स्वास्थ्य

महिलाओं के लिए हल्दी सेवन है अमृत समान, जानिए इसके अद्भुत फायदे…

मसाले के रूप में इस्तेमाल होने वाली हल्दी भारत और एशियाई देशों में खूब इस्तेमाल होती है. अमूमन हर रसोईघर में मौजूद रहने वाली हल्दी का उपयोग कई औषधियां बनाने के लिए भी किया जाता है. हल्दी में कई पोषक तत्वे जैसे प्रोटीन, फाइबर, विटामिन सी, ई पोटैशियम, कैल्शियम, कॉपर, आयरन, मैग्नीशियम और जिंक पाए जाते हैं. इसमें पाए जाने वाले इन पोषक तत्वों के कारण कई बीमारियों में इलाज के तौर पर हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं महिलाओं के लिए हल्दी क्यों जरूरी है.तो चलिए जानते हैं महिलाओं को क्यों हल्दी का सेवन जरूर करना चाहिए.

माहवारी की समस्या ओं को करता है कम-

महिलाओं के माहवारी आने से पहले कई समस्या्एं शुरू हो जाती हैं जैसे- डिप्रेशन, दर्द, गैस की समस्या् इत्याकदि. रिसर्च के मुताबिक, हल्दीि में मौजूद एंटीइंफ्लेमेंट्री तत्वोंल से माहवारी के दौरान और इससे पहले होने वाली समस्याकओं से छुटकारा मिल सकता है. महिलाओं के हल्दीस के सेवन से रजोनिवृत्ति (menopause) के बाद होने वाली समस्याओं जैसे अवसाद, वजन बढने और हड्डियां कमजोर होने से भी छुटकारा मिलता है.

यूरिन इंफेक्शन-

महिलाओं में यूरिनरी ट्रैक्टी इंफेक्शन या‍नि पेशाब के दौरान जलन होने की समस्या होना आम बात है. ऐसे में हल्दी में मौजूद एंटीमाइक्रोबायल और एंटी इंफ्लेमेंट्री तत्व यूरिन इंफेक्शन के दौरान होने वाले दर्द और सूजन में आराम मिलता है.

यौन संक्रमित रोगों का इलाज-

महिलाओं को यौन संक्रमित रोग होने पर असामान्य योनि स्राव, जननांगों में सूजन, चकत्ते और घावों जैसी समस्या हो जाती है. हल्दी के सेवन से उन जीवाणुओं को मारने में मदद मिलती है जो जननांग संक्रमण के लिए जिम्मेदार है. हल्दी में मौजूद एंटी वायरल तत्व यौन संक्रमण रोगों से लड़ने में भी मदद करते हैं.

हृदय रोगों से बचाव-

हल्दी के सेवन से महिलाएं कई तरह के हृदय रोगों से बच सकती हैं, हल्दी में मौजूद एंटीइंफ्लेमेंट्री और एंटीऑक्सीडेंट तत्व दिल की सेहत की रक्षा करते हैं.

अर्थराइटिस में फायदेमंद-

बढ़ती उम्र में महिलाओं की हड्डियां पुरुषों के मुकाबले बहुत कमजोर हो जाती हैं. मीनोपोज और अल्जाइमर डिजीज के कारण महिलाओं की हड्डियां बहुत प्रभावित होती हैं. ऐसे में हल्दी हड्डियों को ताकत देती है.

इर्रिटेबल बोवेल सिंड्रोम-

हल्दी के सेवन से इर्रिटेबल बोवेल सिंड्रोम के लक्षणों जैसे मरोड़े उठना, कब्ज, डायरिया और पेट के दर्द में आराम मिलता है. दरअसल, हार्मोंस के असंतुलन के कारण भी ये समस्याएं हो जाती हैं. हल्दी के सेवन से पाचन तंत्र भी बेहतर होता है.

Back to top button
?>