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नवजात बच्चे को झोले में चिट्ठी और पैसों के साथ छोड़ा, पत्र में लिखी बात जानकर हो जाएंगे भावुक

देशभर में रोजाना ही ऐसी घटनाएं देखने और सुनने को मिलती है जिसको जानकर व्यक्ति काफी आश्चर्यचकित हो जाता है। कुछ घटनाएं ऐसी भी होती हैं जो व्यक्ति को काफी भावुक कर देती हैं। रोजाना ही न्यूज़ चैनल और अखबारों में कई तरह के मामले देखने और पढ़ने को मिलते हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से एक मामला सामने आया है, जिस मामले को जानकर आप आश्चर्यचकित हो जाएंगे। दरअसल, बुधवार को यहां के त्रिलोकपुरी गांव में कोई अंजान शख्स एक बैग में 5 महीने का बच्चा छोड़कर चला गया। पीआरवी को बुधवार देर शाम को यह सूचना मिली कि एक बैग में समान सहित कोई बच्चा छोड़ गया है। इसकी सूचना कॉलर ने यूपी 112 को दी। जिस पर पीआरवी 2780 राकेश कुमार सरोज और चालक उमेश दुबे कोतवाली मुंशीगंज क्षेत्र के त्रिलोकपुर आनंद ओझा के आवास के पास पहुंचे। जब पुलिसकर्मियों ने बैग को खोल कर देखा तो उसके अंदर एक नवजात बच्चा था इसके साथ ही सर्दियों के कुछ कपड़े, जूते, जैकेट आदि सामान थे, साथ ₹5000 रुपये भी रखे हुए थे। इन सभी चीजों के साथ अज्ञात शख्स ने एक पत्र भी रखा था।

पत्र में लिखी थी ये भावुक कर देने वाली बात

इस पत्र में शख्स ने ऐसी बात लिखी थी कि हर कोई भावुक हो जाएगा। पत्र में यह लिखा गया है कि “यह मेरा बेटा है। इसे मैं आपके पास 6-7 महीने के लिए छोड़ रहा हूं। हमने आपके बारे में बहुत अच्छा सुना है, इसलिए मैं अपना बच्चा आपके पास रख रहा हूं। 5000 महीने के हिसाब से मैं आपको पैसा दूंगा। आपसे हाथ जोड़कर विनती है कि कृपया इस बच्चे को संभाल लो। मेरी कुछ मजबूरी है। इस बच्चे की मां नहीं है और मेरी फैमिली में इसके लिए खतरा है, इसलिए छह-सात महीने तक आप अपने पास रख लीजिए।

शख्स द्वारा पत्र में लिखी गई बात को जानकारी यह लगता है कि यह किसी बड़ी परेशानी में फंसा हुआ है जिसकी वजह से उसने यह काम किया। इस शख्स ने आगे पत्र में लिखा है कि “सब कुछ सही करके मैं आपसे मिलकर अपने बच्चे को ले जाऊंगा। कोई बच्चा आपके पास छोड़ कर गया, यह किसी को मत बताना। नहीं तो यह बात सबको पता चल जाएगी, जो मेरे लिए सही नहीं होगा। सबको यह बता दीजिएगा यह बच्चा आपके किसी दोस्त का है, जिसकी बीवी हॉस्पिटल में कोमा में है। तब तक आप अपने पास रखिए। मैं आपसे मिलकर भी दे सकता था, लेकिन यह बात मेरे तक रहे तभी सही है क्योंकि मेरा एक ही बच्चा है। आपको और पैसे चाहिए तो बता दीजिए। मैं और दे दूंगा। बस बच्चे को रख लीजिए, इसकी जिम्मेदारी लेने से डरियेगा नहीं। भगवान ना करें अगर कुछ होता है तो फिर मैं आपको ब्लेम नहीं करूंगा। मुझे आप पर पूरा भरोसा है। बच्चा पंडित के घर का है।”

आपको बता दें कि पीआरवी ने बच्चा मिलने की जानकारी कोतवाली प्रभारी मिथिलेश सिंह को दी थी जिस पर उन्होंने बच्चे को कॉलर के ही सुपुर्द करने का आदेश किया है। इस अनोखी घटना को लेकर तरह-तरह की बातें हो रही हैं। कोई इस बच्चे की मां को बुरा भला कह रहा है। तो कोई एक पिता के स्नेह और मजबूरी में प्यार देख रहा है। इस तरह के मामले अक्सर मनुष्य को काफी हैरान और विचलित कर देते हैं, जिस तरह का मामला यह सामने आया है उसको देखकर तो यही प्रतीत होता है कि बाप किसी बड़ी मजबूरी में है।

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