अध्यात्म

इंसान के शरीर में होती हैं कुल सात तरह की आत्माएं, जानिए कौन सी आत्मा है आपके अन्दर

जीवन में हमें कई तरह के लोग मिलते हैं। दुनिया में अरबों इंसान हैं, और सभी के चहरे एक दुसरे से अलग हैं। कुछ ही लोग हैं जो एक दूसरे से हुबहू मिलते हैं। हर दिन हम कई लोगों को देखते हैं। उनमें से कुछ के ही चेहरे हमें याद रह जाते हैं। ज्यादातर को हम भूल ही जाते हैं। जैसे ही हम घर से बाहर निकलते हैं यह सिलसिला शुरू हो जाता है और जब तक बाहर रहते हैं यह चलता ही रहता है।

हर रोज देखनें को मिलते हैं हजारों चेहरे:

भले ही हमें दिन भर में हजारों चेहरे देखनें को मिलते हैं, लेकिन अगर आत्माओं की बात की जाये तो आत्माएं केवल 7 प्रकार की होती हैं। जी हाँ ज्यादा हैरान होनें की जरुरत नहीं है। यह हम नहीं बल्कि जानकारों का कहना है। जानकारों के अनुसार संत, पुजारी, राजा, योद्धा, विद्वान, सेवक और शिल्पकार ये सात तरह ही आत्माएं होती हैं। इनमें से आपके अन्दर कौन सी आत्मा वास करती है, इसके बारे में आप जरुर जानना चाहेंगे।

आपके अन्दर कौन से आत्मा है जानें ऐसे:

*- सेवक:

जो लोग अपना पूरा जीवन मानवता की भलाई के लिए लगा देते हैं। जिनके लिए दूसरों का दुःख दर्द अपना होता है, ऐसे लोगों की आत्मा को सबसे श्रेष्ठ श्रेणी में रखा जाता है। अगर चेहरे-मोहरे की बात करें तो इन लोगों का सर गोल होता है और आँखें छोटी होती हैं। इनके चेहरे पर एक बच्चे की तरह मासूमियत होती है। ये लोग पूरी तरह ईमानदार, समर्पित, सबका ध्यान रखनें वाले और अपने परिवार के लिए ही जीनें वाले होते हैं। इनका चेहरा देखकर कोई भी इनकी परेशानियों का अंदाजा लगा सकता है।

*- शिल्पकार:

ऐसा कहा जाता है कि जिन लोगों के अन्दर शिल्पकार की आत्मा होती है उनके चेहरे का आकर कप या हृदय की भांति होता है। इन लोगों की आँखों में कई सपने होते हैं। ये लोग अपने मन की आवाज को सुनते हैं और वही करते हैं। इनके चेहरे पर एक अजीब तरह की शांति होती है और इनकी कल्पनाशक्ति बहुत ही लाजवाब होती है।

*- योद्दा:

जिस व्यक्ति के अन्दर एक योद्धा की आत्मा होती है, उनकी त्वचा बहुत ही सख्त होती है। इन लोगों के चेहरे का हव-भाव बहुत ही कठोर होता है। इन्हें देखनें के बाद कोई भी इन्से पंगा लेने के बारे में सोचता भी नहीं है। ऐसे लोग समर्पित, दृढ निश्चय वाले और हमेशा गुस्से में रहते हैं।

*- विद्वान:

जिन लोगों के अन्दर किसी विद्वान की आत्मा होती है, वो लोग समाज से हमेशा कटे-कटे रहते हैं। उनके चेहरे पर किसी तरह का कोई भाव नहीं होता है। इन लोगों की आँखें बहुत ही गहरी होती है। ये लोग जिज्ञासु, तार्किक और ज्ञानी होते हैं। इन्हें बहुत चीजों का ज्ञान होता है। आप इनकी बौद्धिक क्षमता पर ऊँगली नहीं उठा सकते हैं।

*- संत:

जिन लोगों की आत्मा संत होती हैं उन्हें आप देखते ही पहचान जायेंगे। इन लोगों के चेहरे के लक्षण लम्बे होते हैं। इन लोगों की आँखों में एक अलग तरह की चमक होती है जो किसी को भी अपनी तरफ आकर्षित कर लेती है। इनके संपर्क में आनें वाले व्यक्ति को सकारात्मक उर्जा का अनुभव होता हैं। इन लोगों के गाल ही इनके व्यक्तित्व का मुख्य आकर्षण होता है। जो भी इनसे मिलता है, वह ख़ुशी का अनुभव करता है।

*- पुजारी:

जिन लोगों की आत्मा पुजारी की होती है उनके चेहरे का आकर बादाम की तरह होता है। इनसे मिलनें के बाद आपको आस-पास अद्भुत सी उर्जा का अनुभव होगा और सब अच्छा-अच्छा लगेगा। ये लोग किसी को भी अपने वश में करनें में माहिर होते हैं। इन लोगों की बात को टालना आसान होता है।

*- राजा:

जिन लोगों के अन्दर मजबूत इच्छाशक्ति, जबड़े बड़े और चेहरा सामान्य से बड़ा होता है, उनके अन्दर राजा की आत्मा होती है। अगर राजा की आत्मा किसी महिला के अन्दर है तो उसके चेहरे पर भी मरदाना भाव नजर आयेंगे। ये हमेशा सामनें वाले को आदेश सुनाते रहते हैं। इन्हें खुद के लिए सम्मान की चाहत होती है।

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