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किसान की बेटी ने सेल्फ स्टडी के दम पर UPSC परीक्षा की पास, जानिए इनकी सफलता की कहानी

मेहनत और हौसले के दम पर हर कामयाबी पाई जा सकती है। उसी इंसान को मंजिल मिलती है जिनके सपने बुलंद हो। अक्सर देखा गया है कि हर कोई व्यक्ति सफलता की ऊंचाइयां छूना चाहता है, लेकिन कामयाबी हर किसी के हाथ नहीं लगती है। अगर इंसान को खुद पर भरोसा है और निगाह मंजिल पर है तो लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। आज हम आपको एक ऐसी बेटी के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिसने सेल्फ स्टडी के दम पर सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) में 257वीं रैंक हासिल की है। इस लड़की के मार्ग में बहुत सी कठिनाइयां उत्पन्न हुईं, लेकिन इसमें अपने हौसले को कमजोर नहीं होने दिया। आखिर में इसमें अपनी मेहनत के दम पर पहले प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा पास कर ली।

हम आपको जिस लड़की के बारे में जानकारी दे रहे हैं उसका नाम प्रियंका दीवान है। यह उत्तराखंड के चमोली जिले की रहने वालीं हैं। इन्होंने यूपीएससी परीक्षा पास करके अपने परिवार और जिले का नाम रोशन कर दिया है। आपको बता दें कि प्रियंका मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखतीं हैं। इनके पिता का नाम राम दीवान है और यह गांव में ही खेती बाड़ी का काम करते हैं। इनकी माता विमला देवी गृहणी हैं। प्रियंका की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि यह किसी प्राइवेट स्कूल से पढ़ाई कर पाएं। प्रियंका के लिए देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवाओं में शुमार यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा का सफर इतना आसान नहीं था। इन्होंने बहुत सी कठिनाइयां पार करके यह कामयाबी हासिल की है।

कभी पिता के साथ खेतों में करती थी काम

आपको बता दें कि प्रियंका दीवान ने अपनी शुरुआती पढ़ाई गांव के स्कूल से ही पूरी की है। जब यह स्कूल से पढ़ कर घर वापस आतीं थीं तो यह अपने पिता के साथ खेतों में हाथ बटाती थीं। दसवीं कक्षा में इनके बहुत ही अच्छे अंक आए थे। तब लोगों ने प्रियंका के पिता से यह कहा था कि उनकी बेटी बहुत होनहार है और यह आगे चलकर आपका नाम रोशन करेगी। आप इसको किसी अच्छे स्कूल में पढ़ाई के लिए भेजिए। प्रियंका के पिता भी पढ़ाई के महत्व को ठीक प्रकार से समझते थे।

डीएम एसए मुरुगेशन से मिली थी प्रेरणा

प्रियंका के पिता भी चाहते थे कि उनकी बेटी पढ़-लिख कर आगे बढ़े और इन्होंने इसी दिशा में कार्य करना आरंभ कर दिया था। जब प्रियंका ग्रेजुएशन के लिए गोपेश्वर गईं हुईं थीं तब उसी दौरान एक दिन चमोली जिले के डीएम एसए मुरुगेशन उनके कॉलेज के अंदर दौरे पर आए हुए थे। डीएम साहब के स्वागत के लिए पूरे कॉलेज को बहुत ही शानदार तरीके से सजाया गया था। यह सब देख कर प्रियंका काफी प्रभावित हो गईं थीं। डीएम साहब के स्वागत के लिए पूरा कॉलेज खड़ा हुआ था। यह देखकर उन्होंने यह निश्चय कर लिया कि वह यूपीएससी परीक्षा को पास करेंगीं।

पहले प्रयास में यूपीएससी किया क्लियर

हालांकि प्रियंका के लिए अपने सपने को साकार करना इतना आसान नहीं था, लेकिन इनका हौसला मजबूत था, जिसके चलते उन्होंने हर कठिन परिस्थितियों का सामना किया। सबसे बड़ी खास बात यह है कि प्रियंका ने पहले ही प्रयास में UPSC क्लियर किया है। इन्होंने सेल्फ स्टडी से यूपीएससी में 257वीं रैंक हासिल की है। बेटी की इस सफलता को देखकर इनके परिजन बहुत खुश हैं।

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