दिलचस्पविशेष

मैं तुझे मिलने आई शाहीन बाग जाने के बहाने – शाहीन बाग़ के प्रदर्शन में हो गया प्यार

इन दिनों शाहीन बाग में जोरों-शोरों से सीएए और एनसीआर के खिलाफ धरना प्रदर्शन चल रहा है. कई दिनों से महिलाएं इस प्रदर्शन पर शांति पूर्वक तरीके से बैठी हुई हैं. लेकिन इसी बीच एक जोड़े को एक-दूसरे से प्यार हो गया और उनके लिए यह प्रदर्शन कम और पहले प्यार की पहली जगह बन गयी. इनका प्यार इस कदर परवान चढ़ा कि अब इस जोड़े ने शादी करने का फैसला कर लिया है. ख़बरों के मुताबिक फरवरी माह में ही यह जोड़ा निकाह करेगा.

बता दें, शाहीन बाग में सीएए और एनआरसी के खिलाफ काफी टाइम से धरना प्रदर्शन चल रहा है. महिलाएं इस बात पर अड़ी हुईं है कि चाहे कुछ भी हो जाए वह इस बात का कतई सबूत नहीं देंगी कि वह भारत की नागरिक हैं और भारत उनकी जन्म-कर्म भूमि है. उनके अनुसार, भारत का नागरिक होने के लिए उन्हें कोई सबूत दिखाने की जरूरत नहीं है. सरकार से चल रही इस जंग के बीच प्यार मोहब्बत की खबरें आना अपने आप में चौंकाने वाली बात है.

महिलाओं के नेतृत्व में यह प्रदर्शन 15 दिसंबर से चल रहा है. इस प्रदर्शन की आग इस कदर भड़की कि देशभर में ऐसे प्रदर्शन हो रहे हैं. एकता को दर्शाने के लिए कालिंदी कुंज-नोएडा की सड़क पर महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं. कई रैलियां निकाली जा रही हैं और नाटक के द्वारा लोगों को सीएए और एनआरसी से होने वाले नुकसान से सचेत किया जा रहा है. लोग सड़कों और घरों की दीवार पर कलाकारी करके भी संदेश दे रहे हैं. बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक, सभी इस प्रदर्शन का समर्थन कर रहे हैं.

इस बीच युवा एक-दूसरे पर दिल भी हार जा रहे हैं. आपसी तालमेल इस कदर बैठ रहा है कि युवाओं में प्रेम पनपने लग रहा है और वह जिंदगी भर साथ जीने-मरने की कसमें खाने लग रहे हैं. परिवारवालों से भी उन्हें समर्थन मिल रहा है. ऐसे ही दो जोड़ों का निकाह फरवरी में हो रहा है. पहले जोड़े का निकाह 7 फरवरी को है और दूसरे का 8 फरवरी को. हालांकि, दोनों जोड़ों के परिवारवालों की पहले ही एक-दूसरे से पहचान थी, लेकिन इस प्रदर्शन के बाद से उनका आपसी तालमेल बैठा.

इन दो जोड़ों में से एक जोड़ा जुनैद-समर डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे हैं. जुनैद-समर ने बताया कि दोनों की बातचीत प्रदर्शन के दौरान ही शुरू हुई थी. इसी बीच दोनों करीब आये और एक दूसरे को समझने लगे. इससे पहले वह एक दूसरे को जानते तक नहीं थे. बाद में इस रिश्ते के बारे में दोनों ने अपने-अपने घरवालों को बता दिया और 7 फरवरी को निकाह की डेट रख दी गयी.

वहीं, दूसरे जोड़े जीशान-आयशा ने बताया कि हमारे घरवाले एक दूसरे को जानते थे, लेकिन हमने कभी इस बारे में नहीं सोचा था. हमने कभी बात ही नहीं की. प्रदर्शन के दौरान हमें साथ रहने और बात करने का मौका मिला और धीरे-धीरे कब प्यार हो गया पता ही नहीं चला. इस प्रदर्शन में ही जीशान ने मुझे प्रपोज किया. परिवार को पता चलते ही उन्होंने निकाह तय कर दिया और अब 8 फरवरी को हमारी शादी है.

पढ़ें विरोध और समर्थन प्रदर्शनों के बीच पुरे देश में लागू हुआ CAA, अब शरणाथियों को मिलेगी नागरिकता

दोस्तों, उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा. पसंद आने पर लाइक और शेयर करना न भूलें.

Back to top button