जाता है, क्या हम उस मंत्र का सही उच्चारण कर रहे हैं।

शास्त्रों में कहा गया है कि ॐ मंत्र का सही उच्चारण करनें से व्यक्ति ब्रह्माण्ड की शक्तियों को प्राप्त कर लेता है। केवल यही नहीं इसके जाप से व्यक्ति के जीवन के सभी कष्ट, पाप मिट जाते हैं। इस बात को वैज्ञानिक भी मान चुके हैं कि ॐ मंत्र का जाप करनें से व्यक्ति को मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है। इसलिए इस मंत्र का जाप सही तरीके से करना बहुत ही जरुरी है। आज हम आपको इस मंत्र का जाप करनें का सही तरीका भी बताएँगे।

ॐ का जाप करते समय रखें इन बातों का ध्यान:

*- प्राकृतिक वातावरण:

ॐ केवल एक शब्द ना होकर एक ध्वनि की तरह भी काम करता है। इसका जाप करते समय जिस ध्वनि का उद्भव होता है, उसी की वजह से फायदा होता है। इसलिए हमेशा इस मंत्र का जाप करनें के लिए किसी शांत जगह का चयन करें। कोई ऐसी जगह तलाश करें जहाँ दूर-दूर तक कोई ना हो। प्रकृति के करीब हो, खुली हवा मिले और शांत वातावरण में इसका जाप ज्यादा फायदेमंद होता है। इसलिए किसी गार्डन, मैदान या छत पर ॐ का जाप करें।

*- समय का ध्यान:

वैसे तो ईश्वर का ध्यान करनें के लिए किसी ख़ास समय की जरुरत नहीं होती है। लेकिन शास्त्रों के अनुसार 24 घंटे के समय में से कुछ समय ऐसे भी होते हैं, जिसमें ईश्वरीय शक्ति अपने चरम पर होती है। इस समय में किया गया कोई भी पूजा-पाठ, जप-तप ज्यादा फलीभूत होता है। इसलिए सुबह और रात को सोने से पहले इस मंत्र का जाप ज्यादा लाभदायक होगा।

*- ॐ का जाप है साधना:

इस शब्द को धर्म से जोड़कर ना भी देखें तो यह एक साधना है। वैज्ञानिकों के अनुसार ॐ का जाप एक प्रकार का ध्यान है, जिससे व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है। इसका निरंतर जाप करनें से व्यक्ति की एकाग्रता बढ़ती है। जो व्यक्ति खुद को धार्मिक ना भी मानता हो वह भी इस मंत्र का जाप कर सकता है।

*- आवाज का रखें ध्यान:

जैसा की ऊपर बताया जा चुका है ॐ एक ध्वनि की तरह काम करता है। इसलिए इसका जाप करते समय आपकी आवाज कितनी तेज या धीमी है, इससे भी असर पड़ता है। उसके अनुसार ही आपको फायदा मिलता है। शास्त्रों में कहा गया है कि ॐ शब्द को जितनी तेजी और गहराई के साथ बोला जाये, यह उतना ही फायदेमंद होता है। आप इस मंत्र का जाप पद्मासन करते हुए भी कर सकते हैं। यह काफी फायदेमंद है।

ऐसा माना जाता है कि पुरे दिन में केवल 2 मिनट के लिए भी इस मंत्र का जाप आपको जीवन की हर परेशानियों से मुक्ति दिला सकता है। छोटे-मोटे रोग तो पलक झंपकते ही ख़त्म हो जायेंगे।

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