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स्टेशन पर ट्रेन रोककर कराई डिलीवरी, महिला ने दिया बच्चे को जन्म

रेलवे अपने यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का हमेशा से ही ध्यान देती है। जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कोरोना महामारी के बीच रेलवे ने सभी ट्रेनें बंद कर दी थी लेकिन बाद में ट्रेनों की सुविधा दोबारा से शुरू कर दी गई। कोरोना काल के बीच रेलवे द्वारा यात्रियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान दिया जा रहा है। सभी नियमों का पालन करते हुए यात्रियों को सफर करने की सलाह दी जा रही है। यदि यात्रा के दौरान किसी यात्री के साथ कोई परेशानी उत्पन्न होती है तो रेलवे अपनी तरफ से पूरी मदद करता है। इसी बीच एक मामला सामने आया है। दरअसल, कल्याण से पटना जा रही महिला को ट्रेन में प्रसव पीड़ा होने पर एक महिला को मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर स्टेशन पर गाड़ी रोक कर सुरक्षित प्रसव कराया गया।

स्टेशन पर ट्रेन रोककर महिला की कराई डिलीवरी

खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि एक गर्भवती महिला कल्याण से पटना तक का सफर कर रही थी। 03202 डाउन ट्रेन से S2 कोच की बर्थ नंबर 14-16 पर 22 वर्षीय अंजनी कुमारी अपने परिवार वालों के साथ सफर कर रही थीं। अचानक से ही सफर के दौरान प्रसव पीड़ा होने लगी, जिसके बाद तुरंत ही इसकी सूचना रेलवे स्टाफ को दी गई थी। जिस पर नरसिंहपुर स्टेशन के रेलवे अस्पताल को इस बात जानकारी दी गई। जैसे ही यह सूचना मिली इसके बाद जब ट्रेन दोपहर 2:23 बजे पर नरसिंहपुर स्टेशन पहुंची तो यहां पर मौजूद डॉक्टर आर. आर. कुर्रे में इस मरीज को अटेंड किया था। आपको बता दें कि इस गर्भवती महिला ने ट्रेन में ही सामान्य प्रसव से एक बच्चे को जन्म दिया। डॉक्टर ने बच्चे की माता और बच्चे को जरूरी दवाइयों के साथ-साथ एंटीबायोटिक, पेन किलर और अन्य आवश्यक दवाओं का पूरा डोज़ दिया, इसके साथ ही नवजात बच्चे के लिए कपड़े भी दिए। सफर में कोरोना से बचाव के लिए मरीज के परिजन को सैनिटाइजर की बोतल और मास्क भी मुहैया कराई गई।

सुरक्षित डिलीवरी के बाद चिकित्सकों ने मरीज को दी ये सलाह

महिला की सुरक्षित डिलीवरी के पश्चात रेलवे स्टेशन पर मौजूद चिकित्सकों ने मरीज को यह सलाह दी थी कि अगर वह चाहे तो पूरी तरह से स्वस्थ होने तक जिला अस्पताल में एडमिट हो सकती है। वैसे महिला की सुरक्षित डिलीवरी हुई है, ऐसे में बच्चा और बच्चे की मां दोनों ही पूरी तरह से सेहतमंद है और इनको किसी भी चीज का खतरा नहीं है। डॉक्टर ने महिला के परिजनों से इस विषय पर चर्चा की, जिसके बाद उन्होंने अपने रास्ते निकलने का निर्णय लिया था। आपको बता दें कि ट्रेन 12 मिनट लेट हो गई थी। बाद में ट्रेन को 12:35 बजे पर स्टेशन से रवाना किया गया था।

बताते चलें कि जब महिला ने ट्रेन में बच्चे को जन्म दिया तो बच्चे की किलकारी पूरी बोगी में गूंजने लगी थी। बोगी में खुशियों का वातावरण निर्मित हो गया था। प्रसव के 12 मिनट रुकी रही ट्रेन को बाद में रवाना किया गया। डॉक्टर्स का ऐसा बताना है कि जच्चा और बच्चा पूरी तरह से सुरक्षित है। वैसे रेलवे द्वारा तुरंत उठाया गया यह कदम सच मायने में सराहनीय है।

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