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चपरासी की बिटिया को एसडीएम ने 10वीं में 94% अंक लाने पर दिया तोहफा, 1 दिन का बनाया SDM

आप सभी लोगों ने बॉलीवुड फिल्म “नायक” तो देखी ही होगी, इस फिल्म के अंदर अभिनेता अनिल कपूर ने एक बेहतरीन किरदार निभाया है, इस फिल्म में यह एक दिन के मुख्यमंत्री का किरदार निभाते हुए नजर आ रहे हैं, लेकिन यह रील लाइफ और इसमें कुछ भी हो सकता है, अगर हम असल जीवन की बात करें तो हम इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते हैं, परंतु असल जिंदगी में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें दसवीं की एक छात्रा ने 94 फ़ीसदी अंक प्राप्त किए हैं और इस छात्रा को एसडीएम साहब ने एक दिन का एसडीएम बनाया है, भले ही यह जानकारी आपको फिल्मी लग रही है लेकिन जिस प्रकार नायक फिल्म में एक दिन के मुख्यमंत्री का किरदार निभाया गया था, उसी प्रकार असल जिंदगी में भी इस छात्रा ने एसडीएम की कुर्सी पर बैठकर कार्यभार संभाला है।

हम आपको जिस छात्रा के बारे में जानकारी दे रहे हैं यह एक चपरासी की बेटी है, इसका नाम हिना ठाकुर है, जिसकी उम्र 15 वर्ष की है, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में यह लड़की एक दिन के लिए एसडीएम बनी थी, जब इस लड़की ने दसवीं कक्षा में 94% अंक प्राप्त किए तो इसकी लगन को देखकर उस क्षेत्र के एसडीएम साहब बहुत प्रभावित हुए और इसको तोहफे के रुप में 1 दिन के लिए अपनी कुर्सी पर बैठा कर सारा कामकाज सौंप दिया था।

15 साल की यह छोटी सी बच्ची कांगड़ा एसडीएम कार्यालय में एसडीएम की कुर्सी पर बैठकर आए हुए लोगों के सभी कार्यों को एसडीएम साहब के मार्गदर्शन से निपटाने में लगी हुई थी, लोगों को उस समय आश्चर्य हुआ जब उनको पता लगा कि एसडीएम की कुर्सी पर बैठी हुई यह लड़की एक चपरासी की बेटी है, जब उनको यह पता लगा कि इस लड़की ने 10वीं में 94 फ़ीसदी अंक प्राप्त किए हैं तो लोगों को इस छोटी सी बच्ची के ऊपर काफी गर्व महसूस हुआ था।

चपरासी की बेटी हिना ठाकुर से एसडीएम साहब ने बातचीत की थी और बातचीत के दौरान हिना ठाकुर ने यह बताया था कि वह बड़ी होकर आईएएस अफसर बनना चाहती है, वह जरूरतमंद लोगों की सहायता करेगी, जब एसडीएम साहब ने इस बच्ची को 1 दिन का एसडीएम बनाया तो इसके चेहरे पर खुशी देखने लायक थी, हिना ठाकुर ने 1 दिन के लिए परमानेंट कुर्सी का कार्यभार संभाला था, हिना के पिता को अपनी बेटी के ऊपर गर्व है और जब एसडीएम साहब ने यह कदम उठाया तो पिता की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा, एसडीएम साहब ने यह बताया कि इस प्रकार से प्रोत्साहित करने से यह बच्ची अपना सपना एक दिन जरूर पूरा कर सकेगी।

हिना ठाकुर भी एक दिन की एसडीएम बनकर काफी खुश है, इसने बताया कि यह उसके लिए किसी सपने की तरह है, लेकिन उसको इस बात की खुशी है कि 1 दिन का एसडीएम बनकर सारे काम काज किए, एसडीएम साहब ने मुझे एक सपना दिखाया है और मैं अपने इस सपने को अवश्य पूरा करूंगी, इसके बाद में अपनी तरफ से मेहनत में कोई भी कसर नहीं छोडूंगी, आपको बता दें कि हिना ठाकुर गुरुदत्त एंग्लो वैदिक स्कूल में पढ़ाई करती है और यह मूल रूप से शिमला जिले की रहने वाली है, जहां पर यह एक दिन का एसडीएम बनी थी उसी में इनके पिता चपरासी की नौकरी करते हैं।

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